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एलआईसी जीवन अक्षय VI: एक बार प्रीमियम भुगतान, पूरे जीवन पेंशन (पूरी जानकारी)

Last updated: अगस्त 28, 2018 | by दीपेश Leave a Comment

एलआईसी जीवन अक्षय VI (LIC Jeevan Akshay VI) एक बहुत ही लोकप्रिय पेंशन प्लान है|

LIC Jeevan Akshay VI एक सिंगल प्रीमियम पेंशन प्लान है|

इस प्लान में आप एक बार एकमुश्त राशि का भुगतान करते हैं और इंश्योरेंस कंपनी आपको जीवन भर पेंशन देती है|

एलआईसी जीवन अक्षय 6 कई विकल्पों में आती है|

आप ऐसे विकल्प का चुनाव भी कर सकते हैं जहां आपके बाद आपके पति या पत्नी को भी पेंशन मिलेगी| एलआईसी जीवन अक्षय के विभिन्न विकल्पों पर विस्तार से चर्चा करेंगे|

एलआईसी जीवन अक्षय VI (LIC Jeevan Akshay in Hindi)

  1. न्यूनतम प्रवेश आयु (Minimum Entry Age): 30 वर्ष
  2. अधिकतम प्रवेश आयु (Maximum Entry Age): विकल्प 3 के लिए 100 वर्ष, अन्य विकल्पों के लिए 85 वर्ष. विकल्पों के बारे में बाद में विस्तार से चर्चा करेंगे|
  3. न्यूनतम निवेश (Minimum Purchase Price): 1.5 लाख रुपये (ऑनलाइन खरीदने पर), किसी और माध्यम से खरीदने पर 1 लाख रुपये
  4. अधिकतम निवेश (Maximum Purchase Price): कोई सीमा नहीं
  5. पेंशन भुगतान: आपके पास मासिक (monthly), त्रेमासिक (quarterly), छमाही (half-yearly) या वार्षिक (annual) पेंशन पाने का विकल्प हैं|
  6. LIC Jeevan Akshay में लोन सुविधा उपलब्ध नहीं है| Loan not available under LIC Jeevan Akshay VI.
  7. पालिसी ऑनलाइन खरीदने पर आपको 1% rebate मिलती है, अतिरिक्त पेंशन के रूप में|
  8. आपके प्रीमियम पर 1.8% GST लगता है| अगर आप 10 लाख रुपये का प्लान खरीदना चाहते हैं, तो आपको 10 लाख 18 लाख रुपये का भुगतान करना होगा| 18,000 रुपये का GST|
  9. जीवन अक्षय प्लान लेते समय किसी मेडिकल जांच की ज़रुरत नहीं है|

अधिक जानकारी के लिए आप LIC की वेबसाइट पर भी जा सकते हैं|

एलआईसी जीवन अक्षय में कितना ब्याज मिलता है?

एलआईसी जीवन अक्षय 6 एक एन्युटी प्लान (Annuity plan) है|

ध्यान से देखें तो, जीवन अक्षय किसी Fixed Deposit की तरह नहीं है|

फिक्स्ड डिपाजिट में आपको नियमित तौर पर ब्याज मिलता है| FD मेच्योर होने पर आपको आपका पैसा लौटा दिया जाता है| आप चाहें तो अपने पैसे को दोबारा से निवेश कर सकते हैं| परन्तु इस बात की कोई गारंटी नहीं है की आपको ब्याज की दर कम मिलेगी या ज्यादा|

एलआईसी जीवन अक्षय में ऐसा हमेशा नहीं होता| जैसे की ऊपर चर्चा करी है, जीवन अक्षय में कई विकल्प हैं|

आईये संक्षिप्त में जानते हैं|

lic jeevan akshay VI hindi एलआईसी जीवन अक्षय 6 proposal form

इन विकल्पों के बारे में नीचे विस्तार से (उदाहरणों के साथ) चर्चा करेंगे|

पहले ब्याज दर देख लें|
LIC Jeevan Akshay एलआईसी जीवन अक्षय 6

  1. यह राशि प्रति 1 लाख रुपये की खरीद पर है| जैसे की 60 वर्ष की आयु और पहले विकल्प में 1 लाख रुपये के निवेश पर 8,700 रुपये प्रति वर्ष मिलेंगे|
  2. ऊपर लिखी हुई राशि वार्षिक पेंशन के लिए है| मासिक, त्रेमासिक या छमाही राशियाँ अलग होंगी|
  3. आप देख सकते हैं सभी विकल्पों की ब्याज दर (एन्युटी रेट) बिलकुल अलग है|
  4. ब्याज दर आपकी आयु के साथ बढती है| कम आयु पर एन्युटी खरीदने पर ब्याज दर कम होती है|
  5. आपको पूरे जीवन पेंशन मिलती रहेगी| आप चाहें 65 वर्ष तक जीयें, या 100 वर्ष तक या 150 वर्ष तक| LIC आपको इसी ब्याज दर के अनुसार ब्याज देती रहेगी|
  6. यह ब्याज दर (annuity rate) समय-समय पर बदल सकती है| आप प्लान लेने से पहले LIC शाखा में या LIC ब्रांच में या LIC वेबसाइट पर अवश्य चेक करें|
  7. LIC Jeevan Akshay प्लान ऑनलाइन खरीदने पर 1% अधिक पेंशन मिलेगी| 60 वर्षीय व्यक्ति अगर विकल्प 1 में एक लाख रुपये निवेश करता है, तो उसे हर वर्ष 8,700 रुपये की वार्षिक पेंशन मिलेगी| अगर ऑनलाइन भुगतान करता है, 1% अधिक पेंशन मिलेगी| मतलब की 8,700 * 101% = 8,787 रुपये की वार्षिक पेंशन मिलेगी|
  8. साथ ही अधिक निवेश करने पर भी कुछ अतिरिक्त पेंशन मिलेगी|LIC Jeevan Akshay VI एलआईई जीवन अक्षय 6 रिबेट प्रीमियम 2
  9. ऊपर के उदाहरण को चालू रखें तो, अगर 5 लाख रुपये निवेश करते हैं, तो 8,700 प्रति लाख रुपये की बजाय 8,704 रुपये प्रति लाख रुपये की पेंशन मिलेगी|

एलआईसी जीवन अक्षय: विकल्प 1: Annuity for Life

इस विकल्प में आपको जीवन भर पेंशन मिलेगी| आपको एक बार भुगतान करना है|

Pension Benefit (पेंशन बेनिफिट): आपको जीवन भर पेंशन मिलेगी| आपकी मृत्यु के बाद पेंशन रुक जायेगी|

Death Benefit (मृत्यु लाभ): निवेशक की मृत्यु होने पर नॉमिनी को कुछ भी नहीं मिलेगा| पेंशन का भुगतान भी रुक जाएगा|

Maturity Benefit (परिपक्वता लाभ): क्योंकि पेंशन पूरे जीवन चलेगी, मेच्योरिटी का तो कोई सवाल ही नहीं उठता|

Surrender Benefit (सरेंडर लाभ): आप प्लान सरेंडर नहीं कर सकते| इसका मतलब यह हुआ की निवेश किया हुआ पैसा आपको या आपके नॉमिनी को कभी भी वापिस नहीं मिलेगा|

उदहारण (Example)

एक 60 वर्षीय व्यक्ति विकल्प 1 में 10 लाख रुपये निवेश करता है| 1.8% GST मिलाकर उन्हें 10.18 लाख रुपये का भुगतान करना होगा|

ऊपर टेबल देखें तो 8,700 रुपये लिखा हुआ है| आप आयु और विकल्प को मिलाकर देख सकते हैं|

इसका मतलब यह है की आप 1 लाख रुपये निवेश करने पर 8,700 रुपये की वार्षिक पेंशन पायेंगे|

क्योंकि आपने 10 लाख रुपये निवेश किये हैं, तो आपको 87,000 रुपये की वार्षिक पेंशन मिलेगी|

आपके यह पेंशन पूरे जीवन मिलेगी| आपकी मृत्यु के बाद पेंशन रुक जायेगी| नॉमिनी को कुछ भी वापिस नहीं दिया जाएगा|

यहाँ थोड़ी समस्या है, अगर निवेशक की मृत्यु जल्दी हो जाती है, तो सारा पैसा डूब जाएगा|


विकल्प 2: Annuity payable for 5, 10, 15 or 20 years certain and thereafter as long as the annuitant is alive

Pension Benefit (पेंशन बेनिफिट):

इसमें आपको या आपके परिवार को निर्धारित समय तक पेंशन मिलेगी| निर्धारित अवधि के बाद, जब तक आप जीवित हैं, आपको तब तक पेंशन मिलेगी|

अगर निर्धारित अवधि से पहले मृत्यु हो जाती है, तो निर्धारित अवधि तक आपके परिवार को पेंशन मिलेगी| इसका मतलब आप जीवित रहे या न रहे, आपके परिवार (या आपको) को कम से कम निर्धारित अवधि तक तो पेंशन मिलनी ही है| निर्धारित अवधि के बाद तब तक पेंशन मिलेगी, जब तक आप जीवित हैं|

निर्धारित अवधि के 4 विकल्प हैं: 5 वर्ष, 10 वर्ष, 15 वर्ष, 20 वर्ष| आप कोई भी विकल्प चुन सकते हैं| जितनी कम निर्धारित अवधि होगी, उतनी ही अधिक ब्याज दर होगी|

Death Benefit (मृत्यु लाभ): जैसा की ऊपर लिखा है, निर्धारित अवधि से पहले मृत्यु होने पर नॉमिनी को निर्धारित अवधि तक पेंशन मिलती रहेगी| उसके बाद पेंशन रुक जायेगी और नॉमिनी को कुछ भी नहीं मिलेगा|

निर्धारित अवधि के बाद मृत्यु होने पर पेंशन रुक जायेगी| नॉमिनी को कुछ भी नहीं मिलेगा|

Maturity Benefit (परिपक्वता लाभ): मेच्योरिटी को कोई मतलब नहीं है|

Surrender Benefit (सरेंडर लाभ): सरेंडर नहीं कर सकते|

उदहारण (Example)

एक 60 वर्षीय व्यक्ति विकल्प 2 में 10 लाख रुपये निवेश करता है| 1.8% GST मिलाकर उन्हें 10.18 लाख रुपये का भुगतान करना होगा|

15 वर्ष की निर्धारित अवधि का चुनाव किया गया है|

ऊपर टेबल देखें तो (आयु उअर विकल्प मिलाकर) 8,170 रुपये लिखा हुआ है|

इसका मतलब यह है की आप 1 लाख रुपये निवेश करने पर 8,170 रुपये की वार्षिक पेंशन पायेंगे|

क्योंकि आपने 10 लाख रुपये निवेश किये हैं, तो आपको 81,700 रुपये की वार्षिक पेंशन मिलेगी|

आपके यह पेंशन पूरे जीवन मिलेगी|

परन्तु अगर आपकी मृत्यु 6 साल बाद हो जाती है, तो आपके नॉमिनी को बचे हुए 9 वर्ष तक पेंशन मिलेगी| निर्धारित अवधि के अंत पर नॉमिनी की पेंशन रोक दी जायेगी|

अगर मृत्यु 15 वर्ष के बाद होती है, तो मृत्यु के बाद पेंशन रुक जायेगी| नॉमिनी को कुछ भी नहीं मिलेगा|


विकल्प 3: Annuity for life with return of purchase price on death of the annuitant

Pension Benefit (पेंशन बेनिफिट): आपको पूरे जीवन पेंशन मिलेगी| आपकी मृत्यु के बाद पेंशन रुक जायेगी|

Death Benefit (मृत्यु लाभ): निवेशक की मृत्यु होने पर पेंशन का भुगतान रुक जाएगा और नॉमिनी को निवेश राशि लौटा दी जाएगी| अगर आपने 10 लाख रुपये का प्लान लिया था, तो नॉमिनी को 10 लाख रुपये लौटा दिए जायेंगे|

Maturity Benefit (परिपक्वता लाभ): क्योंकि पेंशन पूरे जीवन चलेगी, मेच्योरिटी का तो कोई सवाल ही नहीं उठता|

Surrender Benefit (सरेंडर लाभ): पालिसी लेने के एक वर्ष बाद आप पालिसी को सरेंडर कर सकते हैं| केवल दो परिस्तिथियों में ही सरेंडर कर सकते हैं: गंभीर बीमारी की स्तिथि में या आप किस दूसरे देश में बसने जा रहे हों|

एलआईसी जीवन अक्षय को सरेंडर करने पर मिलने वाली राशि सरेंडर के समय आपकी आयु पर निर्भर करेगी| इस राशि को कैसे कैलकुलेट करना है, इसकी जानकारी मुझे नहीं है|

उदहारण (Example)

एक 60 वर्षीय व्यक्ति विकल्प 3 में 10 लाख रुपये निवेश करता है| 1.8% GST मिलाकर उन्हें 10.18 लाख रुपये का भुगतान करना होगा|

ऊपर टेबल देखें तो 6,320 रुपये लिखा हुआ है| आप आयु और विकल्प को मिलाकर देख सकते हैं|

इसका मतलब यह है की आप 1 लाख रुपये निवेश करने पर 6,320 रुपये की वार्षिक पेंशन पायेंगे|

10 लाख रुपये निवेश करने पर आपको 63,200 रुपये की वार्षिक पेंशन मिलेगी|

आपके यह पेंशन पूरे जीवन मिलेगी| आपकी मृत्यु के बाद पेंशन रुक जायेगी| मृत्यु पर निवेश राशि आपके नॉमिनी को 10 लाख रुपये लौटा दिए जायेंगे|

विकल्प 1 और विकल्प 3 में केवल यही अंतर है| विकल्प 1 में नॉमिनी को कुछ भी नहीं मिलता, जबकि विकल्प 3 में नॉमिनी को निवेश राशि लौटा दी जाती है| इसिलए विकल्प 3 की ब्याज दर भी कम है|


विकल्प 4: Annuity payable for life increasing at a simple rate of 3% p.a.

Pension Benefit (पेंशन बेनिफिट): आपको पूरे जीवन पेंशन मिलेगी| हर वर्ष आपकी पेंशन की राशि 3% से बढ़ जायेगी|

Death Benefit (मृत्यु लाभ): निवेशक की मृत्यु होने पर पेंशन का भुगतान रुक जाएगा|नॉमिनी को कुछ भी नहीं दिया जाएगा|

Maturity Benefit (परिपक्वता लाभ): पूरे जीवन पेंशन मिलेगी| मेच्योरिटी का कोई मतलब ही नहीं है|

Surrender Benefit (सरेंडर लाभ): सरेंडर करने का विकल्प नहीं है|

उदहारण (Example)

एक 60 वर्षीय व्यक्ति विकल्प 4 में 10 लाख रुपये निवेश करता है| 1.8% GST मिलाकर उन्हें 10.18 लाख रुपये का भुगतान करना होगा|

ऊपर टेबल देखें तो 6,930 रुपये लिखा हुआ है| आप 1 लाख रुपये निवेश करने पर 6,930 रुपये की वार्षिक पेंशन पायेंगे|

10 लाख रुपये निवेश करने पर आपको 69,300 रुपये की वार्षिक पेंशन मिलेगी|

पहले वर्ष 69,300 रुपये की पेंशन मिलेगी| अगले वर्ष पेंशन राशि 3% से बढ़ जायेगी|

दूसरे वर्ष 71,739 रुपये की पेंशन मिलेगी|

तीसरे वर्ष 73,520 रुपये की पेंशन मिलेगी|

आपके पूरे जीवन में पेंशन इसी तरह बढती रहेगी|

आपकी मृत्यु के बाद पेंशन रुक जायेगी| मृत्यु पर निवेश राशि आपके नॉमिनी को कुछ भी नहीं मिलेगा|


विकल्प 5

Annuity for life with a provision of 50% of the annuity payable to spouse during his/her lifetime on death of the annuitant

Pension Benefit (पेंशन बेनिफिट): निवेशक को आजीवन पेंशन मिलेगी| निवेशक की मृत्यु के बाद पत्नी (या पति) को आजीवन पेंशन मिलेगी| पत्नी या पत्नी को केवल 50% पेंशन राशि ही मिलेगी|

Death Benefit (मृत्यु लाभ): निवेशक की मृत्यु होने पर पत्नी (या पति) को 50% पेंशन का भुगतान किया जाएगा|

पत्नी की मृत्यु के बाद नॉमिनी को कुछ भी नहीं मिलेगा|

अगर पत्नी (या पति) की मृत्यु निवेशक से पहले हो जाती है, तो निवेशक की मृत्यु पर पेंशन रोक दी जायेगी| नॉमिनी को कुछ भी नहीं मिलेगा|

Maturity Benefit (परिपक्वता लाभ): पूरे जीवन पेंशन मिलेगी| मेच्योरिटी का कोई मतलब ही नहीं है|

Surrender Benefit (सरेंडर लाभ): सरेंडर करने का विकल्प नहीं है|

उदहारण (Example)

एक 60 वर्षीय व्यक्ति विकल्प 5 में 10 लाख रुपये निवेश करता है| GST मिलाकर उन्हें 10.18 लाख रुपये का भुगतान करना होगा|

ऊपर टेबल देखें में (60 वर्ष की आयु और विकल्प 5) 7,990 रुपये लिखा हुआ है| आप 1 लाख रुपये निवेश करने पर 7,990 रुपये की वार्षिक पेंशन पायेंगे|

10 लाख रुपये निवेश करने पर आपको 79,900 रुपये की वार्षिक पेंशन मिलेगी|

आपके पूरे जीवन यह पेंशन मिलेगी| आपके बाद आपकी पत्नी (या पति) को आजीवन इसकी आधी पेंशन मिलेगी| आपके बाद आपकी पत्नी को 79,900 * 50% = 39,950 रुपये की वार्षिक पेंशन मिलेगी|

आपकी पत्नी की मृत्यु के बाद पेंशन रुक जायेगी| नॉमिनी को कुछ भी नहीं मिलेगा|

अगर आपकी पत्नी की मृत्यु आप से पहले हो जाती है, तो आपकी मृत्यु के बाद पेंशन रुक जायेगी| आपके परिवार को कुछ भी नहीं मिलेगा|


विकल्प 6

Annuity for life with a provision of 100% of the annuity payable to spouse during his/her lifetime on death of the annuitant

विकल्प 5 के मुकाबले थोड़ा सा ही अंतर है|

विकल्प 5 में निवेशक (pensioner) की मृत्यु के बाद पत्नी (पत्नी) को 50% पेंशन मिलती थी|

विकल्प 6 में पूरी पेंशन जारी रहेगी| और कोई अंतर नहीं है|

आप देख सकते हैं, क्योंकि विकल्प 6 में पत्नी को अधिक पेंशन मिलती है, तो विकल्प 6 की ब्याज दर विकल्प 5 से कम है|

उदहारण (Example)

एक 60 वर्षीय व्यक्ति विकल्प 6 में 10 लाख रुपये निवेश करता है| GST मिलाकर उन्हें 10.18 लाख रुपये का भुगतान करना होगा|

ऊपर टेबल देखें में (60 वर्ष की आयु और विकल्प 6) 7,390 रुपये लिखा हुआ है| आप 1 लाख रुपये निवेश करने पर 7,390 रुपये की वार्षिक पेंशन पायेंगे|

10 लाख रुपये निवेश करने पर आपको 73,900 रुपये की वार्षिक पेंशन मिलेगी|

आपके पूरे जीवन यह पेंशन मिलेगी| आपके बाद आपकी पत्नी (या पति) को आजीवन इतनी ही पेंशन मिलेगी| आपके बाद आपकी पत्नी को आजीवन 79,900 रुपये की वार्षिक पेंशन मिलेगी|

आपकी पत्नी की मृत्यु के बाद पेंशन रुक जायेगी| नॉमिनी को कुछ भी नहीं मिलेगा|

अगर आपकी पत्नी की मृत्यु आपसे पहले हो जाती है, तो आपकी मृत्यु के बाद पेंशन रुक जायेगी| आपके परिवार को कुछ भी नहीं मिलेगा|


विकल्प 7

Annuity for life with a provision of 100% of the annuity payable to spouse during his/ her life time on death of annuitant. The purchase price will be returned on the death of last survivor

विकल्प 6 में पति और पत्नी की मृत्यु के बाद आपके परिवार को कुछ भी नहीं मिलता|

विकल्प 7 में अंतर यह है की पति और पत्नी की मृत्यु के बाद नॉमिनी को निवेश राशि लौटा दी जाती है|

Pension Benefit (पेंशन बेनिफिट): निवेश की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी (या पति) को पेंशन मिलेगी| पत्नी (पति) को उतनी ही पेंशन जारी रहेगी|

पत्नी की मृत्यु के बाद पेंशन रोक दी जायेगी|अगर पत्नी (या पति) की मृत्यु निवेशक से पहले हो जाती है, तो निवेशक की मृत्यु पर पेंशन रोक दी जायेगी|

Death Benefit (मृत्यु लाभ): निवेशक की मृत्यु होने पर पत्नी (या पति) को 100% पेंशन का भुगतान किया जाएगा| पत्नी की मृत्यु के बाद नॉमिनी को निवेश राशि लौटा दी जायेगी|

अगर पत्नी (या पति) की मृत्यु निवेशक से पहले हो जाती है, तब निवेशक की मृत्यु पर नॉमिनी को निवेश राशि लौटा दी जायेगी|

Maturity Benefit (परिपक्वता लाभ): पालिसी कभी मेच्योर ही नहीं होगी|

Surrender Benefit (सरेंडर लाभ): सरेंडर करने का विकल्प नहीं है|

उदहारण (Example)

एक 60 वर्षीय व्यक्ति विकल्प 7 में 10 लाख रुपये निवेश करता है| GST मिलाकर उन्हें 10.18 लाख रुपये का भुगतान करना होगा|

ऊपर टेबल देखें में (60 वर्ष की आयु और विकल्प 6) 6,240 रुपये लिखा हुआ है| आप 1 लाख रुपये निवेश करने पर 6,240 रुपये की वार्षिक पेंशन पायेंगे|

10 लाख रुपये निवेश करने पर आपको 62,400 रुपये की वार्षिक पेंशन मिलेगी|

आपके पूरे जीवन यह पेंशन मिलेगी| आपके बाद आपकी पत्नी (या पति) को आजीवन इतनी ही पेंशन मिलेगी| आपके बाद आपकी पत्नी को आजीवन 62,400 रुपये की वार्षिक पेंशन मिलेगी|

आपकी पत्नी की मृत्यु के बाद पेंशन रुक जायेगी| नॉमिनी को 10 लाख रुपये लौटा दिए जायेंगे|

अगर आपकी पत्नी की मृत्यु आपसे पहले हो जाती है, तो आपकी मृत्यु के बाद पेंशन रुक जायेगी| नॉमिनी को 10 लाख रुपये लौटा दिए जायेंगे|


एलआईसी जीवन अक्षय: टैक्स बेनिफिट

एलआईसी जीवन अक्षय में निवेश करने पर आपको सेक्शन 80C के तहत टैक्स बेनिफिट मिलता है|

परन्तु जो पेंशन मिलती है, उस पर आपको अपने टैक्स ब्रैकेट के अनुसार टैक्स देना होता है|

एलआईसी जीवन अक्षय प्लान कैसे खरीदें?

आप यह प्लान LIC शाखा में जा कर या किसी LIC एजेंट की सहायता से खरीद सकते हैं|

आप एलआईसी जीवन अक्षय प्लान ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं| आपको LIC की वेबसाइट पर जाना होगा| जैसे की ऊपर बताया गया है, ऑनलाइन खरीदने पर आपको थोड़ी सी बेहतर ब्याज दर भी मिलेगी|

एलआईसी के दूसरे प्लान के बारे में जानकारी

एलआईसी न्यू जीवन आनंद (LIC New Jeevan Anand)

एलआईसी जीवन उत्कर्ष (LIC Jeevan Utkarsh)

एलआईसी जीवन उमंग (LIC Jeevan Umang)

एलआईसी न्यू एंडोमेंट प्लान (LIC New Endowment Plan)

एलआईसी जीवन तरुण (LIC Jeevan Tarun)

एलआईसी ई-टर्म प्लान (LIC e-Term plan)

एलआईसी बीमा बचत प्लान (LIC Bima Bachat Plan)

एलआईसी जीवन शिरोमणि (LIC Jeevan Shiromani)

एलआईसी जीवन लक्ष्य (LIC Jeevan Lakshya)

एलआईसी सिंगल प्रीमियम एंडोमेंट प्लान (LIC Single Premium Endowment Plan)

एलआईसी कैंसर कवर प्लान (LIC Cancer Cover Plan)

एलआईसी न्यू मनीबेक प्लान-20 वर्ष (LIC New Money Back Plan – 20 years)

अन्य उपयोगी पोस्ट या लिंक

LIC प्रीमियम कैलकुलेटर

अपनी LIC पालिसी से लोन कैसे लें?

कौन से हैं बेस्ट टर्म इंश्योरेंस प्लान (Best Term Insurance Plan)

किस प्रकार का जीवन बीमा लेना चाहिए?

प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY)

प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY)

Filed Under: LIC, Life Insurance Tagged With: lic jeevan akshay VI, एलआईसी जीवन अक्षय 6, जीवन अक्षय vs. FD

आयुष्मान भारत योजना की पूरी जानकारी, पाएँ 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा मुफ्त में

Last updated: सितम्बर 22, 2018 | by दीपेश Leave a Comment

हमारे देश में बीमारी के इलाज़ का खर्चा पूरे परिवार के लिए बड़ी चिंता का विषय होता है| साथ ही, चिकित्सा का खर्चा भी बढ़ता जा रहा है|

अनेक मामलों में इलाज के लिए लोगों को उधार लेना पड़ता है या अपनी संपत्ति गिरवी रखनी पड़ी है| पूरे परिवार को आर्थिक परेशानी झेलनी पड़ती है| अगर परिवार गरीब है, पैसे के अभाव की वजह से कई बार सही इलाज़ भी नहीं करा पाते|

इसी परेशानी पर विचार करते हुए भारत सरकार ने आयुष्मान भारत योजना (Ayushmaan Bharat-National Health Protection Mission या प्रधान मंत्री जन आरोग्य अभियान PMJAA) शुरू करी है|

आयुष्मान भारत स्कीम के तहत 10.74 करोड़ गरीब परिवारों को 5 लाख रुपये प्रति वर्ष का हेल्थ इंश्योरेंस प्रदान किया जाएगा (Health Insurance of Rs 5 lacs per family per year)| तकरीबन 50 करोड़ भारतीयों को इस योजना से लाभ होगा|

आपको यह इंश्योरेंस सेवा/सुविधा बिल्कुल मुफ्त में प्रदान की जा रही है|

परिवारों के चयन Socio-Economic Caste Consensus 2011 के अनुसार किया गया है| यह योजना 25 सितम्बर, 2018 को शुरू करी जायेगी|

भारत सरकार की आयुष्मान भारत योजना (संषिप्त में)

  • दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थकेयर स्कीम
  • 10.74 करोड़ गरीब और ज़रुरतमंद परिवारों को मिलेगा लाभ
  • 50 करोड़ भारतीयों को सीधा फायदा
  • निजी और सरकारी अस्पतालों में मिलेगा केशलेस इलाज़ 
  • हर वर्ष 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज़ संभव
  • कुछ भी प्रीमियम नहीं देना होगा
  • पूरे देश में कहीं भी करा सकेंगे इलाज़
  • परिवार में सदस्यों पर कोई सीमा नहीं, पूरे परिवार को मिलेगा फायदा
  • आवेदन करने की ज़रुरत नहीं, अगर पात्र हैं , तो अपने आप नाम लिस्ट में आ जाएगा
  • सितम्बर 25, 2018 से होगी चालू

आयुष्मान भारत योजना क्या है? आयुषमान भारत योजना के क्या फायदे हैं? (Benefits of Ayushman Bharat Yojana)

  1. आपके परिवार को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये का हेल्थ इंश्योरेंस कवर (स्वास्थ्य बीमा) मिलेगा| आपके परिवार के सभी लोग शामिल होंगे|
  2. इस बीमा के तहत आपको अस्पताल में दाखिला लेने पर (hospitalization) आपके इलाज़ का खर्चा इंश्योरेंस प्लान उठाएगा| आपको अपनी जेब से कुछ भी नहीं देना होगा|
  3. दवाईयों, डॉक्टर से परामर्श (consultation), डायग्नोस्टिक टेस्ट, सर्जरी इत्यादि, किसी का भी खर्चा आपको नहीं देना होगा| यह सारे खर्चे इंश्योरेंस प्लान के तहत कवर हैं|
  4. यह पालिसी पूरी तरह कैशलेस (Cashless) है| आपको अपनी जेब से एक भी पैसा देनी की ज़रुरत नहीं है|
  5. आपको प्रीमियम भुगतान करने की ज़रुरत नहीं है| आपके लिए यह सुविधा बिलकुल मुफ्त है|
  6. योजना की मदद से आप अपने परिवार को बेहतर चिकित्सा प्रदान कर सकते हैं|
  7. अगर आप पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त हैं (pre-existing illness), तो उस बीमारी के इलाज के लिए भी भुगतान इंश्योरेंस पालिसी से होगा| Pre-existing illness covered from Day 1.
  8. आप इलाज के लिए पूरे देश के किसी से सरकारी अस्पताल या सूची में सम्मलित निजी अस्पतालों (empanelled private hospitals) में जा सकते हैं| आपको हर जगह मुफ्त इलाज मिलेगा| ध्यान दें आपको अपने शहर के अस्पताल में जाना ज़रूरी नहीं है|
  9. आयुष्मान भारत योजना में अस्पताल में भरती होने से पहले के और बाद के खर्चे(pre-hospitalization and post-hospitalization expenses) का भुगतान भी इंश्योरेंस कंपनी करेगी|

ayushman bharat आयुष्मान भारत डिटेल्स

आप आयुष्मान भारत योजना का लाभ कैसे ले सकते हैं?

आयुष्मान भारत योजना में एनरोल (enrollment) करने की कोई ज़रुरत नहीं है| इसका मतलब आपको योजना के तहत लाभ पाने के लिए कोई आवेदन करने की ज़रुरत नहीं है| अगर आप योजना के तहत लाभ लेने के पात्र हैं, तो आपका नाम अपने आप लाभार्थियों को सूची में अपने आप आ जाएगा|

ध्यान दें इस योजना का लाभ सभी को नहीं मिलेगा| केवल गरीब परिवारों को ही सुविधा का लाभ मिलेगा|

कैसे चेक करें की आपके नाम आयुष्मान भारत योजना की सूची में है की नहीं?

जैसा की ऊपर बताया गया है की अगर आपका नाम आयुषमान भारत योजना की सूची में है, तो आपको इस योजना का लाभ मिलेगा|

स्वाभाविक सवाल यह है की आपको कैसे पता चलेगा की आपका नाम सूची में है की नहीं?

इसके लिए आप आयुषमान भारत की वेबसाइट (https://mera.pmjay.gov.in/search/) पर जा कर चेक कर सकते हैं| इस वेबसाइट पर जा कर आप लाभार्थियों की लिस्ट चेक कर सकते हैं| आप नाम, जगह, राशन कार्ड नंबर, मोबाइल नंबर, आधार नंबर इत्यादि पर ढूंढ सकते हैं| अगर आप राष्ट्रीय स्वाथ्य बीमा योजना (RSBY) में शामिल थे, तो उसका id भी इस्तेमाल कर सकते हैं|

  1. इस वेबसाइट पर जाएँ (https://mera.pmjay.gov.in/search/)
  2. अपना मोबाइल नंबर डालें| आपके मोबाइल पर OTP (one time password) आएगा|

aayushman bharat yojana eligibility आयुष्मान भारत योजना रजिस्ट्रेशन विवरण

उसके बाद अगले पेज पर आप अपने नाम को ढूंढ सकते हैं:

  1. नाम (name)
  2. मोबाइल नंबर (mobile number)
  3. राशन कार्ड नंबर (Ration card number)
  4. राष्ट्रीय स्वास्थय बीमा योजना (RSBY) का URN

ayushman bharat yojana beneficiary search आयुष्मान भारत योजना रजिस्ट्रेशन विवरण नाम कैसे ढूँढें

साथ ही सरकार सही लाभार्तियों को चिट्ठी भी भेजेगी जिसमें उनके परिवार की जानकारी, योजना के id की जानकारी होगी|

आयुष्मान भारत योजना 2018 लाभ स्वास्स्थ्य बीमा रजिस्टर

परिवारों के चयन किस आधार पर किया गया है?

परिवारों के चयन Socio-Economic Caste Consensus 2011 के अनुसार किया गया है|

आयुषमान भारत योजना के लिए योग्यता मानदंड

ग्रामीण क्षेत्रों में (in Rural Areas)

  1. एक कमरे के कच्चे घरों में रहने वाले लोग
  2. जिस परिवार में 16 से 59 वर्ष के बीच में कोई सदस्य न हो
  3. स्त्री प्रधान घरों में में, जहां 16-59 आयु वर्ग में कोई वयस्क पुरुष सदस्य नहीं है
  4. जिन परिवारों में एक विकलांग सदस्य और कोई सक्षम वयस्क सदस्य नहीं है
  5. SC/ST परिवार (अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति)
  6. जिन परिवारों की पास कोई ज़मीन नहीं है, और मजदूरी करते हैं
  7. गरीब बेसहारा लोग, जो भिक्षा पर जीवन बिताते हैं
  8. जो मल उठाते हैं
  9. प्राचीन जनजातीय समूह
  10. जो पहले बंधुआ मजदूर हुआ करते थे

शहरी क्षेत्रों में (in Urban Areas)

सरकार ने श्रमिकों की इन 11 व्यावसायिक श्रेणियों की एक सूची बनाई है, जो सूची में अपने आप शामिल हो जायेंगे:

  1. कूड़ा उठाने वाले (Rag Picker)
  2. भिखारी (Beggar)
  3. लोगों के घरों में काम करने वाले
  4. सड़कों पर काम कर रहे मोची या अन्य विक्रेता
  5. मजदूर/ मिस्त्री/ निर्माण कार्यकर्ता / प्लम्बर / मेसन / पेंट / वेल्डर / सुरक्षा गार्ड / कुली इत्यादि
  6. स्वीपर / स्वच्छता कार्यकर्ता / माली
  7. गृह आधारित कर्मचारी / कारीगर / हस्तशिल्प कार्यकर्ता / दर्जी
  8. ट्रांसपोर्ट कार्यकर्ता / चालक / कंडक्टर / ड्राइवर और चालक / कार्ट खींचने वाला / रिक्शा खींचने वाला सहायक
  9. छोटे प्रतिष्ठानों/दुकानों में काम करने वाले/ सहायक/ वेटर/delivery boy
  10. इलेक्ट्रिशियन / मैकेनिक / असेंबलर / मरम्मत कार्यकर्ता
  11. वाशर-मैन / चौकीदार

आयुष्मान योजना का लाभ लेने के लिए आपको क्या करना होगा?

आपको किसी भी तरह के आवेदन करने की ज़रुरत नहीं है| जब आप अस्पताल जायेंगे, तब आपको एक पहचान पत्र ले कर जाना होगा (आधार कार्ड, राशन कार्ड इत्यादि)| अस्पताल में चेक कर लिया जाएगा की आप आयुषमान योजाना का लाभ लेने के लिए पात्र हैं या नहीं|

उसके बाद आप फ्री में इलाज पा सकते हैं|

ध्यान दें बिना आधार कार्ड के आप केवल एक बार ही इलाज का लाभ ले सकते हैं| इसलिए बेहतर होगा की आप आधार कार्ड बनवा लें|

आप अपने परिवारों के सदस्यों को आयुष्मान योजना में जोड़ सकते हैं?

अगर आपका नाम सूची में है, तो अपने परिवार के नए सदस्यों को अपनी पालिसी में जोड़ सकते हैं|

इसके लिए आपको प्रमाण देना होगा|

  1. राशन कार्ड में नए सदस्य का नाम
  2. Birth Certificate (जन्म प्रमाण पत्र)
  3. मैरिज सर्टिफिकेट (marriage certificate)

चोरों से रहे सावधान

ध्यान दें कुछ धोखेबाज़ लोग या वेबसाइट आपको आश्वासन देंगे की वह आपसे पैसे लेकर आपको इस योजना का लाभ दिला सकते हैं| ऐसे लोगों से बचें|

अगर आपका नाम लाभारती सूची (beneficiary list) में है, तो आपको आयुषमान भारत का लाभ लेने के लिए एक रूपया भी खर्च करने की ज़रुरत नहीं है|

अगर आपका नाम सूची में नहीं है, तो आप कोई लाभ नहीं मिलेगा|

अन्य जानकारी

आयुष्मान भारत टोल फ्री नंबर/हेल्पलाइन नंबर:  14555

आयुष्मान भारत की वेबसाइट

आयुषमन भारत Twitter हैंडल

आयुषमान भारत योजना सूची Ayushman bharat hindi

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इन वेबसाइट पर आप दवाईयाँ सस्ते में खरीद सकते हैं

Last updated: अगस्त 20, 2018 | by दीपेश Leave a Comment

आमतौर पर, मैं इन्वेस्टमेंट, इंश्योरेंस, लोन, क्रेडिट कार्ड, टैक्स बचत इत्यादि विषयों पर बात करता हूँ| परन्तु आज मैं थोड़े से अलग विषय पर चर्चा करूंगा|

आप दवाई सस्ते में कैसे खरीद सकते हैं?

मेरे अनुसार दवाईयों से पूरी तरह बचना तो मुश्किल है| अगर सितारे अच्छे न हों, तो दवाईयों पर खर्चा काफी ज्यादा हो सकता है| अगर किसी तरीके से आप वही दवाई कम कीमत में खरीद सकते हैं, तो आपके लिए अच्छा है|

इस बचत के पैसे को जोड़ पर आप निवेश या किसी अन्य काम के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं| हमनें पहले देखा है की कैसे छोटा सा निवेश लम्बी अवधि में बड़ी राशि बन जाता है| तो कुछ लिंक तो है पर्सनल फाइनेंस और सस्ती दवाईयों में|

आपके पड़ोस की दुकान से आमतौर पर 5 से 10 प्रतिशत का डिस्काउंट मिल जाता है| अगर आपको नहीं मिलता, तो कम से कम एक बार पूछ कर तो देखें| कई बार पूछते पर ही आपका काम हो जाता है| अगर तब भी केमिस्ट नहीं मानता, तो आस पास की दुकानों पर पता करें|

साथ ही कुछ ऐसी वेबसाइट हैं जहां पर आपको इससे भी कहीं अधिक डिस्काउंट मिल सकता है| यह वेबसाइट 20 से 30% तक डिस्काउंट देने का दावा करती हैं| आज मैं ऐसी ही कुछ वेबसाइट के नाम आपको बताऊँगा|

ऑनलाइन दवाई बेचने वाली कुछ वेबसाइट (Popular e-Pharmacies)

  1. 1mg
  2. NetMeds
  3. PharmEasy
  4. LifCare
  5. MyraMed

इन वेबसाइट पर दवाइयाँ खरीदने के फायदे

#1 आपको घर बैठे दवाई मिल जाती है|

अगर आप दवाई का आर्डर एक minimum राशि से यादा है, तो दवाई की delivery का खर्चा वेबसाइट ही उठाती है| कोई नयी बात नहीं है| Flipkart और Amazon में भी ऐसा ही होता है|

cheap medicine online सस्ती दवाई ऑनलाइन 2

#2 दवाई कम कीमत में मिल जाती है|

आपकी पड़ोस की दुकान पर आपको शायद इतना discount नहीं मिलता| आपकी बचत हो जाती है|

#3 आपको दवाई की सस्ते विकल्प भी दिखाएं जाते हैं

ऐसा देखा गया है की कुछ डॉक्टर आपको जान भूझकर महँगी दवाई लिख देते हैं| यह बहुत ही गलत बात है| परन्तु सच्चाई को दरकिनार भी नहीं किया जा सकता| ध्यान दें सभी डॉक्टर ऐसा नहीं करते|

यहाँ आपकी यह वेबसाइट कुछ मदद कर सकती हैं| मैंने PharmEasy की मोबाइल एप्लीकेशन पर यह देखा|

जैसे की, इन वेबसाइट पर आपको दवाई के विकल्प भी दिखाए जायेंगे| मेरे मतलब, हो एकता है, अन्य कंपनी भी उसी मिश्रण की दवाई बनाती हों| जब मिश्रण (composition) वही है, तो दवाई का असर भी एक सामान भी होना चाहिए| परन्तु दवाई की कीमत अलग अलग हो सकती है|

मैंने कुछ दवाईयों के लिए चेक किया| 40-50% तक का अंतर देखा| एक दवाई 700 रुपये की थी, वहीँ उसका विकल्प तकरीबन 400 रुपये का था| काफी बचत का स्कोप है|

परन्तु केवल वेबसाइट पर बताये गए विकल्प पर न जाएँ| दवाई वही लें, जो आपके doctor ने बताई है| केवल विकल्प का नाम लिख लें| अगली बार जब डॉक्टर से मिलने जाएँ, तब आप उनसे इस सस्ते विकल्प के बारे में पूछ सकते हैं| खुद को doctor न समझे|

अगर आपके डॉक्टर सस्ते विकल्प को मंजूर कर देते हैं, तो आप काफी पैसा बचा सकते हैं|

सस्ता विकल्प और उस पर भी डिस्काउंट| आपके लिए तो सोने पर सुहागा|

#4 आपको डायग्नोस्टिक टेस्ट (Diagnostic test) पर भी discount मिल सकता है

इन वेबसाइट पर आप डायग्नोस्टिक्स टेस्ट भी बुक कर सकते हैं| यहाँ भी आपको काफी डिस्काउंट मिल सकता है|

ध्यान दें

  1. सभी कंपनी या वेबसाइट सभी शहरों में शायद सुविधा प्रदान न करती हों| आप ऐसी वेबसाइट का चुनाव करें, जो भी आपके शहर में सेवा प्रदान करते हों|
  2. यह डिस्काउंट कब तक मिलेगा, इस बात पर टिप्पणी करना मुश्किल है| इन कंपनी को दवाई आपके घर भी भेजनी होती है| इस पर भी खर्चा आता है, वह भी वेबसाइट ही उठाती है|

जब तक discount मिल रहा है, तब तक तो लाभ उठाएं|

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सैलरी लोन क्या है? कैसे मिलता है? What is Salary Loan?

by दीपेश Leave a Comment

Salary Loan या सैलरी लोन, नाम से ही लगता है की आपकी सैलरी से इस लोन का कोई सम्बन्ध होगा|

और ऐसा है भी|

कई बार हम को महीने के आखिर में अगले महीने की सैलरी आने से पहले कुछ पैसे की ज़रुरत रहती है| कई बार इस वजह से आर्थिक परेशानी भी हो जाती है|

सैलरी लोन (Salary loan) इसी परेशानी को दूर करने की कोशिश करते हैं|

ध्यान दें कुछ बैंक आपको Salary Overdraft की सुविधा प्रदान करते हैं| जैसे की आईसीआईसीआई बैंक सैलरी ओवरड्राफ्ट सुविधा देता है| इसमें आपको आपके दो महीने के वेतन तक की overdraft सुविधा मिलती है| आप जब चाहें पैसे निकाल सकते हैं और बाद में जमा कर सकते हैं| उसके बाद दोबारा पैसे निकाल सकते हैं| परन्तु आप देखें तो इस सुविधा का आपकी सैलरी से कुछ ज्यादा मतलब नहीं है|मैं इस तरह के लोन को सैलरी लोन नहीं कहूँगा|

सैलरी लोन क्या है? What is Salary Loan in Hindi?

सैलरी लोन (वेतन ऋण) बहुत ही कम अवधि के लोन होते हैं|

ऐसे लोन का इस्तेमाल सैलरी (वेतन) आने से पहले के खर्चों के लिए करते हैं और सैलरी आने पर लोन को चुका देते हैं|

जब आपको ऐसे ऋण की आवश्यकता हो सकती है?

अब मान लिए आपको महीने की 22 तारिख को ट्रेन या प्लेन की टिकेट बुक करनी है| या कुछ ज़रूरी शौपिंग करनी है या कोई और ज़रूरी खर्चा आ गया है|

आपके बैंक खाते में पर्याप्त राशि नहीं है|

आप क्या करेंगे?

अगर आपके पास क्रेडिट कार्ड है, तो आप अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं|

परन्तु मान लिए आपके पास क्रेडिट कार्ड नहीं है या फिर आपके क्रेडिट कार्ड के बिल के भुगतान की तारिख आपके सैलरी की तारिख  से पहले की है| समय पर क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान न करने पर आपको ऊँचा ब्याज और पेनल्टी देनी होगी|

ऐसी स्तिथि में सैलरी लोन लाभकारी साबित हो सकता है|


आपको सैलरी लोन कहाँ मिलेगा?

बैंक तो ऐसे लोन नहीं देते|

परन्तु कुछ ऐसी निजी फिनटेक (fintech) कंपनी हैं, जो ऐसे लोन प्रदान करती हैं| ऐसी कुछ कंपनी के बारे में मैं इस पोस्ट में चर्चा भी करूंगा| कुछ नाम हैं: EarlySalary, LoanTap आदि| ध्यान दें कंपनी और भी हो सकती हैं, मैंने केवल दो कंपनी की ही चर्चा करी है|

लोन देने की लिए इन कंपनी नें बैंकों या किसी वित्तीय संस्थानों से टाई-अप किया है|


सैलरी लोन के लिए कौन आवेदन कर सकता है? (Salary Loan Eligibility)

अब सैलरी लोन की बात चल रही है, तो आपको सैलरी तो मिलनी ही चाहिए|

केवल वेतनभोगी व्यक्ति (salaried person) ही आवेदन कर सकते हैं।


सैलरी लोन कैसे मिलेगा? How to get Salary Loan?

आपको इन कंपनियों की वेबसाइट पर जा कर आवेदन करना होगा|

यह कंपनियां कुछ मिनिटों के अन्दर लोन देने का दावा करती हैं|

आपको ऋण के लिए आवेदन करने के लिए अपने बैंक स्टेटमेंट (bank statement), वेतन का प्रमाण (salary slip) आदि अपलोड करने की आवश्यकता हो सकती है।

आपके आवेदन करने का मतलब यह नहीं है की आपको लोन मिल गया|

आवेदन करने पर लोन मिलने की गारंटी नहीं है|

कंपनी आपकी दी हुई जानकारी, आपके दस्तावेजों तथा आपके क्रेडिट स्कोर को देखकर यह फैसला करती है की आपको लोन देना है या नहीं|

सैलरी लोन unsecured लोन होते हैं| आपको कोई  सिक्योरिटी (security) देने की या कुछ गिरवी रखें की आवश्यकता नहीं है| 


कितना सैलरी लोन मिल सकता है? सैलरी लोन की अवधि क्या होगी?

वेबसाइट के नियम अलग हो सकते हैं|

पर हाँ, अधिकतम लोन का आपकी सैलरी से कोई न कोई लिंक तो होगा|

EarlySalary आपको अधिकतम 1 लाख रुपये का लोन प्रदान करती है| आपकी सैलरी से लोन राशि का क्या सम्बन्ध है, इस बात का वेबसाइट पर कोई ज़िक्र नहीं है| लोन की अवधि 51 दिन तक हो सकती है| आप कम अवधि का चुनाव भी कर सकते हैं| आपको एक साथ सारा भुगतान (bullet repayment) करना होगा|

LoanTap की वेबसाइट पर एक loan eligibility calculator है| आप चेक कर सकते हैं की आपके लोन की पात्रता क्या है| लोन राशि कई बातों पर निर्भर करती है|मैंने कई combination से कोशिश करी, परन्तु 3 लाख से ज्यादा की लोन राशि नहीं मिल पायी| और हाँ, आपको 20 दिनों के अन्दर लोन को चुकाना होगा| आपको एक साथ सारा भुगतान (bullet repayment) करना होगा|

ध्यान दें ऐसी और भी कंपनी हैं जो की आपको आपकी overdraft सुविधा प्रदान करते हैं परन्तु मैंने ऐसी कंपनी की चर्चा इस पोस्ट में नहीं करी है|

Overdraft और सैलरी लोन में यह अंतर है की overdraft में आप पैसा कई बार निकाल और जमा कर सकते हैं|


सैलरी लोन के लिए ब्याज दर क्या है?

ब्याज दर हर जगह अलग हो सकती है|

EarlySalary लगभग 2.5% प्रति माह चार्ज करता है|

LoanTap लगभग 1.5% प्रति माह चार्ज करता है|

अब देखें तो यह ब्याज दर काफी ज्यादा है| परन्तु क्योंकि लोन की अवधि बहुत कम है (EarlySalary में 41 दिन और LoanTap में 20 दिन), ऊंची ब्याज दर शायद इतनी बड़ी समस्या नहीं है|

अगर आपको हर महीने ऐसा लोन लेना पड़ता है, तब ज्यादा ब्याज दर एक समस्या है|

हालांकि, ध्यान दें क्योंकि सैलरी लोन बहुत ही कम अवधि के लोन हैं, उच्च ब्याज दर एक बड़ी समस्या नहीं है।

अब सैलरी लोन में शायद ब्याज दर इतनी बड़ी समस्या नहीं है, परन्तु आपको प्रोसेसिंग फीस या अन्य शुल्कों पर ध्यान देना होगा| ऐसा इसलिए की लोन राशि छोटी है| कोई भी फिक्स्ड चार्ज इस छोटी से राशि पर भी बंटता है|

उदहारण से समझते हैं|

early salary loan early सैलरी लोन

मैंने यह फोटो EarlySalary की वेबसाइट से लिया| आप देख सकते हैं की 30,000 रुपये के लोन पर आपको 354 रुपये की processing फीस (GST मिलाकर) और स्टाम्प ड्यूटी मिलकर 454 रुपये की राशि देनी होगी| देखें तो, लोन राशि का 1.5% तो यही राशि हो गयी| यह न भूलें की यह लोन केवल 51 दिनों के लिए है|


क्या आपको सैलरी लोन लेने चाहिए?

अगर लोन की ज़रुरत नहीं हैं, फिर तो नहीं लेना चाहिए|

परन्तु कई बार आपको अगली सैलरी आने तक पैसे की ज़रुरत पड़ सकती है| सैलरी लोन निश्चित तौर पर एक विकल्प हो सकता है|

परन्तु  जब विकल्पों की बात आई है, तो हमें और विकल्पों से तुलना भी करनी होगी|

क्रेडिट कार्ड और पर्सनल लोन


क्रेडिट कार्ड Vs. सैलरी लोन (Credit Card Vs. Salary Loan)

मेरे अनुसार क्रेडिट कार्ड आपका पहला विकल्प होना चाहिए| क्योंकि आपको interest-free credit period मिलता है| सैलरी लोन में तो आपको ब्याज देना ही होता है|

क्रेडिट कार्ड में कोई प्रोसेसिंग फीस इत्यादि भी नहीं होती| परन्तु यदि आपने अपने क्रेडिट कार्ड बिल को पूरी तरह से भुगतान नहीं किया है तो आपको ऊँचा ब्याज देना होगा। साथ ही पेनल्टी देनी होगी और इंटरेस्ट फ्री क्रेडिट पीरियड भी नहीं मिलेगा| ध्यान दें क्रेडिट कार्ड की ब्याज दर (भुगतान न करने पर) सैलरी लोन से कहीं ज्यादा हो सकती है|

यदि किसी कारणवश  क्रेडिट कार्ड की विकल्प आपके पास नहीं है, तो आप सैलरी लोन के बारे में सोच सकते हैं।

परन्तु यह भी ध्यान रखें की सैलरी लोन का भुगतान भी आपको कुछ ही दिन में करना होगा|

क्रेडिट कार्ड या सैलरी लोन छोटी अवधि की वित्तीय संकट में ही कारगर सिद्ध हो सकते हैं|

अगर आपकी फाइनेंसियल प्रॉब्लम लम्बी अवधि की है या जटिल है, तो क्रेडिट कार्ड और सैलरी लोन आपकी कोई मदद नहीं कर पायेंगे|

यदि आप अपने क्रेडिट कार्ड लोन को पटाने के लिए सैलरी लोन लेने की योजना बना रहे हैं, तो सावधान रहें| आपको कुछ दिनों के भीतर भी सैलरी लोन का भुगतान भी करना होगा।


पर्सनल लोन vs. सैलरी लोन (Personal Loan Vs. Salary Loans)

सैलरी लोन कुछ दिनों के लिए मिलता है|

पर्सनल लोन कुछ महीनों या वर्षों के लिए मिलता है|

अगर आपको पैसा कुछ दिनों के लिए चाहिए, तो सैलरी लोन बेहतर विकल्प होगा|

अगर आपको ज्यादा राशि चाहिए या भुगतान धीरे-धीरे ही कर सकते हैं या लोन लम्बी अवधि के लिए चाहिए, तो पर्सनल लोन बेहतर विकल्प साबित होगा| परन्तु ध्यान दें अगर आप पर्सनल लोन का समयपूर्व भुगतान (prepayment) करना चाहेंगे, तो आपको कुछ पेनल्टी देनी होगी|

पर्सनल लोन की ब्याज दर सैलरी लोन से काफी कम होगी| लेकिन जैसे की मैंने पहले कहा है, सैलरी लोन की कम अवधि उच्च ब्याज दर की परेशानी को काफी हद तक कम कर देता है|

अपनी ज़रुरत के अनुसार फैसला करें|

क्या आप सैलरी लोन लेंगे? या आपको क्रेडिट कार्ड या पर्सनल लोन बेहतर विकल्प लगता है?

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क्रेडिट कार्ड क्या है? क्या हैं फायदे और नुकसान?

by दीपेश 2 Comments

क्रेडिट कार्ड क्या है? Credit Card in Hindi

जैसा की नाम से लगता है, क्रेडिट कार्ड की सहायता से आपको क्रेडिट (उधार) मिलता है|

देखने में तो क्रेडिट कार्ड आपके बैंक डेबिट कार्ड (debit card) ही तरह ही होता है| आप debit card की तरह अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल भी शौपिंग करने में, ऑनलाइन पेमेंट करने में कर सकते हैं|

परन्तु एक बड़ा अंतर है डेबिट और क्रेडिट कार्ड में|


क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड में क्या अंतर होता है? Difference between Credit Card and Debit Card in Hindi

Debit card आपके बैंक खाते से लिंक होता है| जब भी आप debit card का इस्तेमाल करते हैं, पैसा आपके बैंक खाते से कट जाता है| इसलिए आप अपने डेबिट कार्ड पर केवल उतना ही खर्चा कर सकते हैं, जितना की आपके बैंक खाते में है|

क्रेडिट कार्ड में ऐसा नहीं है| आपको एक क्रेडिट लिमिट बताई जाती है| इस लिमिट का आपके बैंक खाते के बैलेंस से कोई सम्बन्ध नहीं होता|आप उस लिमिट तक अपने क्रेडिट कार्ड पर खर्चा कर सकते हैं| कुछ दिनों बाद आपको अपने क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान करना होता है|

क्रेडिट कार्ड बिल के पूरे भुगतान पर आपकी लिमिट फिर से खाली हो जाती है और आप फिर से पूरी लिमिट का उपयोग कर सकते हैं|

एक बात के ध्यान रखें: अगर बैंक खाते में पैसा नहीं होगा, तो क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान कैसे करेंगे|


क्रेडिट कार्ड के नियम और शर्तें क्या होती हैं?

#1 आपको समय पर क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान करना होता है| आम तौर पर आपका क्रेडिट कार्ड बिल (स्टेटमेंट) की तारीख से 21 दिन के भीतर आपको बिल का भुगतान करना होता है|

#2 समय पर बिल का भुगतान करने पर आपको कोई ब्याज नहीं देना होगा| परन्तु अगर आप समय पर बिल का भुगतान नहीं करेंगे, तो आपको खर्च की गयी राशि पर ब्याज और साथ ही पेनल्टी भी देनी होगी|

#3 क्रेडिट कार्ड की ब्याज दर बहुत अधिक होती है| पेनल्टी इत्यादि को मिला कर ब्याज दर 40-45% तक पहुँच जाती है|

#4 अपने क्रेडिट कार्ड पर आप एक लिमिट (Credit card limit) तक ही खर्चा कर सकते हैं| इसका मतलब यह है की एक समय पर आपके क्रेडिट कार्ड पर credit card limit से ज्यादा राशि बकाया नहीं हो सकती|

#5 क्रेडिट कार्ड लिमिट आपके कार्ड और आपकी सैलरी पर निर्भर करती है|

#6 बैंक आपको विकल्प देते हैं की आप पूरे credit card bill का भुगतान करने की बजाय कुछ न्यूनतम राशि (Minimum Amount Due) का भुगतान भी कर सकते हैं| ऐसा करने पर बैंक आपको कोई पेनल्टी नहीं लगाते| परन्तु यह अच्छा विकल्प नहीं है| ऐसा करने पर आपको interest free credit period (ब्याज मुक्त लोन) नहीं मिलता| और ब्याज की दर क्रेडिट कार्ड में बहुत अधिक होती है|

#7 कुछ कार्ड पर आपको वार्षिक फीस (Annual fee) देनी होती है| परन्तु कई बार आप बैंक से बात करके उस फीस को माफ़ करा सकते हैं|


क्रेडिट कार्ड के क्या फायदे हैं?

  1. आपको आसानी से उधार मिल जाता है| हो सकता है आपको कुछ सामान लेना हो, परन्तु आपके बैंक खाते में उतना पैसा न हो| ऐसी स्तिथि में आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके खर्चा कर सकते हैं| बादमें सैलरी आने पर आप क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान कर सकते हैं|
  2. किसी इमरजेंसी में भी क्रेडिट कार्ड काफी उपयोगी साबित हो सकता है| मान लिए आपको किसी परिजन के इलाज के लिए पैसे की ज़रुरत है परन्तु आपके बैंक खाते में पर्याप्त राशि नहीं है|
  3. अगर आप सही समय पर भुगतान करते रहे, तो आपको उधार पर कोई ब्याज भी नहीं देना होता| (Interest Free Credit Period) आपको 21 से 52 दिन का बया मुक्त उधार मिल सकता है| अवधि इस बात पर निर्भर करती है की आपने अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कब किया है|
  4. आपको कई वेबसाइट या स्टोर पर डिस्काउंट (discount) या केशबेक (Cashback) भी मिलता है| बहुत सारी ई-कॉमर्स वेबसाइट (Amazon, Flipkart, PayTm) आपको क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने पर discount या cashback प्रदान करते हैं| उधार भी मिला और discount भी| आपके लिए सोने पर सुहागा|
  5. आपको क्रेडिट कार्ड पर खर्चा करने पर रिवॉर्ड पॉइंट (reward point) भी मिलते हैं| इन रिवॉर्ड पॉइंट का इस्तेमाल कुछ खरीदने या क्रेडिट कार्ड बिल के भुगतान के लिए भी कर सकते हैं|

क्रेडिट कार्ड के क्या नुकसान हैं?

  1. क्रेडिट कार्ड के बिल का समय से भुगतान न करने पर काफी अधिक ब्याज देना पड़ता है| पेनल्टी भी लगती है| तो, अगर आप क्रेडिट कार्ड के बिल का पूरा भुगतान नहीं करते हैं, तो आपको काफी परेशानी हो सकती है|
  2. क्योंकि क्रेडिट कार्ड पर खर्चा करने पर पैसा आपके बैंक खाते से नहीं कटता, कुछ लोगों में अधिक खर्चा करने की प्रवत्ति उत्पन्न हो सकती है| ऐसे में लोग अपनी चुकाने की क्षमता से अधिक खर्च करने लगते हैं|
  3. क्षमता से अधिक खर्च करना और बिल का पूरा भुगतान न करना आपको उधार के दलदल (debt trap) में भेज सकता है|

क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते समय इन बातों का ख़याल रखें|

sbi सबी क्रेडिट कार्ड


क्रेडिट कार्ड कैसे मिलता है? क्या दस्तावेज चाहिए?

क्रेडिट कार्ड के लिए आपको बैंक में आवेदन करना होता है| क्रेडिट कार्ड पाने के लिए आपको इन दस्तावेजों की ज़रुरत पड़ेगी|

  1. क्रेडिट कार्ड एप्लीकेशन फॉर्म
  2. आपका फोटो
  3. Address proof (पते का प्रमाण)
  4. आपकी पिछले कुछ महीनो की सैलरी स्लिप और बैंक स्टेटमेंट| अगर आप self-employed हैं, तो आपको इनकम टैक्स रिटर्न इत्यादि की जानकारी भी मांगी जा सकती है|

कुछ बैंक में ऑनलाइन आवेदन करने का भी प्रावधान है|

क्योंकि क्रेडिट कार्ड में आपको उधार मिलता है, क्रेडिट कार्ड देने से पहले आपके उधार चुकाने की क्षमता (loan repayment ability) को अच्छे से जाँचा-परखा जाता है|

अगर बैंक के अनुसार आपकी सैलरी/आय पर्याप्त नहीं हैं, तो आपकी एप्लीकेशन रिजेक्ट की जा सकती है| एक वेतनभोगी (salaried) व्यक्ति को क्रेडिट कार्ड मिलने की संभावना अधिक होती है| आप किसी बड़ी कंपनी में काम करते हैं, तो संभावना और भी अधिक है|

आपके कार्ड की लिमिट भी काफी हद तक आपकी आय पर निर्भर करती है|

साथ ही, क्रेडिट कार्ड के आवेदन के समय आपका क्रेडिट स्कोर बहुत मायने रखता है| अगर क्रेडिट स्कोर (या सिबिल स्कोर) बुरा है, तो क्रेडिट कार्ड मिलना बहुत मुश्किल हो जाता है|

आप अपने क्रेडिट स्कोर समय-समय पर चेक करते रहे| अब तो आप अपना क्रेडिट स्कोर फ्री में भी डाउनलोड कर सकते हैं| अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं है, तो क्रेडिट स्कोर सुधारने की कोशिश करें|


क्रेडिट कार्ड कितने प्रकार के होते हैं? कौनसा है बेस्ट क्रेडिट कार्ड?

क्रेडिट कार्ड कई प्रकार के होते हैं|

कुछ कार्ड आपको पेट्रोल पंप पर भुगतान पर कैशबैक/रिवॉर्ड पॉइंट देते हैं|

कुछ कार्ड पर आपको ऑनलाइन खरीददारी करने पर अच्छा discount मिलता है|

कुछ कार्ड का किसी एयरलाइन या किसी बड़े स्टोर (BigBazaar, LifeStyle इत्यादि) से समझोता होता है और आपको ऐसी जगह शौपिंग करने पर अच्छा discount/ऑफर मिल जाता है|

कुछ बैंक स्टूडेंट को भी क्रेडिट कार्ड (student credit card) देते हैं|

अंतर अमूमन ऑफर (discount, cashback, reward point, annual fee) पर आता है|

बात करें बेस्ट क्रेडिट कार्ड की, तो इसका कोई एक जवाब नहीं है|

आपको देखना होगा की आपके खर्चे का पैटर्न क्या है| उसी हिसाब से आप अपने लिए अच्छे क्रेडिट कार्ड का चुनाव कर सकते हैं|

इस पोस्ट (अंग्रेजी) में अच्छे क्रेडिट कार्ड की सूची है|आप यहाँ से शुरुआत कर सकते हैं|

आप बैंक की वेबसाइट पर सीधे जा कर जानकारी पा सकते हैं|

  1. SBI Credit Card (SBI क्रेडिट कार्ड)
  2. ICICI Credit Card (आईसीआईसीआई क्रेडिट कार्ड)
  3. HDFC Bank Credit Card (एचडीएफसी क्रेडिट कार्ड)
  4. Bank of Baroda Credit Card (बैंक ऑफ़ बड़ोदा क्रेडिट कार्ड)
  5. Citibank Credit Card (सिटीबैंक क्रेडिट कार्ड)
  6. Standard Chartered Bank Credit Card

अगर आपके क्रेडिट कार्ड पर fraud होता है, तो क्या करें?

अब यह सभी लोगों के लिए समस्या का विषय है|

अगर आपके क्रेडिट कार्ड का गलत इस्तेमाल (खर्चा) होता है, तो आपको उसका भुगतान करना पड़ सकता है|

इसलिए बहुत ज़रूरी है की अपना क्रेडिट कार्ड PIN किसी से शेयर न करें| साथ ही अगर आप ऑनलाइन शौपिंग कर रहें हैं, तो मोबाइल पर आये हुए OTP का ज़िम्मेदारी से इस्तेमाल करें| किसी को फ़ोन पर OTP न बताएं|

इसके बावजूद भी अगर गलत इस्तेमाल हो जाता है, तो ज्यादा घबराएं नहीं| रिज़र्व बैंक ने ऐसी स्तिथि में भी आपके हितों की रक्षा के लिए कुछ नियम भी बनाये हैं|

सबसे अहम् नियम यह है की Fraud होने पर जल्दी से जल्दी customer care पर फ़ोन करके बैंक को अवगत कराएं|

नियमों की अधिक जानकारी के लिए इस पोस्ट को ध्यान से पढ़े और समझे|

अन्य उपयोगी लिंक

Whatsapp पर भी पा सकते हैं फ्री क्रेडिट रिपोर्ट

किसान क्रेडिट कार्ड

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किसान विकास पत्र के बारे में पूरी जानकारी (Kisan Vikas Patra in Hindi)

by दीपेश Leave a Comment

किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra or KVP) एक छोटी बचत योजना (small savings scheme)  है| यह योजना 1988 में शुरू करी गयी थी और बहुत ही लोकप्रिय निवेश योजनां है|

बीच में इस योजना को बंद कर दिया गया था, परन्तु 2014 में इसे फिर से चालू किया गया|

इस निवेश योजना को समझना बहुत आसान है| आप किसान विकास पत्र खरीदते हैं और निर्धारित समय बाद आपको दोगुना पैसा मिलता है| यही सरलता इसकी लोकप्रियता का कारण भी है|

आईये जानते हैं किसान विकास पत्र के बारे में विस्तार से|


किसान विकास पत्र में कैसे निवेश करें? How to purchase Kisan Vikas Patra?

Kisan Vikas Patra (KVP) आप पोस्ट ऑफिस (डाक घर) या बैंक में जा कर खरीद सकते हैं| आप किसान विकास पत्र खरीदने के लिए फॉर्म A भरना होता है|

किसान विकास पत्र खरीदने के लिए आपको इन दस्तावेजों की ज़रुरत पड़ेगी:

  1. पहचान पत्र (Identity Proof)
  2. पते के प्रमाण (Address Proof)
  3. आपको अपना आधार कार्ड भी देना होगा
  4. PAN कार्ड (अगर निवेश 50,000 रुपये से अधिक है)

कुछ बैंक आपको KVP खाता ऑनलाइन खोलने की सुविधा भी प्रदान करते हैं|

किसान विकास पत्र में आप cash (नकद), चेक (cheque) या डिमांड ड्राफ्ट (Demand Draft) की सहायता से निवेश कर सकते हैं|


किसान विकास पत्र कौन खरीद सकता है? Kisan Vikas Patra Eligibility

आपको भारत का नागरिक होना चाहिए|

आप एकल खाता (sole account) खोल सकते हैं|

दो व्यस्क (two adults) लोग जॉइंट अकाउंट (संयुक्त खाता) भी खोल सकते हैं|

आप बच्चों (18 वर्ष से कम आयु) के नाम पर भी किसान विकास पत्र खरीद सकते हैं| ऐसे खातों में आपको guardian (अभिभावक) बनना होगा

NRI किसान विकास पत्र में निवेश नहीं कर सकते|


कितने प्रकार के किसान विकास पत्र होते हैं? Types of Kisan Vikas Patra Certificates)

  1. Single Holder certificate (मेच्योरिटी के समय निवेशक को पैसा दिया जाता है)
  2. Joint A type certificate (संयुक्त खातों के लिए, दोनों निवेशक को पैसा दिया जाएगा या उत्तरजीवी (survivor) को दिया जाएगा)
  3. Joint B type certificate (संयुक्त खातों के लिए, किसी एक निवेशक को पैसा दिया जाएगा या उत्तरजीवी (survivor) को दिया जाएगा)

किसान विकास पत्र खरीदने पर आपको क्या मिलता है?

कुछ समय पहले तक आपको किसान विकास पत्र खरीदने पर certificate (सर्टिफिकेट) मिला करता है| उस certificate (प्रमाण पत्र) पर आपके निवेश की सारी जानकारी हुआ करती थी|

परन्तु 2016 में यह नियम बदल दिया गया|

अब आपको दो तरीके से खरीदने का प्रमाण मिलता है:

  1. ई-मोड (e-mode), यह काफी कुछ आपकी ऑनलाइन फिक्स्ड डिपाजिट की तरह होंगी
  2. Passbook (साड़ी जानकारी आपकी passbook में रहेगी)

इस बारे में अधिक जानकारी के लिए आप इस पोस्ट (अंग्रेजी) को पढ़ सकते हैं|


किसान विकास पत्र में कितना निवेश कर सकते हैं? Minimum and Maximum Investment in KVP

किसान विकास पत्र 1,000, 5,000, 10,000 और 50,000 रुपयों के मूल्य (denomination) में आते हैं|

तो आपको कम से कम 1,000 रुपये तो निवेश करना ही होगा|

अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है| आप जितने चाहें, उतने किसान विकास पत्र खरीद सकते हैं| No maximum limit on investment in Kisan Vikas Patra

ध्यान दें:

  1. 50,000 रुपये तक निवेश करने पर आपको PAN कार्ड देने की आवश्यकता नहीं है|
  2. अगर 50,000 रुपये से अधिक निवेश करेंगे, तो आप PAN card जमा करना आवश्यक है|

किसान विकास पत्र में निवेश करने के क्या फायदे हैं?

  1. किसान विकास पत्र को समझना बहुत आसान है|
  2. जब आप किसान विकास पत्र खरीदते हैं, तब आपको पता होता है की आपका पैसा कितने समय में दोगुना हो जाएगा|
  3. किसान विकास पत्र में निवेश करने पर कोई रिस्क नहीं है| आपको रिटर्न की गारंटी मिलती है|
  4. आप 2.5 वर्ष पूरा होने के बाद मेच्योरिटी से पहले भी पैसे निकाल सकते हैं|

किसान विकास पत्र पर कितना ब्याज मिलता है? (Kisan Vikas Patra KVP Interest Rate)

किसान विकास पत्र की ब्याज दर बदलती रहती है|

हर तिमाही (every quarter) केंद्रीय सरकार किसान विकास पत्र के इंटरेस्ट रेट की घोषणा करता है|  

ध्यान दें ब्याज दर में बदलाव का आपके पुराने किसान विकास पत्र (KVP) पर कोई असर नहीं पड़ेगा| पुराने किसान विकास पत्र पर आपको वही ब्याज दर मिलेगी, जो की पत्र खरीदते समय थी|

जो नए KVP खाते खुलेंगे, उन पर आपको लेटेस्ट ब्याज दर लागू होगी|

अभी (July 31, 2018) किसान विकास पत्र की ब्याज दर 7.3% है| इसका मतलब आपका पैसा 118 महीने (9 वर्ष 10 महीने) में दोगुना होगा|

किसान विकास पत्र की लेटेस्ट इंटरेस्ट रेट जानने के लिए इस लिंक पर जाएँ|

ध्यान दें जैसे किसान विकास पत्र की ब्याज दर बढती या घटती है, उसी के अनुसार आपके निवेश के दोगुने होने की अवधि भी बढती या घटती रहेगी|

उदहारण के तौर पर जब किसान विकास पत्र की ब्याज दर 7.5% थी, उस समय पैसा 115 महीनों में दोगुना हुआ करता था| अभी की ब्याज दर 7.3% p.a. है, तो अभी आपका पैसा 118 महीनों में दोगुना होगा|

एक बात और, अगर आप मेच्योरिटी के समय अपना पैसा नहीं निकालते हैं, तो उसके बाद से आपको आपके निवेश पर सेविंग्स बैंक अकाउंट का ब्याज ही मिलेगा|


किसान विकास पत्र के ब्याज पर क्या कोई टैक्स देना पड़ता है? किसान विकास पत्र टैक्स बेनेफिट्स

किसान विकास पत्र में निवेश करने पर कोई टैक्स बेनिफिट नहीं मिलता| No tax benefit under Section 80C for Kisan Vikas Patra

साथ ही, किसान विकास पत्र पर मिलने वाले ब्याज पर आपको अपने टैक्स ब्रैकेट के अनुसार टैक्स देना पड़ता है| Interest Income from Kisan Vikas Patra (KVP) is taxable.

आप देख सकते हैं की किसान विकास पत्र पर कोई भी टैक्स बेनिफिट नहीं हैं|

परन्तु हाँ, किसान विकास पत्र पर कोई TDS (Tax Deduction at Source) भी नहीं लगता|


किसान विकास पत्र में पैसा कब निकाल सकते हैं? (Exit before Maturity)

खाता खोलने के 2.5 वर्ष बाद आप किसान विकास पत्र से पैसा निकाल सकते हैं|

इसका मतलब की 2.5 वर्ष से पहले आप किसान विकास पत्र से अपना पैसा नहीं निकाल सकते|

ढाई वर्ष के बाद और मेच्योरिटी से पहले पैसा निकालने पर आपको कुछ पेनल्टी लगती है|

kisan vikas patra hindi किसान विकास पत्र

ध्यान दे समयपूर्व पैसे निकालने पर जो राशि मैंने लिखी है, वह अनुमानित है| इस राशि और आपको मिलने वाली राशि में थोड़ा अंतर हो सकता है|

और हाँ, जैसे और जब किसान विकास पत्र की ब्याज दर बदलेगी, यह सारी राशि भी बदलती रहेगी|


आप किसान विकास पत्र को गिरवी रखकर लोन भी ले सकते हैं

जी हाँ, आप अपने किसान विकास पत्र को गिरवी रख कर बैंक से लोन भी ले सकते हैं|

परन्तु मेरे अनुसार बेहतर होगा की आप किसान विकास पत्र की सहायता से लोन लेने की बजाय KVP से पैसा निकाल लें और उसे अपनी ज़रुरत के लिए इस्तेमाल करें|


अगर किसान विकास पत्र खो जाता है या खराब हो जाता है

ऐसी स्तिथि में आप बैंक या पोस्ट ऑफिस में जा कर डुप्लीकेट (duplicate) certificate पा सकते हैं|

आपको अपने certificate के बारे में जानकारी देनी होगी और पहचान साबित करनी होगी|


आप अपने KVP सर्टिफिकेट को दूसरे पोस्ट ऑफिस या बैंक में ट्रान्सफर भी कर सकते हैं

इसके लिए आपको Form B भरकर जमा करना होगा|

आपका किसान विकास पत्र किसी दूसरे व्यक्ति को इन परिस्तिथि में ट्रान्सफर किया जा सकता है| परन्तु ऐसा करने से पहले आपको KVP खरीदे हुए कम से कम एक वर्ष हो जाना चाहिए|


किसान विकास पत्र के विभिन्न फॉर्म कौनसे हैं? Forms in Kisan Vikas Patra

  1. फॉर्म A (किसान विकास पत्र खरीदने के लिए, Purchase of Kisan Vikas Patra)
  2. फॉर्म B (अपना certificate ट्रान्सफर करने के लिए, पोस्ट ऑफिस से बैंक, या बैंक से पोस्ट ऑफिस
  3. फॉर्म C (नॉमिनी जोड़ने के लिए)
  4. फॉर्म D (अपने नॉमिनेशन को खारिज करने के लिए या फिर नॉमिनी बदलने के लिए)

अधिक जानकारी के लिए पढ़ें

किसान विकास पत्र नियम 2014 (Kisan Vikas Patra Rules, 2014)

Filed Under: Aadhaar, Financial Planning, NPS Tagged With: किसान विकास पत्र, किसान विकास पत्र 2018, किसान विकास पत्र इंटरेस्ट रेट, किसान विकास पत्र टैक्स बेनिफिट, किसान विकास पत्र पोस्ट ऑफिस, डाकघर किसान विकास पत्र

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