STP की full form है Systematic Transfer Plan या सिस्टेमेटिक ट्रान्सफर प्लान|
STP क्या है? STP का क्या ऊपयोग है? (STP in Hindi, Benefits of STP)
STP म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने का तरीका है|
मान लिए आपके पास एक बड़ी राशि पड़ी है, जिसे की आप शेयर बाज़ार में इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड के माध्यम से निवेश करना चाहते हैं|
पर आपको यह डर लगता है की आपके निवेश करते ही कहीं शेयर बाज़ार गिर न जाए| इसलिए आप सारा पैसा एक साथ निवेश नहीं करना चाहते|
आप चाहते हैं की आप पैसा धीरे-धीरे निवेश हो| साथ ही आप यह चाहते हैं की यह काम अपने आप हो जाए| आपको हर महीने बार-बार निवेश न करना पड़े|
यहाँ पर STP (Systematic Transfer Plan) आपका काम आसान कर सकता है|
मान लिए आपके पास 5 लाख रुपये हैं और आप यह पैसा फण्ड A में लगाना चाहते हैं, जो की एक इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड है|
आपको फण्ड A में हर महीने 25,000 रुपये निवेश करना चाहते हैं|
- इसके लिए आप पूरे 5 लाख रुपये एक debt mutual fund या liquid fund में निवेश कर सकते हैं| डेब्ट या लिक्विड फण्ड में इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड की तरह बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं आता| इसीलिए आप यहाँ पर बड़ी राशि भी निवेश कर सकते हैं| मान लिए उस फण्ड का नाम फण्ड B है|
- इसके बाद आप Fund B से Fund A में 25,000 रुपये प्रति माह की STP चालू कर सकते हैं|
हर महीने एक निर्धारित तारीख को Fund B से 25,000 रुपये की यूनिट्स बिकेंगी और 25,000 रुपये फण्ड A में निवेश हो जायेंगे| ऐसे में अगले 20-22 महीने में सारा पैसा Fund A में निवेश हो जाएगा|
एक बार आपने STP शुरू कर दिया, तो सब अपने आप हो जाएगा|
जैसा STP के नाम से प्रतीत होता है, आपका पैसा systematically एक फण्ड से दूसरे फण्ड में ट्रान्सफर हो जाएगा|
STP और SIP में क्या अंतर है?
STP और SIP दोनों ही निवेश करने का तरीके हैं|
STP में आपका पैसा एक म्यूच्यूअल फण्ड से दूसरे म्यूच्यूअल फण्ड में जाता है|
SIP में पैसा आपके बैंक खाते से म्यूच्यूअल फण्ड में जाता है|
एक उदाहरण की सहायता से समझते हैं|
मान लिए आपको 3 लाख रुपये का इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करना है| जैसे की ऊपर लिखा है की आप एक साथ सारा पैसा निवेश नहीं करना चाहते|
आप चाहते हैं की धीरे-धीरे आपका पैसा शेयर मार्केट में निवेश हो|
ऐसा आप SIP और STP दोनों के माध्यम से कर सकते हैं|
मान लिए आप हर महीने 20,000 रुपये निवेश करना चाहते हैं|
- आप पैसा अपने बैंक खाते में छोड़ सकते हैं और प्रति माह 20,000 रुपये की SIP शुरू कर सकते हैं|
- या फिर आप 3 लाख रुपये किसी debt या liquid फण्ड में निवेश कर सकते हैं और 20,000 की एक STP चालू कर सकते हैं| ऐसे में हर महीने 20,000 रुपये की debt mutual fund की यूनिट्स बिकेंगी और 20,000 रुपये के इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड की यूनिट्स खरीद ली जायेंगी|
STP शुरू करने से पहले इन बातों का रखें ख्याल
- पहले फण्ड से यूनिट बिकने पर पैसा आपके बैंक खाते में नहीं आता| सीधे दूसरे फण्ड में निवेश हो जाता है|
- पहला और दूसरा फण्ड एक ही म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी से होने चाहिए| आप SBI के फण्ड से आईसीआईसीआई के फण्ड में STP नहीं चला सकते|
- पहले फण्ड में यूनिट्स बेचने पर आपको टैक्स देना पड़ सकता है| हालांकि आपके खाते में पैसा नहीं आता, परन्तु म्यूच्यूअल फण्ड के यूनिट्स तो बिके हैं| इसलिए आपको capital gains पर टैक्स देना पड़ सकता है|
- STP की हर किश्त दूसरे फण्ड में नया निवेश है| मान लिए आपने हर महीने की 15 तारीख को Fund B से Fund A में STP चालू करी| ऐसे में हर महीने की 15 तारीख को Fund A में कुछ निवेश होगा| टैक्स और exit load के नज़रिए से हर किश्त को एक नया निवेश माना जाएगा|
- STP के द्वारा निवेश करने से अच्छे रिटर्न की कोई गारंटी नहीं है| SIP के साथ भी कोई गारंटी नहीं है| बस आपको इस बात का सुकून रहता है की आपक पैसा धीरे-धीरे निवेश हो रहा है|
- STP एक फण्ड से दूसरे फण्ड में नियमित रूप से पैसा ट्रान्सफर करने का जरिया है| तो फण्ड का चुनाव सही से करें|
- आप किसी भी फण्ड से दूसरे फण्ड में STP शुरू कर सकते हैं| बस दोनों फण्ड एक की म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी से होने चाहिए|
- अगर आप चाहें तो एक इक्विटी फण्ड से debt फण्ड में भी STP कर सकते हैं| कोई आपको रोकेगा नहीं| आपको अपनी ज़रुरत के अनुसार निर्णय करना होगा|
- अगर आपको धीरे-धीरे इक्विटी फण्ड में निवेश करना है, तो आप डेब्ट म्यूच्यूअल फण्ड से equity म्यूच्यूल फण्ड में एसटीपी शरू कर सकते हैं|
- अगर आपको इक्विटी फण्ड से धीरे-धीरे पैसा निकालना है, तो आप इक्विटी फण्ड से डेब्ट फण्ड में STP शरू कर सकते हैं| अगर ऐसा करना है, तो थोडा सोच-समझ कर करें|
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