पिछले कुछ समय से निवेशकों के रुझान म्यूच्यूअल फण्ड सिप (Mutual Fund SIP) की तरफ काफी बढ़ा हैं|
यहाँ तक की कुछ लोग SIP को ही एक तरह का म्यूच्यूअल फण्ड मानते हैं और सिप म्यूच्यूअल फण्ड के बारे में जानना चाहते हैं|
क्या आपको सिप या एसआईपी के बारे में पूरी जानकारी है?
इस पोस्ट में आईये जानते हैं:
- म्यूच्यूअल फण्ड सिप क्या है?
- म्यूच्यूअल फण्ड सिप कैसे काम करती है?
- म्यूच्यूअल फण्ड सिप के क्या फायदे हैं?
- म्यूच्यूअल फण्ड सिप से क्या मिथ्याएं या ग़लतफ़हमियों जुड़ी हुई हैं?
SIP के बारे में जानने से पहले अगर आप यह जानना चाहते हैं की म्यूच्यूअल फण्ड क्या होते हैं, तो आप यह पोस्ट (म्यूच्यूअल फण्ड क्या हैं? Mutual Fund in Hindi) अवश्य पढ़ें|
म्यूच्यूअल फण्ड सिप क्या है? (Mutual Fund SIP in Hindi)
SIP म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने का एक तरीका है| आप एक मुश्त पैसा निवेश करने की बजाय धीरे-धीरे नियमित तौर पर पैसा निवेश करते हैं|
SIP (सिप) का मतलब है सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan)
आसान शब्दों में इसका मतलब यह हैं की नियमित तौर पर आपका पैसा (अपने आप) म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश होता रहता है|
इसका मतलब, हर महीने कुछ पैसा अपने आप (automatically) आपके बैंक खाते से निकल कर म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश हो जाता है|
म्यूच्यूअल फण्ड SIP के क्या फ़ायदे हैं? (Benefits of SIP in Hindi)
#1 SIP के द्वारा एक निवेश का अनुशासन बना रहता है| और अनुशासन निवेश में सफलता के लिए बहुत ज़रूरी है|
#2 आपको शेयर बाज़ार को टाइम करने की कोई ज़रुरत नहीं है| शेयर बाज़ार के उतार-चढ़ाव मे आपको Rupee cost Averaging का फायदा भी मिलता है|
जब स्टॉक मार्केट (stock market) गिरता है, तो आपको ज्यादा म्यूच्यूअल फण्ड units मिलती हैं और जब शेयर बाज़ार बढ़ता है, आपको कम यूनिट्स मिलती हैं| इस तरीके से आपके खरीदने के मूल्य average (औसत) हो जाता है|
आइये एक उदाहरण के मदद से समझते हैं|
मान लिए की आप एक इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड में 5,000 रुपये की सिप शुरू करी है|
ध्यान दें, अमूमन आप 500 रुपये प्रति माह से म्यूच्यूअल फण्ड सिप शुरू कर सकते हैं| आमतौर पर सिप द्वारा निवेश की कोई ऊपरी सीमा नहीं होती|
SIP की किश्त (installment) आपके बैंक account से महीने की 15 तारिख को कटती है|
आप देख सकते हैं की Mutual Fund का NAV उस साल में 85 से 150 के बीच में रहा| पर आपका औसत खरीद मूल्य (average purchase price )117 रुपये के आस पास रहा| जब शेयर बाज़ार गिरा, तब आप उसी पैसे में (5,000 रुपये) में ज्यादा यूनिट्स खरीद पाए|
#3 SIP के द्वारा निवेश करने पर आप बहुत ऊंचे दाम पर सारा निवेश करने से बच जाते हैं|
ध्यान रखें मैंने अपनी बात समझाने की लिए यह उदाहरण चुना है| जरूरी नहीं है की शेयर बाज़ार इसी तरह ऊपर नीचे हो|
#4 धीरे-धीरे पैसा इकठ्ठा होता रहता है और बड़ी राशि बन जाती है
ज़्यादातर लोग एक मुश्त पैसा नहीं निवेश कर सकते| परन्तु म्यूच्यूअल फण्ड सिप की सहायता से आप धीरे-धीरे बहुत सारा पैसा जमा कर सकते हैं|
एक उदहारण लेते हैं|
अगर आप हर महीने 1,000 रुपये जमा करते हैं और आपको निवेश पर 10% रिटर्न मिलता है, तो 20 साल में आपके पास 7.23 लाख रुपये जमा हो जायेंगे| 30 साल में 20.7 लाख रुपये जमा हो जायेंगे|
यहीं आपको अगर 12% रिटर्न मिलता, तो 20 साल में 9.19 लाख और 30 साल में 30.8 लाख रुपये जमा हो जायेंगे|
आप देख सकते हैं की केवल 1,000 रुपये प्रति माह निवेश करने से कितना पैसा इकठ्ठा हो सकता है|
यह तो हो गए SIP के फ़ायदे|
मेरे अनुसार एक आम निवेशक के लिए म्यूच्यूअल फण्ड SIP इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने का सबसे अच्छा (बेस्ट) तरीका है|
परन्तु मेरे हिसाब से लोगों को SIP के बारे में कुछ ग़लतफ़हमियाँ (मिथ्याएं) भी है|
आइये जानते हैं उनके बारे में|
म्यूच्यूअल फण्ड सिप से जुड़ी ग़लतफ़हमियाँ या मिथ्याएं (Myths about Mutual Fund SIP)
#1 Mutual Fund SIP अपने आप में एक निवेश है|
बहुत से लोग पूछते हैं की कौन से SIP में निवेश चाहिए? या फिर कौनसा बेस्ट सिप प्लान है? यह सब सवाल बेमानी हैं|
म्यूच्यूअल फण्ड SIP केवल निवेश का तरीका है| निवेश आप किसी म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम में ही करते हैं|
आप बिना SIP के भी म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश कर सकते हैं|
आप एकमुश्त पैसा लगा सकते हैं|
आप चाहें तो हर महीने की तय तारिख को खुद से किसी स्कीम में निवेश कर सकते हैं|
तो, पहले आपको म्यूच्यूअल फण्ड का चुनाव करना होता है, उसके बाद आप उस फण्ड में सिप चालू कर सकते हैं|
#2 Mutual Fund सिप द्वारा निवेश करने पर नुक्सान नहीं हो सकता
बहुत सारे निवेशकों लो लगता हैं की SIP द्वारा निवेश करने पर उनको नुकसान नहीं हो सकता|
ऐसी सोच एक बड़ी समस्या है| म्यूच्यूअल फण्ड सिप कोई जादू की छड़ी नहीं है|
किसी भी निवेश या बिज़नेस में मुनाफे या नुकसान की एक ही परिभाषा है|
अगर आपका बेचने का दाम खरीदने के दाम से ज्यादा है, तो आपको मुनाफा होता है|
अन्यथा अगर आपका बेचने का दाम खरीदने के दाम से कम है, तो आपको नुकसान होता है|
तो अगर आपको आपके SIP द्वारा किये गए निवेश से फायदा होना हैं, तो बेचते समय जो वैल्यू है, वह आपके खरीद के औसत मूल्य (price) से ज्यादा होना चाहिए|
SIP की सफलता इस आधार पर निर्भर है की शेयर बाज़ार लम्बी अवधि (long term) में अच्छा प्रदर्शन करते हैं| तभी आपका खरीदने का औसत cost आपके बेचने के price से कम होगी|
परन्तु इस बात की कोई गारंटी नहीं है|
हो सकता जब बेचने की बारी आये, तो शेयर बाज़ार काफी गिर गए हो| ऐसे स्तिथि में आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है|
तो सिप द्वारा निवेश करने से पहले यह बात अवश्य सोच ले| SIP द्वारा निवेश करने में भी रिस्क होता है|
#3 सिप द्वारा निवेश करने से आपका रिस्क (Risk) कम हो जाता है|
सिप से आपको केवल Rupee Cost Averaging का बेनेफिट मिलता है| और कुछ नहीं|
ऊपर का उदाहरण देखें तो आपका Average cost (औसत मूल्य) 117 रुपये थी|
अब मान लीजिये कोई व्यक्ति 60,000 रुपये उस दिन म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करता है जिस दिन उस स्कीम का NAV 117 रुपये हो|
आप दोनों ने 60,000 रुपये निवेश किये हैं और दोनों का औसत खरीद मूल्य (average purchase price) 117 रुपये है|
तो क्या आपका Risk एक समान नहीं होगा?
#4 किसी भी म्यूच्यूअल फण्ड में सिप चला सकते हैं|
ज़रूर चला सकते हैं|
परन्तु SIP चलाने के लिए यह बहुत ज़रूरी है, की आप सही म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम का चयन करें| केवल सिप द्वारा निवेश करने से सब कुछ नहीं हो जाएगा|
एक स्कीम मान लिए 6% रिटर्न दती है और दूसरी 10%| अगर आप 5,000 रुपये की सिप करते हैं, तो 10 साल बाद जमा राशि में 3 लाख रुपये का अंतर होगा| तो सही म्यूच्यूअल फण्ड का चुनाव करना भी बहुत ज़रूरी है|
यह एक अलग बात है की यह पता करना बहुत मुश्किल है की कौनसी म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम अगले दस साल में सबसे अच्छा करेगी|
लेकिन आप नियमित तौर पर अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा (review) करें| और अगर आपका फण्ड अच्छा परफॉरमेंस नहीं दे रहा, तो उस फण्ड में SIP रोक कर किसी दूसरे फण्ड में शुरू करें|
साथ ही अगर आप डेब्ट म्यूच्यूअल फण्ड (Debt Mutual Fund) में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो आप एक मुश्त भी निवेश कर सकते हैं| SIP द्वारा निवेश करने से कुछ ख़ास फायदा नहीं होगा|
#5 आपके निवेश की तारीख सिप शुरू होने की तारीख है|
काफी लोग यही सोचते हैं, जो की गलत है|
जैसा की हमें पहले देखा की सिप केवल निवेश करने का तरीका है|
इसीलिए SIP की हर किश्त एक नया निवेश है| अगर आपको lock-in period, exit load या capital gains tax का सही आंकलन करना है, तो इस बात का ज़रूर ध्यान रखें|
खासकर ELSS mutual funds में| ईएलएसएस फण्ड (ELSS) टैक्स सेविंग फण्ड होते हैं और तीन साल का लॉक-इन होता है|
अगर आप सिप द्वारा ELSS में निवेश कर रहे हैं तो ध्यान रखें की सिप की हर किश्त एक नया निवेश है|
जो units आपने 15 जनवरी 2017 की किश्त से खरीदीं हैं, वो units आप 15 जनवरी 2020 से पहले नहीं बेच सकते|
जो units आपने 15 अप्रैल 2017 की किश्त से खरीदीं हैं, वो units आप 15 अप्रैल 2020 से पहले नहीं बेच सकते|
पढ़ें: जानिये ईएलएसएस (ELSS) के बारें में कुछ दिलचस्प बातें
इस पोस्ट में हमने देखे SIP द्वारा निवेश करने के कुछ फ़ायदे और मिथ्याएं|
मेरे अनुसार SIP निवेशकों (retail investors) के लिए equity mutual funds में निवेश करने का सबसे अच्छा तरीका है| पर ध्यान रखें SIP कोई जादू की छड़ी नहीं है|
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सुनील कुमार मालवीय says
बहुत अच्छी जानकारी दी गई है। मैं कुछ ऐसा ही चाहता था।
धन्यवाद
दीपेश says
धन्यवाद सुनील जी|
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