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म्यूच्यूअल फण्ड क्या है? (Mutual Fund in Hindi)

Last updated: सितम्बर 4, 2018 | by दीपेश 2 Comments

अब आम जनता का रुझान धीरे-धीरे म्यूच्यूअल फण्ड की ओर बढ़ रहा है| काफी लोगों ने पिछले कुछ समय में म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करना शुरू किया है|

क्या आप भी उन्ही लोगों में हैं? या फिर आप अभी भी म्यूच्यूअल फण्ड से दूर ही रहते हैं|

अब म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करना तो आपकी मर्ज़ी है|

परन्तु म्यूच्यूअल फण्ड क्या होते हैं, कितने तरह के होते हैं और कैसे काम करते हैं, यह तो आपको पता होना ही चाहिए|

आईये इस पोस्ट में म्यूच्यूअल फण्ड के बारे में विस्तार से जानते हैं|

  1. म्यूच्यूअल फण्ड क्या है?
  2. म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने ले क्या फायदे हैं?
  3. म्यूच्यूअल फण्ड कितने प्रकार के होते हैं?
  4. म्यूच्यूअल फण्ड NAV क्या होता है?
  5. आपको कैसे अपने लिए सही म्यूच्यूअल फण्ड का चुनाव करना चाहिए?
  6. म्यूच्यूअल फण्ड में Growth और Dividend विकल्प क्या होते हैं?
  7. म्यूच्यूअल फण्ड Direct और Regular plan क्या होते हैं?
  8. आपको म्यूच्यूअल फण्ड बेचने पर कितना टैक्स देना होता है?
  9. म्यूच्यूअल फण्ड कैसे खरीदें?
  10. म्यूच्यूअल फण्ड SIP, STP और SWP क्या हैं?

म्यूच्यूअल फण्ड क्या है? What is a Mutual Fund in Hindi?

आपको शेयर बाज़ार में निवेश करना है| पर यह पता नहीं की कहाँ निवेश करें|

एक बात का खतरा और भी है|

मान लिए आपने कोई शेयर खरीदा और किसी वजह से उसका दाम काफी गिर गया, तो आपको काफी नुकसान हो सकता है|

म्यूच्यूअल फण्ड आपकी इन समस्यायों को दूर करते हैं|

पहला, जब आप म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करते हैं, तो आप अपने पैसे को एक अनुभवी निवेशक (फण्ड मेनेजर) को सौंपते है| वह फण्ड मेनेजर आपके पैसे को निवेश करता है|

दूसरा, साथ ही वह फण्ड मेनेजर आपका सारा पैसा एक शेयर में या एक जगह पर निवेश नहीं करता| कई शेयर पर निवेश करता है| तो अगर किसी शेयर ने अच्छा नहीं भी किया, तो आपको बहुत ज्यादा नुकसान नहीं होगा|

तीसरा, फण्ड मेनेजर करने की ज़रुरत नहीं है की कौनसा शेयर खरीदें या बेचें| यह सारा काम फण्ड मेनेजर करता है|


म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने का क्या फायदे हैं? (Benefits of investing in Mutual Funds)

#1 आपका पैसा एक अनुभवी फण्ड मेनेजर निवेश करता है|

हालांकि इस बात की कोई गारंटी नहीं है की आपको अच्छे रिटर्न्स ही मिलेंगे, परन्तु फण्ड मेनेजर के अनुभव, जानकारी और कौशल (skill)का फायदा तो होना ही चाहिए|

अगर आप एक आम निवेशक हैं और आपके पास शेयर बाज़ार में निवेश करने के लिए ज़रूरी जानकारी और समय नहीं है, तो आपके लिए म्यूच्यूअल फण्ड शेयर बाज़ार में पैसा लगाने का एक अच्छा माध्यम हैं|

#2 जैसा की ऊपर लिखा है की आपका पैसा कई जगह निवेश होता है| तो इससे अगर एक-दो शेयर बुरा भी करते हैं, तो शायद आपको इतना नुकसान न हो| इस बात को diversification भी कहते हैं|

#3 म्यूच्यूअल फण्ड कई प्रकार के होते हैं| आप अपनी ज़रुरत अनुसार फण्ड का चयन कर सकते हैं| बहुत से लोग सोचते हैं की म्यूच्यूअल फण्ड केवल शेयर बाज़ार में ही निवेश करते हैं| ऐसा नहीं है|

ऐसे म्यूच्यूअल फण्ड भी होते हैं जिनकी कीमत शेयर बाज़ार के उतार चढ़ाव से कम ज्यादा नहीं होती| मैं विभिन्न प्रकार के म्यूच्यूअल फण्ड के बारे में नीचे चर्चा करूंगा| 

पढ़ें: अपने लिए बेस्ट म्यूच्यूअल फण्ड का चुनाव कैसे करें?


म्यूच्यूअल फण्ड में कितना निवेश करना होता है? म्यूच्यूअल फण्ड का मूल्य (NAV) क्या होता है?

म्यूच्यूअल फण्ड में अमूमन आप 500 रुपये से निवेश करना शुरू कर सकते हैं| निवेश की कोई ऊपरी सीमा नहीं है|

म्यूच्यूअल फण्ड में ख़रीदने की मात्र को यूनिट्स (units) और उसके मूल्य को NAV (Net Asset Value) कहते हैं|

समझ लिए की जैसे आप शेयर खरीदते हैं और उसका मूल्य देते हैं, म्यूच्यूअल फण्ड में आप यूनिट खरीदते हैं और उसका मूल्य (NAV) देते हैं|

तो मान लिए आपने 1,000 रुपये का निवेश किया और उस समय फण्ड का NAV था 50 रुपये, तो आपको 1,000/50 = 20 यूनिट्स मिलेंगे| अब मान लिए कुछ वर्षों बाद आपको फण्ड का NAV बढ़ कर 90 रुपये हो गया, तो आपके निवेश का मूल्य हो जाएगा 20 X 90 = 1,800 रुपये| आपने 1,000 रुपये निवेश किया था, जिसका मूल्य हो गया है 1,800 रुपये|

अब हर फण्ड का NAV अलग होता है|

एक बात और, यह धारणा गलत है की जिस म्यूच्यूअल फण्ड का NAV कम है, वह सस्ता है| ऐसे भ्रम में न रहे|


म्यूच्यूअल फण्ड के प्रकार (Types of Mutual Fund)

प्रमुख तौर पर म्यूच्यूअल फण्ड 3-4 प्रकार के हो सकते हैं|

  1. इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड (Equity Mutual Fund)
  2. डेब्ट म्यूच्यूअल फण्ड (Debt Mutual Fund)
  3. हाइब्रिड म्यूच्यूअल फण्ड (Hybrid Mutual Fund)
  4. गोल्ड म्यूच्यूअल फण्ड (Gold Mutual Fund)

अब इन फण्ड में भी कई प्रकार हो सकते हैं|


#1 इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड के प्रकार (Types of Equity Mutual Funds in Hindi)

Equity म्यूच्यूअल फण्ड के भी कई प्रकार हैं| यह निर्भर करता है की फण्ड किस प्रकार के शेयर में निवेश करता है|

  • Large Cap Fund (लार्ज कैप फण्ड): बहुत बड़ी कंपनी के शेयर में निवेश करते हैं| उदहारण: SBI BlueChip Fund, ICICI Prudential Focussed Bluechip Fund, Birla Sun Life Frontline Equity Fund
  • Multi-cap Fund (मल्टी कैप फण्ड): हर तरह की कंपनी के शेयर में निवेश करते हैं| उदहारण : ICICI Prudential Value Discovery Fund, Franklin India Equity Fund
  • Midcap Fund (मिड कैप फण्ड): बीच के आकार की कंपनी में निवेश करते हैं| उदहारण: Mirae Asset Emerging Bluechip Fund, Franklin India Prima Fund
  • Small Cap Fund (स्माल कैप फण्ड): बहुत छोटी कंपनी के शेयर में निवेश करते हैं| उदहारण: SBI Small & Midcap Fund, DSP BlackRock Smallcap Fund
  • Equity linked Savings Scheme (ईएलएसएस): ऐसे फण्ड में निवेश करने पर टैक्स बेनिफिट मिलता है| उदहारण: Axis Long Term Equity Fund, Birla Sun Life Tax Relief 96 Fund

ध्यान दें मैंने फण्ड के नाम केवल उदहारण देने के लिए दिए हैं| यह निवेश करने का सुझाव नहीं है|

ध्यान दें इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड और भी कई प्रकार के हो सकते हैं| जैसे की कुछ म्यूच्यूअल फण्ड केवल एक क्षेत्र की कंपनी में की निवेश करते हैं| जैसे की बैंकिंग फण्ड, फार्म फण्ड, टेक्नोलॉजी फण्ड इत्यादि| ऐसे फण्ड को Sector Funds कहते हैं|

मैंने बस आपको आईडिया देने के लिए उदहारण दिया है| और हाँ, जब मैं बड़ी या छोटी कंपनी की बात कर रहा हूँ, मेरा मतलब कंपनी की market capitalization से है| ईएलएसएस में निवेश करने पर आपको Section 80C के तहत टैक्स बेनिफिट मिलता है|

पढ़ें: जानिये ईएलएसएस  (ELSS) के बारें में कुछ दिलचस्प बातें


#2 डेब्ट म्यूच्यूअल फण्ड के प्रकार (Types of Debt Mutual Funds in Hindi)

काफी लोग जब म्यूच्यूअल फंड्स के बारे में सोचते हैं, तो उनको लगता है की म्यूच्यूअल फंड्स केवल शेयर बाज़ार में ही निवेश करते हैं| ऐसा नहीं है| ऐसे म्यूच्यूअल फण्ड भी हैं, जो शेयर बाज़ार से बहुत दूर रहते हैं| डेब्ट फण्ड में कुछ ऐसा ही होता है|

डेब्ट म्यूच्यूअल फण्ड सरकारी या कंपनी के ऋण (bonds) में निवेश करते हैं| ज़ाहिर है की ऐसे फण्ड में निवेश करने पर आपको शेयर बाज़ार के उतार चढ़ाव का सामना नहीं करना पड़ता|

  • Liquid fund (उदहारण:आईसीआईसीआई लिक्विड फण्ड, एचडीएफसी लिक्विड फण्ड)
  • Ultra Short term debt fund (उदहारण: आईसीआईसीआई फ्लेक्सिबल इनकम प्लान, एक्सिस ट्रेज़री एडवांटेज फण्ड)
  • Short term debt fund (उदहारण: SBI Short Term Debt Fund, रिलायंस शोर्ट टर्म डेब्ट फण्ड)
  • Long term debt fund (उदहारण: आईसीआईसीआई इनकम प्लान, रिलायंस इनकम प्लान)
  • Gilt fund (उदहारण : SBI gilt fund-long term plan, ICICI Prudential Long Term Gilt Fund)

इनके अलावा भी कई प्रकार के डेब्ट म्यूच्यूअल फंड्स होते हैं|


#3 हाइब्रिड म्यूच्यूअल फण्ड के प्रकार (Types of Hybrid Mutual Funds in Hindi)

कुछ ऐसे म्यूच्यूअल फण्ड भी होते हैं, जो की कुछ हिस्सा शेयर बाज़ार में और कुछ हिस्सा bonds में निवेश करते हैं| ऐसे फंड्स को हाइब्रिड फण्ड कहते हैं|

  • बैलेंस्ड फण्ड (Balanced Funds): ऐसे फंड्स कम से कम 65% पैसा शेयर बाज़ार में निवेश करते हैं| उदहारण: HDFC Balanced Fund, ICICI Prudential Balanced Fund, Franklin India Balanced Fund
  • डायनामिक एसेट एलोकेशन फण्ड (Dynamic Asset allocation funds): परिस्थिति के अनुसार पैसला लेते हैं की कहाँ कितना निवेश करना है| उदहारण: ICICI Prudential Balanced Advantage Fund

इसके अलावा ऐसे फण्ड भी होते हैं, जो की ज़्यादातर पैसा डेब्ट (bonds) में निवेश करते हैं और थोडा सा पैसा ही शेयर बाज़ार में लगाते हैं, जैसे की मंथली इनकम प्लान (monthly income plans या MIP)|


म्यूच्यूअल फण्ड ग्रोथ या डिविडेंड (Mutual Fund Growth or dividend in Hindi)

साथ ही हर म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम में आप पास दो विकल्प होते हैं: आप Growth option चुन सकते हैं या Dividend option.

Growth आप्शन में आपको कुछ पैसा चाहिए तो आपके अपने यूनिट्स बेचने पड़ेंगे|

परन्तु Dividend option में समय-समय पर आपको फण्ड से dividend मिलता रहता है| ध्यान दे कुछ भी मुफ्त में नहीं मिलता| जितना आपको डिविडेंड मिलता है, आपके फण्ड का NAV उतना ही कम हो जाता है| एक बात और, dividend मिलने की कोई गारंटी नहीं होती|

आप ग्रोथ आप्शन लें या डिविडेंड आप्शन, यह बहुत बातों पर निर्भर करता हैं| पर हाँ, अगर आप लम्बे समय के लिए निवेश कर रहे हैं, तो Growth विकल्प बेहतर होगा|

अगर आप कम अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं और आपको कुछ-कुछ समय पर थोड़ी आय चाहिए, तो डिविडेंड विकल बेहतर हो सकता है| पर ऐसा ज़रूरी नहीं है| Dividend option में निवेश करने से पहले इस पोस्ट को ज़रूर पढ़ें|

साथ ही आपको यह भी देखना पड़ेगा की आपको टैक्स कितना देना पड़ेगा|


म्यूच्यूअल फण्ड डायरेक्ट प्लान या रेगुलर प्लान (Mutual Fund Direct Plan or Regular Plan in Hindi)

इसके अलावा एक तरीका और है जिस पर आप म्यूच्यूअल फंड्स को विभाजित कर सकते हैं|

डायरेक्ट प्लान और रेगुलर प्लान

जब आप किसी म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम के रेगुलर प्लान में निवेश करते हैं, तो बीच में एक डिस्ट्रीब्यूटर (एजेंट या intermediary) होता है| अब कोई एजेंट है, तो उसको कमीशन तो मिलेगा ही|यह कमीशन आपको पैसे से ही आता है| इससे आपका रिटर्न भी प्रभावित होता है|

म्यूच्यूअल फण्ड डायरेक्ट प्लान में कोई भी एजेंट नहीं होता| आप सीधे म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी के साथ निवेश करते हैं| अब क्योंकि कोई कमीशन नहीं होता, तो इसलिए आपको रिटर्न थोड़े बेहतर मिलते हैं|

म्यूच्यूअल फण्ड डायरेक्ट प्लान (mutual fund direct plan in hindi) के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप नीचे दी गयी पोस्ट पढ़ सकते हैं|

क्या आपको म्यूच्यूअल फण्ड डायरेक्ट प्लान में निवेश करना चाहिए?

म्यूच्यूअल फण्ड डायरेक्ट प्लान में कैसे निवेश करें?

कैसे बदलें म्यूच्यूअल फण्ड रेगुलर प्लान को डायरेक्ट प्लान में?

आपको ज्यादा कंफ्यूज होने की ज़रुरत नहीं है| उदहारण की सहायता से समझते हैं| बार करते हैं SBI Mutual Fund के एक large cap fund के बारे में: SBI BlueChip Fund

अब यह फण्ड 4 विकल्पों में उपलब्ध है|

SBI BlueChip Fund- Growth– Direct Plan

SBI BlueChip Fund-Growth–Regular Plan

SBI BlueChip Fund-Dividend–Direct Plan

SBI BlueChip Fund-Dividend– Regular Plan

शायद अब आपकी उलझन दूर हो गयी होगी| और हाँ इस सभी प्लान का NAV अलग होगा|

sbi mutual fund in hindi sbi mutual sip in hindi म्यूच्यूअल फण्ड क्या है

 

म्यूच्यूअल फण्ड क्या है म्यूच्यूअल फण्ड की जानकारी sbi mutual fund in hindi


म्यूच्यूअल फण्ड बेचने पर कितना टैक्स देना पड़ता है? (Tax on mutual funds)

ध्यान दें आपको केवल मुनाफे (या रिटर्न) पर टैक्स देना होता है, अपने मूल निवेश कर नहीं| और मुनाफे पर टैक्स भी बात तभी आती है, जब आप अपने निवेश को बेचते हैं| Tax only on realized gains

टैक्स कितना लगेगा, यह दो बातों पर निर्भर करता है

  1. आपने किस प्रकार के  म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश किया है| इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड और डेब्ट म्यूच्यूअल फण्ड  के मुनाफे पर अलग-अलग  तरीके से टैक्स देना होता है| (Type of mutual fund)
  2. आपकी निवेश अवधि (holding period)

long term capital gain लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड शेयर dividend डिविडेंड पर टैक्स बजट 2018

इस विषय में मैंने एक दूसरी पोस्ट में विस्तार से चर्चा करी है| आप उस पोस्ट को इस लिंक पर पढ़ सकते हैं|

 


म्यूच्यूअल फण्ड कैसे खरीदें? म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कैसे करें?

आप म्यूच्यूअल फण्ड में ऑफलाइन (पेपर फॉर्म भरकर) या ऑनलाइन दोनों तरीकों से निवेश कर सकते हैं|

आप म्यूच्यूअल फण्ड किसी डिस्ट्रीब्यूटर या एजेंट की सहायता से खरीद सकते हैं| इसके अलावा बहुत सारे ऑनलाइन वेबसाइट हैं जहां पर रजिस्टर करने के बाद आप म्यूच्यूअल फंड्स ऑनलाइन खरीद सकते हैं|

इस बारे में विस्तार से जानने के लिए इस पोस्ट (अगर पहली बार कर रहे हैं निवेश, तो म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश कैसे शुरू करें?) को पढ़ें|


म्यूच्यूअल फण्ड SIP, STP और SWP क्या हैं?

SIP (Sytematic Investment Plan) म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने का तरीका है| अगर आप SIP के ज़रिये निवेश करते हैं, तो हर महीने एक तय राशि आपके बैंक अकाउंट से automatically कट कर आपके चुनिन्दा म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश हो जायेगी|

SIP द्वारा निवेश करने पर निवेश में संयम बना रहता है| SIP के नया फायदों और ग़लतफ़हमियों को समझने के लिए इस पोस्ट (म्यूच्यूअल फण्ड SIP क्या है?, SIP से निवेश करने के फायदे और नुकसान) को पढ़ें|

STP (Systematic Transfer Plan) भी SIP की तरह निवेश कर का तरीका ही है| बस अंतर इतना है की हर महीने पैसा आपके बैंक खाते की बजाय एक म्यूच्यूअल फण्ड से दूसरे म्यूच्यूअल फण्ड में जाता है| STP के ज़रिये आप धीरे-धीरे अपने धन म्यूच्यूअल फण्ड में लगा सकते हैं| STP के बारे में अधिक जानकारी के लिए इस पोस्ट को पढ़ें|

SWP (Systematic Withdrawal Plan) म्यूच्यूअल फण्ड में पैसा निकालने का तरीका है| अगर आप SWP शुरू करते हैं, तो हर महीने आपके म्यूच्यूअल फण्ड की कुछ यूनिट्स automatically बिकेंगी और एक तय राशि आपके बैंक खाते में आ जायेगी| SWP रिटायर्ड लोगों के लिए काफी उपयोगी हो सकती है| SWP के बारे में अधिक जानकारी के लिए इस पोस्ट के पढ़ें|

पढ़ें: म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करते समय इन गलतियों से बचें

 

Filed Under: Mutual Funds Tagged With: icici mutual fund in hindi, mutual funds in hindi, sbi mutual fund in hindi, आईसीआईसीआई म्यूच्यूअल फण्ड, म्यूच्यूअल फंड्स के बारे में हिन्दी में जानकारी, म्यूच्यूअल फण्ड के फायदे, म्यूच्यूअल फण्ड प्रकार

म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कैसे करें? म्यूच्यूअल फण्ड कैसे खरीदें? How to buy Mutual Funds? (Hindi)

Last updated: अगस्त 14, 2018 | by दीपेश Leave a Comment

काफी लोग म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करना चाहते हैं, परन्तु यह नहीं जानते की म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कैसे करें|

म्यूच्यूअल फण्ड कैसे खरीदें?

इस पोस्ट में हम जानेंगे की कैसे आप म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करे सकते हैं और कैसे म्यूच्यूअल फण्ड सिप शुरू कर सकते हैं|

वैसे म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करना तो बाद की बात है| अगर आप म्यूच्यूअल फण्ड के बारे में शुरुआत से जानना चाहते हैं (basic knowledge about mutual funds), तो इस पोस्ट को अवश्य पढ़ें|

अगर आप पहली बार म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कर रहे हैं

अगर आप म्यूच्यूअल फण्ड में पहली बार निवेश कर रहे हैं, तो आपको KYC (Know your customer) फॉर्म भरना होगा| अगर किसी कारण आपका KYC (केवाईसी) पहले हो चुका है (demat अकाउंट खोलने के लिए या किसी और वजह से), तो आपको दोबारा KYC फॉर्म भरने की ज़रुरत नहीं है|

अगर आपको पता नहीं है की आपका KYC हुआ है की नहीं (आप KYC-compliant हैं की नहीं), तो आप इन में से किसी भी वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं|

https://www.cvlkra.com

https://kra.ndml.in/

https://www.nsekra.com

https://camskra.com/

https://www.karvykra.com/

आपको चेक करने के लिए अपना PAN नंबर डालना होगा|

अगर आपका KYC नहीं हुआ है, तो आपको फॉर्म भरने के साथ-साथ इन दस्तावेजों के भी ज़रुरत होगी|

  1. पासपोर्ट साइज़ फोटोग्राफ (Passport sized photograph)
  2. पहचान पत्र जैसे पैन कार्ड ,आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लायसेंस की प्रतिलिपि आदि (कोई एक)
  3. पता का प्रमाण, जैसे की ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड नवीनतम टेलीफोन बिल (केवल लैंडलाइन), नवीनतम बिजली बिल, नवीनतम गैस बिल आदि (कोई एक)

आपको फोटोकॉपी के साथ-साथ असली (original) दस्तावेज भी लेकर जाना होगा|

KYC का फॉर्म आप यहाँ से डाउनलोड कर सकते हैं|

अब यह सब लेकर, कहाँ जाना होगा, इसके लिए नीचे पढ़ें|


म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कैसे करें? म्यूच्यूअल फण्ड कैसे खरीदें?

आप किसी एजेंट (म्यूच्यूअल फण्ड Distributor) की सहायता से निवेश कर सकते हैं| या फिर निकटतम CAMS या Karvy शाखायों में जा कर भी निवेश कर सकते हैं| आप म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी की शाखा में जा कर भी निवेश कर सकते हैं|

वहां पर जा कर आपको फॉर्म भरना होगा और एक चेक देना होगा|

अगर आप पहली बार निवेश कर रहे हैं, तो इन जगहों पर जा कर आप अपनी KYC की प्रक्रिया भी पूरी कर सकते हैं|

और हाँ, निवेश आप केवल अपने बैंक खाते से ही कर सकते है| तो अपनी चेक-बुक ले जाना न भूलें|


म्यूच्यूअल फण्ड में ऑनलाइन निवेश कैसे करें?

अगर आपका KYC हो चुका है, फिर तो सब बहुत आसान है|

अगर KYC नहीं हुआ है, तो आपको पहले KYC पूरा करने की ज़रुरत है| ऊपर दी गयी प्रक्रिया का पालन करें और KYC पूरा करें|

आप म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी की वेबसाइट से कर सकते हैं|

इसके अलावा बहुत सारी वेबसाइट हैं जो आपको ऑनलाइन निवेश करने की सुविधा प्रदान करती हैं|

आपको वहां जा कर एक ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा और काम खत्म| शायद आपको एक पहले से भरे फॉर्म (pre-filled form) को डाउनलोड करके कूरियर करना हो|

अगर आप म्यूच्यूअल फण्ड रेगुलर प्लान (regular plan of mutual fund schemes) में निवेश करना चाहते हैं, तो आप FundsIndia या ScripBox जैसी वेबसाइट से निवेश कर सकते हैं|

अगर आप म्यूच्यूअल फण्ड डायरेक्ट प्लान (direct plan of mutual fund schemes) में निवेश करना चाहते हैं, तो आप इस पोस्ट पर जा कर ऐसी सभी वेबसाइट की लिस्ट पा सकते हैं|

अगर आप अभी म्यूच्यूअल फण्ड रेगुलर प्लान और डायरेक्ट प्लान में अंतर के बारे में नहीं जानते हैं, तो  नीचे दी गयी पोस्ट को ज़रूर पढ़ें|

क्या आपको म्यूच्यूअल फण्ड डायरेक्ट प्लान में निवेश करना चाहिए?

म्यूच्यूअल फण्ड डायरेक्ट प्लान में ऑनलाइन कैसे निवेश करें?

कैसे बदलें म्यूच्यूअल फण्ड रेगुलर प्लान को डायरेक्ट प्लान में?

फण्ड खरीदने के लिए भुगतान आप नेट-बैंकिंग, नेफ्ट (NEFT) या RTGS के द्वारा कर सकते हैं| अगर आपने बैंक ECS मैंडेट रजिस्टर कराया है, तो आप सीधे एक क्लिक के साथ भुगतान कर सकते हैं|


म्यूच्यूअल फण्ड सिप (SIP) में कैसे निवेश करें?

अगर आप म्यूच्यूअल फण्ड सिप के बारें में गहराई से जानना चाहते हैं. तो इस पोस्ट को पढ़ें|

पढ़ें: म्यूच्यूअल फण्ड SIP क्या है?

अब म्यूच्यूअल फण्ड सिप में आपके बैंक खाते से अपने आप (automatically) कट कर निवेश हो जाता है| अब बैंक किसी को भी आपके बैंक खाते को डेबिट नहीं करने दे सकता|

इसीलिए आपको बैंक को बताना होता है की किस कंपनी या फण्ड को आपके बैंक अकाउंट से पैसे निकालने दे| इसके लिए आपको एक फॉर्म भरना होता है| इस फॉर्म को आप ECS या one-time mandate (NACH mandate) भी कहते हैं|

यह फॉर्म आसानी से उपलब्ध होता है| अगर आप ऑफलाइन निवेश कर कर रहे हैं, जो जहाँ से कर रहे है, वह आपको यह फॉर्म प्रदान करेगा| अगर आप ऑफलाइन निवेश कर रहे हैं, तो वह वेबसाइट यह फॉर्म प्रदान करेगी| फॉर्म भरने के निर्देश फॉर्म में ही होंगे|

फॉर्म कुछ इस प्रकार का होगा|

सबी सिप इन्वेस्टमेंट प्लान SBI mutual fund SIP in hindi म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कैसे करें

यह फॉर्म मैंने SBI म्यूच्यूअल फण्ड की वेबसाइट से डाउनलोड किया है| आप भी यह फॉर्म SBI की वेबसाइट पर देख सकते हैं| फॉर्म का फॉर्मेट सभी म्यूच्यूअल फण्ड में एक सामान होगा|

अगर आपको यह पोस्ट उपयोगी लगी हो, तो अपने परिवार और मित्रों के साथ ज़रूर शेयर करें|

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कैसे कर रहा है SBI Mutual Fund निवेशकों को गुमराह?

Last updated: अप्रैल 15, 2018 | by दीपेश 8 Comments

कुछ समय पहले मैंने SBI Mutual Fund का एक विज्ञापन देखा था जिसमें equity mutual fund से  Systematic Withdrawal Plan (SWP) करने का सुझाव दिया गया था|

उस विज्ञापन के अनुसार अगर आपको नियमित आय (regular income) चाहिए तो equity mutual fund से SWP करना एक Fixed Deposit (FD) की तुलना में बेहतर विकल्प है| SBI Mutual Fund ने एक उदाहरण की सहायता से यह समझाने की कोशिश करी|

इस पोस्ट में आईये देखते हैं की SBI Mutual Fund क्यों गलत है| ऐसे विज्ञापनों से निवेशक केवल गुमराह होंगे|

पढ़ें: म्यूच्यूअल फण्ड क्या है? What is Mutual Fund in Hindi?

SBI Mutual Fund का विज्ञापन किस बारे में था?

सीधे दिए गए उदाहरण पर आतें हैं|

मान लिए आप एक equity म्यूचुअल फंड और bank fixed deposit में 50 लाख रुपये का निवेश करते हैं|

Equity funds शेयर बाजार से जुड़े रिटर्न प्रदान करते हैं जबकि  Bank Fixed deposit में  एक निश्चित  7.2% प्रति वर्ष return मिलता है।

आप प्रति माह equity fund से 30,000 रुपये निकालते हैं। इसका मतलब की आप हर महीने 30,000 रुपये की units बेच देते हैं|ऐसा आप एक Systematic withdrawal plan (SWP) के द्वारा कर सकते हैं|

ध्यान दे यहाँ बात SBI Mutual Fund से SWP के बारे में हो रही है, न की SIP (Systematic Investment Plan) के बारे में| SIP में आप हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करते हैं, जबकि SWP में आप एक निश्चित राशि निकालते हैं|

बैंक Fixed deposit के मामले में 30,000 रुपये आपको मासिक ब्याज मिलेगा|

इसलिए, दोनों निवेशों से pre-tax income 30,000 रुपये per month होगी।

Equity Fund में आपको मुनाफे पर 15% capital gains टैक्स देना होना (short term)| Fixed Deposit के ब्याज पर आपको अपने टैक्स bracket के हिसाब से टैक्स देना होगा|

SBI MF SWP advertising

Equity mutual fund से SWP करने पर पूरे साल में आप केवल 3,233 रुपये  का capital gains tax देते हैं|

इसका मतलब पूरे साल में आपकी net income हुई 3.57 लाख रुपये (3.6 लाख रुपये – 3,233 रुपये)|

अगर आपने 50 लाख रुपये FD में लगाये होते, तो आपकी आमदनी होती 3.6 लाख रुपये| पर अगर आप 30% अक्स bracket में हैं, तो आपको इस पर 30% टैक्स देना होता| तो टैक्स देने के बाद आप पर बचते 2.49 लाख रुपये|

अगर तुलना करें, equity fund से SWP में 3.57 लाख और FD में 2.49 lakhs|

और यही नहीं, equity fund में साल के आखिर में आपके निवेश की value 52.35 लाख हैं| FD तो ५० लाख का ही है|

तो गर देखे तो, equity फण्ड में SWP करने से आप बेहतर cash flow  प्राप्त करते हैं, कम tax  देते हैं और आपके निवेश का मूल्य भी ज्यादा है।

आपको और क्या चाहिए?

क्या इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड से SWP एक fixed deposit से अच्छा विकल्प है?

नहीं, ऐसा नहीं है। आइये देखते हैं क्यों?

पढ़ें: कैसे चुनाव करें अपने लिए बेस्ट म्यूच्यूअल फण्ड का?

पढ़ें: 2018 में निवेश करने के लिए बेस्ट म्यूच्यूअल फण्ड (Best Equity Mutual Funds for 2018)

क्या कमी है और क्या चीज़ छुपायी गयी है इस विज्ञापन में?

विज्ञापन में यह माना गया है की निवेशक (investor) 30% tax  ब्रैकेट में  आता है । यह भी हो सकता है की Investor बहुत कम टैक्स ब्रैकेट में हो।

उदाहरण के लिए, यदि आप 20% टैक्स ब्रैकेट में आते है, तो आपका कुल 74,160 रुपये (फिक्स्ड डिपॉजिट के मामले में) का टैक्स देना होंगा। इसका मतलब आपको मिलेंगे 2.86 लाख रुपये|

परन्तु इससे भी महत्वपूर्ण एक और पहलु है|

महत्वपूर्ण पहलू 

SBI MF ने उस अवधि को उठाया है जब  शेयर बाज़ार ने अच्छा प्रदर्शन किया है।

AMC ने 1 मई, 2016 से 1 मई, 2017 तक की अवधि को उठाया, जब Nifty 7806 से बढ़कर 9313 हो गई, जो 19.3% की बढ़त है।

अब चलिए SWP की एक ऐसी अवधी चुनते हैं जब की शेयर मार्केट ने अच्छा न किया हो| ध्यान रखें जबाप निवेश करते हैं अब आपको पता नहीं होता की शेयर बाज़ार में कैसे रिटर्न आने वाले हैं|

आप 1 मार्च 2015 को lump sum निवेश करते हैं और अगले एक साल के लिए हर महीने 30,000 रुपयेकी units बेचते हैं (SWP के द्वारा)|

मैंने 50 लाख रुपये के निवेश के लिए SBI BlueChip Fund को चुना है।

अब देखिये|

SBI MF SWP equity fund advertising 3

आपके पास साल के आखिर में केवल 41.68 लाख रुपये बचे हैं|

FD में आपके पास 50 लाख रुपये बचे होते|

आपको SWP से बेहतर cashflow (आय) तो मिला होगा पर आपका तकरीबन 20% निवेश गायब हो गया|

ध्यान रखें इससे ज्यादा नुक्सान भी हो सकता था|

अब सोचिये यह नुकसान आपको रिटायरमेंट के दौरान होता है, तो आपको कितनी परेशानी हो सकती है। आखिर आपको अपने निवेश से नियमित आय की ज़रुरत रिटायरमेंट के दौरान ही तो पड़ेगी|

आप देख सकते हैं की SBI Mutual फण्ड ने कितनी चालाकी से वेह समय चुना जब की शेयर बाज़ार ने अच्छा किया|

ध्यान रखें

  1. शेयर बाजार इस से भी खराब रिटर्न दे सकता हैं|
  2. बाजार अगले 1 साल या अगले कुछ वर्षों कैसा प्रदर्शन करेगा, इस बात का अनुमान लगाना मुश्किल है। निवेश करते समय, आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि एक बाजार का एक खराब चरण (bad phase) आपकी आर्थिक स्तिथि को इतना कमजोर न कर दे, की आप उससे उबर ना पायें।

क्या Systematic withdrawal plan (SWP) एक बुरा विचार है?

नहीं, Systematic withdrawl plan (SWP) कोई बुरा विचार नहीं है।

पर SWP एक equity mutual fund से करना एक बुरा विचार है| और यहीं SBI Mutual Fund ने निवेशकों को गुमराह करने की कोशिश करी है|

SWP हमेशा केवल एक Debt mutual फण्ड से ही करें| Debt mutual फण्ड का चुनाव भी सही से करें|

पढ़ें: म्यूच्यूअल फण्ड सिप (Mutual Fund SIP) क्या है? क्या हैं फायदे?

क्या सीख है आपके लिए?

Equity mutual fund निवेश करने का एक अच्छा तरीका  हैं। परन्तु Equity mutual funds (इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड) में केवल लम्बी अवधि के लिए ही निवेश करना चाहिए| कम समय में नियमित आय देने के लिए बिल्कुल भी अनुकूल नहीं है|

SBI Mutual Fund द्वारा लापरवाही से बनाये गए विज्ञापन से बहुर सारे निवेशक गुमराह हो सकते हैं और बादमें उन्हें निराशा का सामना भी करना पड़ सकता है|

यहाँ शायद SBI mutual fund के लिए भी सीख है|  ऐसे गैर-ज़िम्मेदार विज्ञापनों से वह केवल निवेशकों को ही नहीं बल्कि पूरी  म्यूच्यूअल फण्ड इंडस्ट्री को नुक्सान पहुँचा रहे है|

पढ़ें: म्यूच्यूअल फण्ड डायरेक्ट प्लान क्या हैं?

पढ़ें: म्यूच्यूअल फण्ड डायरेक्ट प्लान में कैसे करें निवेश?

Filed Under: Financial Planning, Mutual Funds, Tax Planning Tagged With: equity mutual funds, regular income, sbi mutual fund, sbi mutual fund in hindi, Systematic withdrawal plan

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