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अब होम लोन भुगतान पर आपको मिलेगा 1.5 लाख रुपये का अतिरिक्त टैक्स बेनिफिट

by दीपेश Leave a Comment

अगर आप नया घर खरीदना चाहते हैं, तब आपके लिए अच्छी खबर है| भारत सरकार आपको 1.5 लाख रुपये तक का अतिरिक्त टैक्स बेनिफिट दे रही है|

बजट 2019 में सरकार एक नयी धारा लायी है, सेक्शन 80EEA|

सेक्शन 80EEA के तहत आपको होम लोन पर ब्याज के भुगतान पर 1.5 लाख रुपये का अतिरिक्त टैक्स बेनिफिट मिलेगा| ध्यान दें यह सेक्शन 24 के तहत मिलने वाले 2 लाख (होम लोन ब्याज भुगतान) के टैक्स बेनिफिट से अतिरिक्त है| परन्तु 80EEA के तहत टैक्स लाभ लेने की कुछ शर्तें हैं|

धारा 80EEA के तहत टैक्स बेनिफिट के लिए क्या शर्तें हैं?

सेक्शन 80EEA के तहत 1.5 लाख रुपये के अतिरिक्त टैक्स बेनिफिट के लिए आपको इन शर्तों को पूरा करना होगा|

  1. यह टैक्स बेनिफिट आपको होम लोन के ब्याज के भुगतान पर मिलता है|
  2. आपका होम लोन 1 अप्रैल 2019 और मार्च 31 2020 के बीच में पारित (sanction) हुआ हो|
  3. आपके मकान की कीमत (स्टाम्प ड्यूटी वैल्यू, Stamp Duty Value) 45 लाख रुपये तक की होनी चाहिए|
  4. लोन लेते समय आपके नाम पर कोई मकान नहीं होना चाहिए|

आप देख सकते हैं की यह नया टैक्स बेनिफिट केवल पहले बार मकान खरीदने वालों के लिए है|

यह टैक्स बेनिफिट केवल आपको FY2020 में ही नहीं मिलेगा| आगे भी मिलता रहेगा| बस आप ऊपर दी गयी शर्तों को पूरा करते हों|

होम लोन के ब्याज के भुगतान पर सेक्शन 24 के तहत 2 लाख रुपये का टैक्स बेनिफिट मिलता है| यह नया टैक्स बेनिफिट (सेक्शन 80EEA) एक अतिर्कित टैक्स बेनिफिट है|

अगर आप सारी शर्ते पूरी करते हैं, तब आप कुल मिला कर ब्याज के भुगतान पर 3.5 लाख रुपये तक का टैक्स बेनिफिट पा सकते हैं|

सेक्शन 24 और सेक्शन 80EEA के टैक्स बेनिफिट में क्या अंतर है?

  1. दोनों ही टैक्स बेनिफिट होम लोन के ब्याज के भुगतान पर मिलते हैं|
  2. सेक्शन 24 के तहत 2 लाख रुपये तक का टैक्स बेनिफिट मिलता है| सेक्शन 80EEA के तहत आपको 1.5 लाख रुपये तक का टैक्स बेनिफिट मिलता है|
  3. सेक्शन 24 सभी होम लोन पर मिलता है| सेक्शन 80EEA के तहत केवल कुछ होम लोन ही पात्र हैं| सारी शर्तों के विवरण ऊपर दिया गया है|
  4. सेक्शन 24 के तहत लाभ केवल तभी ले सकते हैं जबकि आपके मकान के निर्माण पूरा हो गया हो या आपको possession मिल गया हो| निर्माणाधीन प्रॉपर्टी के लिए कोई टैक्स बेनिफिट नहीं है| हालांकि आप निर्माण के समय किये गए ब्याज के भुगतान का बेनिफिट आप 5 बराबर किश्तों (निर्माण पूरा होने के बाद) में ले सकते हैं| सेक्शन 80EEA के टैक्स बेनिफिट के लिए निर्माण पूरा होने की कोई शर्त नहीं है|

पढ़ें: होम लोन के भुगतान पर मिलने वाले टैक्स बेनिफिट

पढ़ें: टैक्स बचाने के 35 तरीके

सौजन्य: www.PersonalFinancePlan.in

Filed Under: Financial Planning, Loans, Tax Planning Tagged With: सेक्शन 24, सेक्शन 80C, होम लोन टैक्स बेनिफिट, होम लोन पर टैक्स बेनिफिट

मकान के डाउन-पेमेंट (Down-payment) के लिए पर्सनल लोन, क्या यह अच्छा आईडिया है?

by दीपेश Leave a Comment

सभी का सपना होता है की उनका एक घर हो| मकानों के कीमतें इतनी ज्यादा हैं की अधिकाँश लोगों को मकान खरीदने के लिए लोन लेना पड़ता है| परन्तु आपको बैंक आपकी खरीद राशि के 75-90% तक का लोन ही देते हैं| बची हुई राशि आपको अपनी जेब से देनी होती है| इसे डाउन-पेमेंट (down-payment) भी कहते हैं|

मान लिए आप 30 लाख रुपये का घर खरीदते हैं, ऐसे में बैंक आपको 27 लाख से अधिक राशि का लोन नहीं देगा| बचे हुए 3 लाख रुपये का भुगतान आपको करना होगा|

अगर आपने समझदारी से निवेश किया है, तब तो आपने यह पैसा जमा कर लिए होगा| परन्तु अगर आपने ऐसा नहीं किया है, तब आपके पास यह कुछ विकल्प हैं:

  1. आप अपने परिवारजन या मित्र से कुछ समय के लिए उधार ले सकते हैं|
  2. अपने एम्प्लायर से लोन ले सकते हैं|
  3. गोल्ड लोन, प्रॉपर्टी लोन, म्यूच्यूअल लोन इत्यादि ले सकते हैं|
  4. प्रोविडेंट फण्ड से लोन ले सकते हैं
  5. आपका कोई निवेश है, तो उसे बेच कर पैसा इकठ्ठा कर सकते हैं|

परन्तु आपके पास यह विकल्प नहीं है, तब आप क्या करेंगे?

अभी भी एक विकल्प बचा है|

आपके पास पर्सनल लोन का विकल्प है| पर्सनल लोन असुरक्षित लोन होते हैं और आपको कोई सेकुरिटी नहीं देनी होती| पर्सनल लोन मिल भी आसानी से जाते हैं|

परन्तु क्या आपको होम लोन डाउन-पेमेंट के लिए पर्सनल लोन लेना चाहिए?

आईये कुछ बातों पर विचार करते हैं|

  1. अगर आप पर्सनल लोना लेते हैं, तब आपको दो लोन चुकाने होंगे| पहला होम लोन और दूसरा पर्सनल लोन| आपको देखना होगा की आप दोनों लोन का भुगतान कर पायेंगे या नहीं|
  2. आपकी होम लोन की अधिकतम सीमा दो बातों पर निर्भर करती है| मकान का मूल्य और आपकी लोन चुकाने की क्षमता| अगर यह सीमा मकान के मूल्य की वजह से है (और आपकी लोन चुकाने की क्षमता अधिक है), तब तो आप शायद दो लोन का भुगतान कर देंगे| उदहारण: आपको लोन तो 50 लाख का चुका सकते हैं, परन्तु मकान की कीमत 30 लाख होने की वजह से आपको 27 लाख से अधिक का लोन नहीं मिला सकता| यहाँ पर्सनल लोन आपको इतना परेशान नहीं करेगा|
  3. परन्तु अगर आपकी लोन चुकाने की क्षमता कम है| मान लिए मकान की कीमत 40 लाख रुपये है, परन्तु आपकी लोन चुकाने की क्षमता केवल 30 लाख रुपये की है| ऐसे में बैंक आपको 30 लाख से अधिक राशि का लोन नहीं देगा| अब अगर आप किसी तरह 5 से 10 लाख का पर्सनल लोन ले लेते हैं, तो उसे चुकायेंगे कैसे| ऐसी स्तिथि में बहुत समस्या हो सकती है|
  4. पर्सनल लोन की ब्याज दर भी काफी अधिक होती है| इससे पर्सनल लोन की ईएमआई बढ़ जायेगी|
  5. अगर आप मकान के डाउन-पेमेंट के लिए पर्सनल लोन लेते हैं, तो उसके भुगतान पर भी आपको कुछ टैक्स बेनिफिट मिलते हैं| ब्याज के भुगतान के लिए सेक्शन 24 के तहत 2 लाख रुपुए तक का टैक्स बेनिफिट मिलता है| मूल के भुगतान के लिए कोई टैक्स बेनिफिट नहीं मिलता|

पढ़ें: आपको कितना होम लोन मिल सकता है?

आपको क्या करना चाहिए?

मेरे अनुसार होम लोन डाउन-पेमेंट के लिए पर्सनल लोन लेने से बचें| आपको लोन की ईएमआई के भुगतान में परेशानी हो सकती है| आपका मासिक बजट भी प्रभावित होगा|

केवल पर्सनल लोन ही नहीं, मैंने ऊपर और भी कई तरह के लोन की चर्चा करी है| जैसे की गोल्ड लोन, प्रॉपर्टी लोन इत्यादि| इन लोन का भी भुगतान करना ही पड़ेगा|

अगर घर लेने की सोच रहे हैं, तो अभी से डाउन-पेमेंट के लिए पैसा जमा करना शुरू कर दें| आप हर महीने कुछ पैसा निकाल कर फिक्स्ड डिपाजिट, रेकरिंग डिपाजिट यस लिक्विड फण्ड में डाल सकते हैं|

पढ़ें: आपको लोन देते समय बैंक किन बातों का ख्याल रखते हैं?

पढ़ें: होम लोन राशि बढाने के 5 तरीके

सौजन्य: EmiCalculator.net, Flickr

Filed Under: Financial Planning, Loans Tagged With: sbi होम लोन, पर्सनल लोन, होम लोन डाउन-पेमेंट

भारत सरकार की छोटे दुकानदार और व्यापारियों के लिए पेंशन योजना; 3,000 रुपये की मिलेगी पेंशन

by दीपेश Leave a Comment

भारत सरकार में छोटे दुकानदारों/व्यापारियों/किरण विक्रेतायों के लिए नयी पेंशन योजना की घोषणा करी है| इस योजना के शामिल लोगों को 60 वर्ष की आयु से आजीवन 3,000 रुपये की पेंशन मिलेगी|

अभी आधिकारिक तौर पर यह योजना शुरू नहीं हुई है| कुछ समय में शुरू हो जायेगी| ध्यान दें अभी इस योजना की पूरी जानकारी नहीं आई है| अभी तक जितनी जानकारी उपलब्ध है, उसी के अनुसार मैं यहाँ लिख रहा हूँ| जैसे अधिक जानकारी आती है, मैं पोस्ट को अपडेट कर दूंगा|

यह योजना केवल दुकानदारों, किराना विक्रेता और छोटे व्यापारियों के लिए है| इस योजना के तहत आपको 60 वर्ष की आयु का होने पर कम-से-कम 3,000 रुपये की पेंशन मिलेगी|

दुकानदार/व्यापारी पेंशन योजना कैसे काम करती है?

अगर आप पात्र हैं, तब आप 60 वर्ष की आयु तक निवेश करते हैं| 60 वर्ष की आयु से आपको 3,000 रुपये की आजीवन मासिक पेंशन मिलती है|

सरकार की गारंटी है| अगर आप पेंशन योजना में योगदान करेंगे, तो आपकी पेंशन को कोई रिस्क नहीं है|

  1. 60 वर्ष की आयु तक आपको निवेश करना होगा| आपका मासिक निवेश आपकी प्रवेश आयु पर निर्भर करता है| 60 वर्ष की आयु तक आपको एक सामान ही निवेश करना होगा| भारत सरकार भी आपके पेंशन खाते में आपके बराबर योगदान करेगी|
  2. 60 वर्ष की आयु से आपको 3,000 रुपये की मासिक पेंशन मिलेगी| यह पेंशन आजीवन मिलेगी|
  3. आपके बाद आपकी पत्नी को पेंशन मिलेगी| आपकी पत्नी/पति को पूरी पेंशन मिलेगी या आधी, इस बारे में अभी तक कोई स्पष्टता नहीं है|

दुकानदार/व्यापारी पेंशन योजना में कौन शामिल हो सकता है?

  1. आपकी आयु (योजना में प्रवेश के समय) 18 से 40 वर्ष के बीच में होनी चाहिए|
  2. सभी छोटे दुकानदार/व्यापारी/सेल्फ-एम्प्लोयेड लोग इसमें शामिल हो सकते हैं| आपका GST turnover 1.5 करोड़ रुपये से कम होना चाहिए|

दुकानदार/व्यापारी पेंशन योजना में कैसे शामिल हो?

  1. आपको केवल आधार कार्ड और बैंक खाते की ज़रुरत है| बैंक खाते में आपका आधार कार्ड लिंक होना चाहिए|
  2. आप Common Service Center (CSC) पर जा कर योजना में शामिल हो सकते हैं|
  3. एक बार आप योजना में शामिल हो गए, उसके बाद निवेश राशि स्वयं आपके बैंक खाते से कट कर निवेश हो जायेगी|

60 वर्ष की आयु का होने पर यह पैसे आपके खाते में ओने आप आ जायेगा|

क्या मुझे इस पेंशन योजना में लाभ के लिए योगदान करना होगा?

जी हाँ, अटल पेंशन योजना (APY) और प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना (PM-SYM) की तरह आपको भी योगदान करना पड़ेगा|

ध्यान दें प्रधानमन्त्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) में कोई योगदान नहीं करना होता|

निवेश कितना करना होगा?

आपकी मासिक निवेश राशि आपकी आयु पर निर्भर करती है|

अभी इस बारे में पूरी जानकारी तो नहीं आई है, परन्तु मेरे अनुसार निवेश राशि प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना (PM-SYM) के सामान ही होगी|

PM-SYM में मासिक निवेश राशि कुछ इस प्रकार है:

प्रधानमन्त्री श्रमयोगी मानधन योजना PM-sym
अटल  पेंशन योजना 
छोटे दुकानदार व्यापारी पेंशन योजना

पढ़ें: प्रधानमन्त्री श्रमयोगी मानधन योजना (PM-SYM) और अटल पेंशन योजना (APY) में क्या अंतर है?

अतिरिक्त लिंक

भारत सरकार की दुकानदार/व्यापारी पेंशन योजना की घोषणा

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प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan) योजना की पूरी जानकारी

Last updated: जून 6, 2019 | by दीपेश Leave a Comment

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan) भारत सरकार द्वारा किसानों को आय प्रदान करने की एक योजना है| इस योजना के तहत किसान परिवारों को प्रति वर्ष 6,000 रुपये दिए जायेंगे| यह राशि 2,000 रुपये की 3 किश्तों में दी जायेगी| यह किश्तें 4 महीने के अंतराल पर दी जायेंगी| पैसा अपने आप आपके बैंक खाते में आ जाएगा|

ध्यान दें यह योजना चालू हो चुकी है और करोड़ों किसानों के इस योजना का लाभ मिल रहा है|

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) का लाभ कौन ले सकता है? (Eligibility)

केवल किसान ही लाभ ले सकते हैं| पहले, अगर आपके पास 2 हेक्टेयर तक कृषियोग्य (cultivable) ज़मीन है, आप तभी योजना का लाभ ले सकते थे| परन्तु, अब इस शर्त को हटा दिया गया है| अब कोई भी किसान इस योजना का लाभ ले सकता है|

1 हेक्टेयर = 2.47 एकड़

यह लोग या किसान इस योजना का लाभ नहीं ले सकते, :

  1. अगर (या आपके परिवार में किसी ने) आपने पिछले वर्ष में इनकम टैक्स दिया हो|
  2. अगर आपको (या परिवारजन) 10,000 रुपये से अधिक की पेंशन मिलती है|
  3. आप (या परिवारजन) केंद्रीय सरकार या प्रदेश सरकार की कर्मचारी हैं या पहले कभी कर्मचारी थे| (ध्यान दें Class 4 या ग्रुप D कर्मचारी को इस योजना का लाभ मिलेगा)
  4. आप (या परिवारजन) MP या MLA हैं या रह चुके हैं |
  5. आप ग्राम पंचायत अध्यक्ष या मेयर हैं या रह चुके हैं|
  6. आप डॉक्टर, इंजिनियर, वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट या आर्किटेक्ट है|

देखें तो, सरकार चाहती है की ज़रुरतमंद किसानों को ही यह लाभ मिले|

परिवार आपको, आपकी पत्नी या आपके अवयस्क बच्चों (18 वर्ष से कम आयु) को माना जाएगा|

इस लाभ के लिए आपको कोई निवेश करने की ज़रुरत नहीं है| अगर आप इस योजना के पात्र हैं, तो आपको स्वयं लाभ मिल जाएगा|

मेरे पास कोई कृषि के लिए कोई भूमि नहीं है? क्या कुझे इस योजना का लाभ मिलेगा?

नहीं, अगर आपके पास कृषियोग्य भूमि नहीं है, तब आपको प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ नहीं मिलेगा|

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PM-Kisan योजना का लाभ लेने की लिए और क्या चाहिए?

आपको कुछ करने की ज़रूरर नहीं है| प्रदेश सरकारें अपने रिकॉर्ड में पात्र लोगों का नाम निकाल कर केंद्रीय सरकार को दे देंगी| केंद्रीय सरकार राशि ट्रान्सफर करेगी|

लाभ पाने के लिए आपके पास आधार कार्ड होना चाहिए| साथ ही, आपके बैंक खाते में भी आधार अपडेट होना चाहिए| बिना आधार कार्ड के आप इस योजना का लाभ नहीं ले पायेंगे|

ध्यान दें आपको पैसा नकद में नहीं मिलेगा| पैसा सीधे आपके खाते में आएगा| इसलिए बैंक खाता और आधार कार्ड दोनों अनिवार्य हैं|

आपको कैसे पता लगेगा की आपका नाम लाभार्थियों की सूची में है या नहीं?

आपकी ग्राम पंचायत में सूची रहेगी| साथ ही, SMS द्वारा भी सूचित किया जाएगा|

अगर आप योजना के तहत लाभ के पात्र हैं और आपका नाम सूची में नहीं है, तब आप District Level Grievance Monitoring Committee में जा कर आवेदन कर सकते हैं|

अधिक जानकारी के लिए आप प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) की वेबसाइट पर जा सकते हैं|

अतिरक्त लिंक

PM-Kisan की सरकार द्वारा विवरण

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-Kisan) की अतिरिक्त जानकारी

अटल पेंशन योजना की पूरी जानकारी

प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना (PM-SYM) क्या है?

किसान क्रेडिट कार्ड की पूरी जानकारी

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होम लोन पात्रता (Home Loan Eligibility) बढ़ाने के 5 तरीके

by दीपेश Leave a Comment

मकानों की कीमत बहुत अधिक हैं और अधिकतर लोगों को घर खरीदने के लिए लोन लेना पड़ता है| मकानों की कीमत अधिक होने की वजह से लोन राशि भी अधिक चाहिए होती है| अगर आपको ज़रुरत के अनुसार लोन नहीं मिल पाया, तो आप क्या करेंगे? मेरा मतलब है की आपकी लोन की पात्रता (loan eligibility) आपकी लोन की ज़रुरत से कम है|

इस पोस्ट में चर्चा करेंगे अपनी लोन eligibility बढाने के 5 तरीकों के बारे में|

आगे बढ़ने से पहले देखते हैं की बैंक आपकी लोन पात्रता कैसे निकालते है|

बैंक आपके लोन की eligibility (पात्रता) कैसे निकालता है?

बैंक आपको केवल उतना ही लोन देगा, जिसका की आप आसानी से भुगतान कर पाएं|

आप जितनी EMI का भुगतान कर सकते हैं, उसी के अनुसार आपको लोन दिया जाता है|

मान लिए आपकी मासिक आय 50,000 रुपये है| आपके ऊपर कोई और लोन नहीं है|

हर बैंक के नियम अलग होते हैं| मान लिए आपके बैंक का नियम है की आपकी आय के 50% से अधिक की EMI का लोन नहीं दिया जाएगा|

अगर मासिक आय 50,000 रुपये है, तो अधिकतम ईएमआई 25,000 रुपये से अधिक नहीं हो सकती|

अधिकतम EMI, लोन अवधि और ब्याज दर का प्रयोग करके आप अपनी लोन पात्रता कैलकुलेट कर सकते हैं|

मान लिए लोन अवधि है 15 वर्ष और ब्याज दर है 10% p.a.

आपकी अधिकतम लोन राशि होगी: PV(10%/12, 15*12, 25,000, 0) = 23.26 लाख रुपये

आपको इस राशि से अधिक का लोन नहीं मिलेगा| ध्यान दें अगर आपके पास कोई दूसरा लोन भी है, तो उस लोन की EMI को भी शामिल किया जाएगा| मान लिए आपके दूसरे लोन की EMI 10,000 रुपये है, तो आपके नए लोन की EMI 15,000 रुपये (25,000-10,000) से अधिक नहीं हो सकती|

इस विषय में अधिक जानकारी के लिए इस पोस्ट (आपको कितना होम लोन मिल सकता है?) को पढ़ें|

आईये देखते हैं 5 तरीके जिससे की आप अपनी लोन पात्रता (eligibility) बढ़ा सकते हैं|

#1 अपनी आय को बढायें

यह समझना तो आसान है परन्तु करना शायद आसान नहीं है| आय बढ़ेगी, तो अधिक EMI का भुगतान कर सकते हैं| अगर अधिक EMI का भुगतान कर सकते हैं, तो आपकी लोन पात्रता भी बढ़ जायेगी|

#2 जोईंट लोन (Joint Loan) लें

एक से भले दो| अगर आप अपनी पत्नी/पति को co-borrower (सह-उधारकर्ता) बनाते हैं, तो लोन की पात्रता निकालने के लिए आप दोनों की आय को जोड़ दिया जाएगा| इससे भी आपकी लोन की पात्रता बढ़ सकती है| ध्यान दें आय तभी बढ़ेगी, जब आपकी पत्नी/पति की कोई आमदनी हो|

#3 पुराने लोन चुकाएं

हमनें ऊपर चर्चा करी थी की आपकी लोन पात्रता निकालते समय आपके मौजूदा लोन को भी ध्यान में रखा जाता है| मौजूदा लोन आपकी लोन पात्रता को कम कर देते हैं| इसलिए आप मौजूदा लोन का भुगतान करके भी अपनी लोन पात्रता बढ़ा सकते हैं|

#4 लोन अवधि को बढाएं

लोन अवधि बढ़ने पर लोन की EMI कम होती है|

अगर आप 40 लाख रुपये का लोन 20 वर्ष के लिए लेते हैं (ब्याज दर 9%), तब आपकी ईएमआई 35,989 रुपये| इतने लोन के लिए आपकी मासिक आय 71,978 होनी चाहिए|

अगर आपकी मासिक आय 71,978 रुपये ही रहती और आप 30 वर्ष का लोन लेते, तब आपकी लोन पात्रता 44.72 लाख रुपये हो जाती| आप देख सकते हैं की लोन अवधि 20 से 30 वर्ष करने पर लोन की eligibility 40 लाख से 44.72 लाख रुपये हो गयी|

#5 आप नए लोन उत्पाद ले सकते हैं

बैंक भी आज कल ऐसे लोन प्रोडक्ट ले कर आ रहे हैं, जहाँ की आपकी लोन की पात्रता ज्यादा हो|

उदाहरण है SBI FlexiPay होम लोन| इस लोन में आपकी लोन की पात्रता 20% तक बढ़ जाती है| ऐसा करने के लिए बैंक पहले कुछ वर्षों में केवल ब्याज ही लेता है| अधिक जानकारी के लिए इस पोस्ट को पढ़ें|

इसके अलावा कुछ और उत्पाद भी है, जहाँ आप अपने माता/पिता के साथ joint लोन ले सकते हैं| जब तक आपके पिता काम कर रहे, तब तक आप दोनों EMI का भुगतान करेंगे और EMI ज्यादा होगी| जब आपके पिता रिटायर हो जायेंगे, तब केवल आपको ईएमआई का भुगतान करना होगा| अधिक जानकारी के लिए इस पोस्ट (अंग्रेजी) को पढ़ें|

ऊपर दिए गए सुझावों के अलावा कुछ तरीके हैं ज्यादा लोन पाने के| आप कुछ अतिरिक्त सेकुरिटी देते हैं, तब भी बैंक आपकी लोन राशि बढाने को तैयार हो सकता है| साथ ही, अपने क्रेडिट स्कोर का ध्यान रखें| अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तब भी बैंक आपको अधिक लोन देने को मान सकता है|

अतिरिक्त लिंक

SBI Home Loan

कैसे आप अपना होम लोन जल्दी खत्म कर सकते हैं?

Filed Under: Financial Planning, Loans Tagged With: sbi flexipay होम लोन, sbi होम लोन, ज्यादा होम लोन कैसे मिलेगा, सबी होम लोन कैलकुलेटर, होम लोन पात्रता

मेडिकल लोन या हेल्थ इंश्योरेंस: इलाज के खर्चे की भरपाई कैसे करें?

by दीपेश Leave a Comment

इलाज़ का खर्चा बढ़ता जा रहा है| अगर अस्पताल में भारती होना पड़े, तो लम्बे बिल का खतरा रहता है| ऐसे उदाहरणों की कमी नहीं है जहाँ अस्पताल के बिल ने परिवार की आर्थिक स्तिथि खराब कर दी हो| ऐसे में आप क्या कर सकते हैं?

आज दो विकल्पों पर चर्चा करते हैं: हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) और मेडिकल लोन|

दोनों में कुछ अच्छी और बुरी बातें हैं| देखते हैं कौन सा हाँ बेहतर विकल्प|

हेल्थ इंश्योरेंस लेने में क्या समस्याएं हैं?

हेल्थ इन्श्योरेंस में आप हर वर्ष कुछ प्रीमियम देते हैं| अगर असपताल में भारती होते हैं, तो बीमा कंपनी इलाज़ का खर्चा उठाती है| अगर क्लेम नहीं किया, तो प्रीमियम वापिस नहीं किया जाता| जानते हैं क्या हैं परेशानियां|

  1. आप प्रीमियम का भुगतान करते रहते हैं| ऐसा हो सकता है की कई वर्षों तक आपको क्लेम न करना पड़े| आपको लगेगा की आपका अनेक वर्षों का प्रीमियम बेकार गया|
  2. हर साल प्रीमियम बढ़ा दिया जाता है| कई बार प्रीमियम एक वर्ष में 30-40% तक भी बढ़ सकता है| अगर किसी वजह आप प्रीमियम नहीं दे पाए, तो पूरी मेहनत बेकार| अगर आप कभी क्लेम भी नहीं किया, तो सारा पुराना प्रीमियम भी बेकार चला गया|
  3. इंश्योरेंस कंपनी पर भरोसा करना भी मुश्किल है| आपने कई वर्षों तक प्रीमियम का भुगतान किया, जब क्लेम की बारी आई, तो कोई फ़ालतू कारण बताकर क्लेम रिजेक्ट कर दिया|
  4. इंशोयरेंस कंपनी कई अन्य तरीकों से भी बदमाशी करती हैं| आपके पास सस्ता इंश्योरेंस प्लान है, तो वह उसे बंद करके आपको कोई नया महंगा प्लान खरीदने के लिए दबाव डालेंगी|
  5. बुज़ुर्ग लोगों को हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने में परेशानी रहती है| साथ ही, अगर आपको कोई पहले से बीमारी (pre-existing illness) है, तो स्वास्थ्य बीमा मिलने में परेशानी रहेगी| बीमा कंपनी आपकी एप्लीकेशन रिजेक्ट कर देगी या प्रीमियम बहुत अधिक होगा|
  6. अस्पताल के कुछ तरह के खर्चों का भुगतान बीमा कंपनी द्वारा नहीं किया जाता| इनका भुगतान आपको अपनी जेब से करना होगा|

पढ़ें: कौनसी है बेस्ट हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी? (हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम सेटलमेंट रेश्यो की जानकारी)

मेडिकल लोन के क्या फायदे और नुकसान हैं?

मेडिकल लोन एक तरह का पर्सनल लोन ही होता है| बस समझ लिए की लोन की राशि आपकी बैंक खाते में आने की बजाय सीधे अस्पताल को भेजी जाती है| कुछ मेडिकल लोन में राशि आपके खातें में भी आ सकती है|

मेडिकल लोन आप केवल ज़रुरत पड़ें पर ही लेंगे| आपको हर वर्ष प्रीमियम देने की आवश्यकता नहीं है| कुछ मामलों में आपको अस्पताल के बिल पर कुछ डिस्काउंट भी मिल सकता है| ब्याज की दर एक पर्सनल लोन से कम हो सकती है|

अगर इलाज़ के खर्चे की लिए पैसे की ज़रुरत है, तब आप मेडिकल लोन ले सकते हैं| मेडिकल लोन के बारे में अधिक जानकारी के लिए इस पोस्ट को पढ़ें|

अब सवाल आता है, किस पर भरोसा करें, हेल्थ इंश्योरेंस पर या मेडिकल लोन पर?

मेडिकल लोन और हेल्थ इंश्योरेंस में क्या बेहतर है?

मेरे अनुसार हेल्थ इंश्योरेंस (स्वास्थ्य बीमा) लेना एक बेहतर विकल्प है|

आईये देखते हैं क्यों|

मैं मानता हूँ की अगर आप कई वर्षों तक क्लेम ने करें, तब आपको महसूस होगा की आपका प्रीमियम व्यर्थ गया| इससे बेहतर तो आपने यह पैसा कहीं निवेश कर दिया होता और कुछ रिटर्न पाए होते| समय पड़ने पर आप इस पैसे को निकाल कर चिकित्सा पर खर्च भी कर सकते हैं| परन्तु, यहाँ एक समस्या है| ज़िन्दगी का कोई भरोसा नहीं| आपने 10 वर्ष तक 20,000 रुपये का प्रीमियम दिया और 11वें पर में सीधे 5 लाख रुपये का क्लेम करने की ज़रुरत पड़ है| ऐसा होने पर शायद आपको अपना पिछले 10 वर्ष का प्रीमियम इतना व्यर्थ नहीं लगेगा|

अगर आपने प्रीमियम देने की बजाय यह पैसा निवेश किया होता, तब आप इस पैसे का इलाज़ में इस्तेमाल कर सकते थे| परन्तु यह पैसा एक बार खर्च हो गया, तो खत्म हो जाएगा| हेल्थ इंश्योरेंस की सीमा हर वर्ष रिसेट (reset) हो जाती है| मतलब की आप आगे भी क्लेम कर सकते हैं| उदहारण की सहायता से समझते हैं|

आपके पास 5 लाख रुपये का बीमा है| आपके पालिसी 1 जून, 2018 को खरीदी| आपका पालिसी वर्ष हुआ 1 जून से 31 मई| आप एक पालिसी वर्ष में पूरे 5 लाख रुपये का क्लेम कर लेते हैं| इस पालिसी वर्ष में आप कोई और क्लेम नहीं कर पायेंगे क्योंकि आपकी बीमा की सीमा खत्म हो गयी है| आपका पालिसी वर्ष 31 मई, 2019 को समाप्त हो जाएगा| 1 जून, 2019 से आपकी लिमिट फिर से रिसेट (reset) हो जायेगी| इसका मतलब आप 1 जून, 2019 से फिर से 5 लाख तक रुपये तक का क्लेम कर सकते हैं| ऐसा हर वर्ष होता रहेगा|  अगर आप प्रीमियम देने की बजाय पैसा जमा किया होता, तब वह पैसा तो खत्म हो गया होता| आगे आपक क्या करते?

कई बार ऐसी बीमारी भी हो जाती है, जहाँ आपको बार-बार अस्पताल में भारती होना पड़ता है और खर्चा आता रहता है| ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस पालिसी बहुत लाभकारी हो सकती है|

मेडिकल लोन में केवल आपको पैसा उधार मिलता है| यह पैसा आपको ब्याज समेत चुकाना भी होगा| ब्याज की दर अधिक भी हो सकती है| साथ ही, इस बात की भी क्या गारंटी है की आपको मेडिकल/ लोन मिल ही जाएगा| अगर आपको ज़रुरत पड़ने पर मेडिकल लोन नहीं मिला, तब आप क्या करेंगे? आपका या परिवारजन का इलाज़ कैसे होगा? अगर कोई ऐसी बीमारी होती है, जहां बार-बार अस्पताल में भारती होना पड़े, तो कितनी बार लोन लेंगे और कैसे भुगतान करेंगे|

ध्यान दें हेल्थ इंश्योरेंस में आपको केवल प्रीमियम देना होता है| क्लेम का भुगतान बीमा कंपनी करती है और आपको उसे कुछ लौटाना नहीं होता| मेडिकल लोन में आपने 5 लाख का लोन लिया, तो आपको 5.5 लाख रुपये (लौटाने भी होंगे)|

हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम के भुगतान पर टैक्स बेनिफिट मिलते हैं| मेडिकल लोन के भुगतान पर कोई टैक्स बेनिफिट नहीं मिलता|

पढ़ें: बीमा खरीदते समय इन गलतियों से बचें?

आपको क्या करना चाहिए?

मेरे अनुसार आपके पास हेल्थ इंश्योरेंस हों चाहिए| अगर आपका एम्प्लायर आपको बीमा प्रदान करता है, तब आप कुछ राहत ले सकते हैं| परन्तु ध्यान रखें एम्प्लायर द्वारा प्रदान किया गया बीमा केवल तभी तक होता है, जब तक आप नौकरी कर रहे हैं|

साथ ही थोड़ा सा पैसा जमा करते रहे और एक मेडिकल फण्ड (medical fund) बनाएं| यह पैसा आप फिक्स्ड डिपाजिट या लिक्विड फण्ड में रख सकते हैं| ज़रुरत पड़ने पर आप मेडिकल इंश्योरेंस के साथ-साथ इसका इस्तेमाल भी कर सकते हैं| मेडिकल लोन पर भरोसा करना अच्चा विकल्प नहीं है|

सौजन्य: EmiCalculator.net

Filed Under: Financial Planning, Life Insurance Tagged With: medical loan in hindi, बेस्ट हेल्थ इंश्योरेंस प्लान, मेडिकल लोन, लोन के प्रकार, हेल्थ इंश्योरेंस

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