अगर आप म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो इन गलतियों या गलतफ़हमियों से बचें|
अगर आपके लिए म्यूच्यूअल फण्ड बिल्कुल भी जानकारी नहीं है, तो म्यूच्यूअल फण्ड की बुनियादी जानकारी के लिए पहले इस पोस्ट (क्या हैं म्यूच्यूअल फण्ड? What is a Mutual Fund? (in Hindi) को पढ़ें|
#1 अगर NAV कम है, तो बेहतर है
NAV म्यूच्यूअल फण्ड के एक यूनिट के दाम को कहते हैं| इसका मतलब अगर NAV 50 रुपये है, इस इसका मतलब म्यूच्यूअल फण्ड यूनिट की कॉस्ट 50 रुपये है|
अगर 5,000 रुपये का निवेश करते हैं, तो आपको 100 यूनिट मिलेंगे|
किसी दूसरे फण्ड का NAV अगर 100 रुपये है, तो 5,000 हज़ार निवेश करने पर आपको 50 यूनिट मिलेंगे|
तो, कौनसा म्यूच्यूअल फण्ड बेहतर हुआ?
म्यूच्यूअल फण्ड के NAV से कुछ भी फर्क नहीं पड़ता|
किसी म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम का NAV कम होने का मतलब यह नहीं की वह सस्ता है|
म्यूच्यूअल फण्ड कोई शेयर नहीं है|
मान लिए आप दोनों स्कीम में 5,000 रुपये निवेश करते हैं| दोनों ही फण्ड 20% रिटर्न देते है|
पहली स्कीम का NAV 60 हो जाएगा|
दूसरी का 100 से 120 हो जाएगा|
पहली स्कीम में आपके निवेश का मूल्य होगा: 100 X 60 = 6,000 रुपये
दूसरी स्कीम में आपके निवेश का मूल्य होगा: 50 X 120 = 6,000 रुपये
देखा, कोई अंतर नहीं पड़ा|
इसलिए म्यूच्यूअल फंड में निवेश करते समय म्यूच्यूअल फण्ड के NAV पर बिलकुल भी ध्यान न दें|
फण्ड का चयन करते समय ध्यान दे उसके परफॉरमेंस पर और इस बात पर की वह फण्ड आपके पोर्टफोलियो मके लिए लाभकारी है की नहीं|
#2 पोर्टफोलियो में बहुत सारे म्यूच्यूअल फण्ड होना
कोई भी मौका छोड़ना नहीं चाहता| तो काफी लोग बहुत सारे म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कर देते हैं| जैसे कि पांच मिड कैप फण्ड में निवेश कर दिया| कोई न कोई फण्ड तो अच्छा करेगा ही|
मेरे अनुसार यह एक अच्छा विचार नहीं है| इससे आपको अपने पोर्टफोलियो में निर्णय लेने में और उसको मैनेज करने में बहुत परेशानी होगी|
कोशिश करें की आपके पास एक तरह के एक-दो से ज्यादा फण्ड न हो|
#3 सारे म्यूच्यूअल फण्ड शेयर बाज़ार में निवेश करते हैं
ऐसा भी नहीं है|
जैसा की हमनें पिछली पोस्ट में देखा था, डेब्ट म्यूच्यूअल फण्ड शेयर मार्केट में निवेश नहीं करते और ऐसे फण्ड में निवेश करने पर आपको शेयर केजार के उतार चढ़ाव का सामना नहीं करना पड़ेगा|
#4 हाल के परफॉरमेंस पर ज्यादा ध्यान देना
काफी लोग फण्ड चुनने के लिए पिछले कुछ महीने के या पिछले कुछ साल के रिटर्न कर ज्यादा ध्यान देते हैं| गलत नहीं है|
परन्तु मेरे अनुसार आपको लम्बी अवधि का दौरान परफॉरमेंस (long term performance) पर अधिक ध्यान देना चाहिए| इससे आपको पता पड़ेगा की फण्ड कितना consistent है और शेयर बाज़ार के उतार chadhaav के दौरान उसने कैसा परफॉर्म किया है|
#5 म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने पर नुकसान नहीं हो सकता
कम से कम कुछ लोग तो ऐसा ही सोचते हैं की म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने पर या म्यूच्यूअल फण्ड में SIP (सिप) के द्वारा निवेश करने पर कुछ नुक्सान नहीं हो सकता|
पढ़ें: क्या हैं म्यूच्यूअल फण्ड SIP?
यह गलत है| आप कैसे भी निवेश करें, नुकसान तो हो ही सकता है| ध्यान दें इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड शेयर बाज़ार में निवेश करते हैं| जब शेयर बुरा करेंगे, तो म्यूच्यूअल फण्ड में भी नुकसान हो सकता है|
काफी लोग इस धारणा से म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने आते हैं और फिर निराश हो कर निवेश करना छोड़ देते हैं|
#6 कम अवधि के लिए निवेश करना
अगर आप इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो म्यूच्यूअल फण्ड को जादू की छड़ी न समझे|
यह सोचना गलत है की कुछ महीने में ही या एक-दो साल में आपका पैसा दोगुना या तिगुना हो जाएगा|
यह सोच कर निवेश करेंगे तो आपको निराशा ही हाथ लगेगी| लम्बी अवधि के लिए निवेश करें|
यह थी कुछ म्यूच्यूअल फण्ड निवेश से जुडी कुछ गलतियाँ और गलतफ़हमियाँ|
अगर आपको पोस्ट अच्छी लगी हो, तो अपने परिवार और मित्रों से अवश्य शेयर करें|
भाबग्राही बिश्वाल says
बहुत ही अच्छा और सीखने की लिपि हैं, में दिल से शुक्रिया अदा करता हूं, और आगे इस तरह के ज्ञान बर्धक लेख प्रकाशित करें। धन्यवाद।
दीपेश says
धन्यवाद!!! कृपया अपने मित्रों के साथ whatsapp या facebook पर भी शेयर करें|