• Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar

HindiFinance.com

आपका पर्सनल फाइनेंस ब्लॉग आसान हिंदी में




  • Life Insurance
  • Mutual Funds
  • Financial Planning
  • NPS
  • PPF
  • Tax Planning
  • Aadhaar
  • LIC
  • Loans

भारतीय स्टेट बैंक होम लोन

Follow @hindifinance

आप कैसे अपना होम लोन जल्दी खत्म कर सकते हैं?

by दीपेश Leave a Comment

अधिकाँश लोगों को मकान खरीदने के लिए लोन लेना पड़ता है| परन्तु कोई भी अपने सर पर लोन रखना नहीं चाहते| इसलिए लोग घर खरीदने के लिए लोन तो लेते हैं, परन्तु उसे जल्दी से जल्दी निपटाने की कोशिश करते हैं|

अब, लोन जल्दी निपटाने का एक ही तरीका है: आप लोन का पूर्व भुगतान (pre-payment) करें| कोई दूसरा तरीका नहीं है|

यहाँ पर समस्या यह है की सभी के पास पूर्व भुगतान के लिए एक मुश्त राशि नहीं होती| ऐसे में क्या आप क्या करेंगे? क्या आपको पूरे 20 से 25 वर्ष तक का लोन का भुगतान करते रहना होगा?

आपको निराश होने की ज़रुरत नहीं है|

आप नियमित तौर पर छोटे-छोटे पूर्व भुगतान करके भी अपना होम लोन जल्दी चुका सकते हैं|

आईये कुछ उदाहरण की सहायता से समझते हैं|

मान लिए आपने 25 लाख रुपये का होम लोन लिया है| लोन की अवधि 20 वर्ष (240 महीने) है| ब्याज दर 9% है| आपकी EMI 22,493 रुपये होगी|

पढ़ें: होम लोन की EMI कैसे कैलकुलेट होती है?

#1 आप हर महीने 10% अधिक भुगतान करते हैं|

इक मतलब 22,493 रुपये की बजाय 22,493 + 2,249 = 24,742 रुपये का भुगतान करते हैं|

ऐसा करने पर आपका लोन 190 महीने (15 वर्ष 10 महीने) में खत्म हो जाएगा|

आप 50 EMI बचा पायेंगे|

अगर देखें, तो आपने 19 EMI (10% X 190) अतिरिक्त दी और आपने 50 किश्तें बचा लीं|

ध्यान दें ऐसा ज़रूरी नहीं है की आप हर महीने अतिरिक्त भुगतान करें| आप हर महीने कुछ पैसा जोड़ सकते हैं और समय-समय (3, 6 या 12 महीने) पर भी कुछ अतिरिक्त भुगतान कर सकते हैं| इससे भी आपकी EMI की संख्या पर काफी फर्क पड़ेगा|

#2 आप हर महीने 20% अधिक भुगतान करते हैं|

आपका लोन 240 महीने की बजाय 159 महीने में पूरा हो जाएगा| आप 81 किश्तें बचा पायेंगे|

आपने 32 किश्तें (20%*159) अतिरिक्त दी, और आप 81 किश्तें बचा पाए|

#3 आप हर वर्ष एक अतिरिक्त EMI का भुगतान करते हैं

आप हर महीने EMI की देते हैं| बस वर्ष के अंत में एक EMI अतिरिक्त देते हैं|

एक वर्ष में 12 की बजाय 13 ईएमआई|

ऐसा करने पर आपका लोन 199 महीने में खत्म हो जाएगा| आपने 16 अतिरिक्त किश्तें दी, और आप 41 ईएमआई बचा पायेंगे|

#4 आप हर वर्ष 2 अतिरिक्त EMI का भुगतान करते हैं

ऐसा करने पर आपका लोन 170 महीने (14 वर्ष 2 महीने) में पूरा हो जाएगा|

आपने 28 EMI का भुगतान किया और आपने 70 ईएमआई बचा ली|

मैंने बस कुछ ही उदहारण दिए हैं| आप किसी और तरीके का प्रयोग भी कर सकते हैं| मैं बस आपको यह दिखाना चाहता हूँ की आपको पूर्व भुगतान करने के लिए किसी बड़ी राशि की ज़रुरत नहीं है| अगर छोटी राशि से भी नियमित तौर पर भुगतान करेंगे, तब भी आप लोन बहुत जल्दी चुका सकते हैं| आखिर, बूँद-बूँद सागर बनता है|

Filed Under: Financial Planning, Loans Tagged With: भारतीय स्टेट बैंक होम लोन, होम लोन, होम लोन का पूर्व भुगतान, होम लोन कैलकुलेटर

भारतीय स्टेट बैंक होम लोन के प्रकार (Types of SBI Home Loan)

by दीपेश Leave a Comment

भारतीय स्टेट बैंक देश का सबसे लोकप्रिय बैंक है| बहुत से लोग SBI से लोन लेना चाहते हैं|

इस पोस्ट में मैं SBI से मिलने वाले विभिन्न प्रकार के होम लोन (भारतीय स्टेट बैंक होम लोन) पर चर्चा करूंगा|

ध्यान दें यह होम लोन उत्पादों के नाम नहीं हैं|

बस यह बताने के कोशिश करी है की आप किन कामों के लिए भारतीय स्टेट बैंक (SBI) से होम लोन ले सकते हैं|

भारतीय स्टेट बैंक होम लोन के प्रकार (SBI: Types of Home Loan)

#1 Home Purchase Loan (घर खरीदने के लिए होम लोन)

यह सबसे आम लोन है| अगर आप एक नया मकान (फ्लैट) खरीदना चाहते हैं या किसी मकान को उसके पुराने मालिक से खरीदना चाहते हैं, तो आप इस प्रकार का होम लोन ले सकते हैं|

#2 Home Improvement Loan (घर का मरम्मत या सुधार के लिए)

घर में मरम्मत (repair) या नवीनीकरण (renovation) करना है, तो आप इस प्रकार का लोन ले सकते हैं|

#3 Home Construction Loan (घर बनाने के लिए लोन)

अब आप फ्लैट नहीं लेना चाहते, पर आपके पास पहले से एक प्लाट (ज़मीन) है जिस पर आप मकान बनाना चाहते हैं| ऐसे मामले में आप होम कंस्ट्रक्शन लोन ले सकते हैं|

#4 Home Extension Loan (मौजूदा मकान में कुछ बदलाव करना या नया निर्माण करना)

अगर अपने मौजूदा घर का विस्तार करना चाहते हैं, जैसे की नया कमरा बनाना या मकान में एक और मंजिल जोड़ना| ऐसे मामलों में आप होम एक्सटेंशन लोन ले सकते हैं|

#5 Land Purchase loan (घर के लिए ज़मीन या प्लाट खरीदने के लिए)

अगर आप अपना मकान बनाने के लिए ज़मीन या प्लाट खरीदना चाहते हैं, तब आप यह लोन ले सकते हैं|

#6 Home Conversion Loan (होम कन्वर्शन लोन)

आपने होम लोन लेकर पहले ही एक घर खरीदा हुआ है| परन्तु अब आप दूसरा घर खरीदना चाहते हैं और उसके लिए लोन लेना चाहते हैं| साथ ही आप अपने पहले घर को बेचना चाहते हैं| होम कन्वर्शन लोन में आप अपने पहले घर के लोन को दूसरे घर के लोन में ट्रान्सफर कर सकते हैं|

#7 Balance Transfer Loan (बैलेंस ट्रान्सफर लोन)

आपने किसी दूसरे बैंक से लोन लिया हुआ है| वहां पर लोन की ब्याज दर ज्यादा है| भारतीय स्टेट बैंक होम लोन की ब्याज दर कम है|

ऐसे में आप चाहें तो SBI से बैलेंस ट्रान्सफर लोन ले सकते हैं| यहाँ आप स्टेट बैंक से मिली लोन राशि से अपना मौजूदा लोन चुका सकते हैं|और उसके बाद EMI के द्वारा एसबीआई के लोन का भुगतान भी कर सकते हैं|

बैलेंस ट्रान्सफर लोन की मदद से आप अपने होम लोन की मासिक किश्त (EMI) को कम कर सकते हैं

#8 NRI Home Loan

यह होम लोन प्रवासी भारतियों (NRI) के लिए है जो की भारत में घर बनाने या खरीदने की इच्छा रखते हैं।

#9 Loan against Property (LAP या प्रॉपर्टी लोन)

अगर आपके पास कोई मकान है और आपको लोन की आवश्यकता है, तो आप अपने मकान के ज़रिये प्रॉपर्टी लोन ले सकते हैं| मैंने प्रॉपर्टी लोन के बारे में विस्तार से इस पोस्ट में चर्चा करी है|

पढ़ें: होम लोन लेते समय इन 6 बातों का रखें ख्याल

इन बातों का रखें ख्याल

  1. हम सब जानते है की होम लोन के भुगतान पर टैक्स बेनिफिट मिलते हैं| परन्तु टैक्स बेनिफिट केवल उसी लोन के लिए मिलते हैं, जो की मकान खरीदना या बनाने के लिए लिया गया हो|
  2. अगर किसी और मकसद से लोन लिया गया है, तो शायद आपको टैक्स बेनिफिट न मिलें या फिर कम टैक्स बेनिफिट मिलें|
  3. मैंने कई प्रकार के लोन पर चर्चा करी है| ध्यान दें की इन लोन के आवेदन की प्रक्रिया अलग हो सकती हो|
  4. विभिन्न परकार के लोन में अधिकतम लोन राशि अलग हो सकती हो|
  5. ब्याज दर अलग हो सकती है| अलग दस्तावेज़ चाहिए हो सकते हैं|
  6. आप स्टेट बैंक की शाखा में जा कर पता करें|

अधिक जानकारी के लिए SBI की वेबसाइट पर SBI होम loan FAQ पेज को पढ़ें|

Filed Under: Loans Tagged With: sbi home loan, भारतीय स्टेट बैंक होम लोन

आपको कितना होम लोन मिल सकता है?

Last updated: अप्रैल 9, 2018 | by दीपेश 12 Comments

जब भी आप लोन लेने की सोचते हैं, तो एक सवाल ज़रूर आता है, की कितना लोन मिल सकता है|

होम लोन हो या पर्सनल लोन या गोल्ड लोन, यह जानकारी तो चाहिए की होती है की आप कितना लोन ले सकते हैं|

आपकी लोन पात्रता (loan eligibility) हर बैंक के अनुसार अलग हो सकती है| क्योंकि हर बैंक का लोन योग्यता का तरीका अलग हो सकता है|

परन्तु एक बात ज़रूर है|

हर बैंक आपको लोन देने से पहले यह सुनिश्चित करना चाहता है की आप लोन लौटा सकते हैं या नहीं|

इसके लिए बैंक यह देखता है की आप अपनी आय या वेतन (सैलरी) से लोन की EMI का भुगतान कर सकते हैं या नहीं|

अमूमन बैंक यह सुनिश्चित करता है की आपके लोन की EMI आपके वेतन के 35-50% से ज्यादा न हो| बैंक आपके वेतन के आधार पर पात्रता तय करता है|

अगर आपने पहले से कोई और लोन भी लिया हुआ है, तो उसकी EMI भी गिनी जाती है| इसका मतलब यह है की आपके सारे लोन की EMI आपकी आय (टैक्स काटने के बाद) के 35-50% प्रतिशत से ज्यादा न हो|

आपको कितना होम लोन मिल सकता है?

आप कितनी EMI दे सकते हैं, इसके अनुसार ही आपको लोन दिया जाता है|

आईये उदहारण की सहायता से समझते हैं|

आप मासिक आय (टैक्स काटने के बाद): 50,000 रुपये

लोन की अवधि (Loan Tenure): 15 वर्ष

ब्याज दर (interest rate): 10% p.a.

मान लिए बैंक के अनुसार आपकी EMI वेतन के 50% से अधिक नहीं हो सकती|

इसका मतलब आपके लोन की EMI अधिकतम 25,000 रुपये हो सकती है|

इस EMI के साथ आपको कितना लोन मिल सकता है?

लोन की राशि निकालने के लिए आप Microsoft Excel का PV फंक्शन का प्रयोग कर सकते हैं|

लोन राशि = PV (10%/12, 15*12, 25,000,0,0)

= 23,26,435 रुपये

इसका मतलब आपको 23.26 लाख रुपये का लोन मिल सकता है|

आपकी आय 50,000 रुपये है और आप 23.26 लाख रुपये का लोन ले सकते हैं| आपकी आय का तकरीबन 46 गुना|

अगर आपका कोई लोन भी चल रहा होता

अब मान लिए आपने पहले से एक लोन ले रखा है, जिसकी EMI 5,000 रुपये है|

हमनें ऊपर देखा की बैंक के अनुसार आप 25,000 रुपये से अधिक की EMI का भुगतान नहीं कर सकते|

5,000 रुपये पहले ही दे रहे हैं|

तो इस नए लोन की EMI 25,000 – 5,000 = 20,000 रुपये से अधिक नहीं हो सकती|

20,000 रुपये की EMI पर आपको अधिकतम लोन मिल सकता है:

PV (10%/12, 15*12, 25,000,0,0)*-1 = 18.61 लाख रुपये

आप देख सकते हैं की पहले से लोन होने की वजह से आपके लोन पात्रता कम हो गयी है|

इन बातों का भी ध्यान रखें

  1. अगर ब्याज दर ज्यादा होगी, तो आपकी लोन पात्रता (loan eligibility) कम हो जायेगी|
  2. अगर लोन की अवधि (loan tenure) ज्यादा होगी, तो लोन की पात्रता भी ज्यादा होगी| लोन की अधिकतम अवधि आपकी आयु पर निर्भर कर सकती है|
  3. गोल्ड लोन में आपकी आय नहीं देखी जाती| सोने के मूल्य के अनुसार लोन दिया जाता है|
  4. आपकी लोन पात्रता इन बातों पर निर्भर करती है:
    1. आपकी आय
    2. बैंक के अनुसार आपकी आय का कितना हिस्सा EMI भुगतान की ओर जा सकता है
    3. आपकी दुसरे लोन की EMI कितनी है
    4. लोन की अवधि
    5. लोन की ब्याज दर

भारतीय स्टेट बैंक होम लोन वेतन के आधार पर पात्रता sbi loan eligibility

आप ऑनलाइन भी अपनी लोन पात्रता (Loan Eligibility) चेक कर सकते हैं

अगर आपको यह सारी कैलकुलेशन करना भारी काम लगता है, तो आप अपनी लोन पात्रता ऑनलाइन भी चेक कर सकते हैं|

बैंक की वेबसाइट पर आप अपनी लोन पात्रता चेक कर सकते हैं| मैंने कुछ बैंक की वेबसाइट के लिंक नीचे दिए हैं|

HDFC Home Loan Eligibility calculator (एचडीएफसी होम लोन कैलकुलेटर)

SBI Home Loan Calculator (भारतीय स्टेट बैंक होम लोन कैलकुलेटर)

ICICI Home Loan Eligibility calculator (आईसीआईसीआई होम लोन कैलकुलेटर)

पढ़ें: आपके लोन की EMI कैसे कैलकुलेट होती है?

Filed Under: Loans Tagged With: कितना लोन मिल सता है, कितना होम लोन मिल सकता है, भारतीय स्टेट बैंक होम लोन, लोन पात्रता

होम लोन लेते समय इन 6 बातों का रखें ध्यान

Last updated: जनवरी 8, 2018 | by दीपेश Leave a Comment

अगर आप होम लोन ले कर घर खरीदने के बारे में सोच रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान ज़रूर रखें|

#1 पहले प्रॉपर्टी के दाम पर खरीद फरोख्त करें, फिर होम लोन पर

अब लोन तो आप तब लेंगे, जब आपने मकान या परोपरी फाइनल कर ली हो|

हमारा काफी ध्यान बैंक से बातचीत करने और ब्याज दर कम करने में लगा हो सकता है| आप संभवतः प्रोसेसिंग फीस (processing fee) का कुछ हिस्सा बचा लेंगे या ब्याज दर 0.10-0.15% कम करा लेंगे।

बहुत अच्छी बात है|

परन्तु अगर आपने बिल्डर या विक्रेता के साथ बातचीत और खरीद फरोख्त (negotiate) करके भी बहुत पैसा बचा सकते हैं। और अगर आप सफल होते हैं, तो यह बचत आपके बैंक से मिलने वाली बचत से कहीं ज्यादा होगी|

एक उदहारण की सहायता से देखते हैं|

मान लिए आपको घर लेने के लिए 60 लाख के लोन की ज़रुरत है|

यदि आपको 15% अग्रिम छूट मिलती है, तो आपको 60 लाख रुपये  के बजाय 51 लाख रुपये का ही ऋण लेना होगा।

चलिए मान लें कि 20 साल के लिए 60 लाख रुपये का ऋण 8%p.a है।

और 51 लाख रुपये का ऋण 9% p.a. पर है। यानी की 1 प्रतिशत ज्यादा|

60 लाख रुपये के लिए मासिक किश्त (EMI) 50,186 रुपये होगी जबकि 51 लाख रुपये के लोन लिए 45,886 रुपये होगी| देखा आपने अगर मकान के दाम कम करा सकते हैं, तो कितना फायदा है| और अभी हमनें अग्रिम भुगतान (down payment) की तो बात भी नहीं करी)|

अगर आपको मासिक किश्त का पता लगाना है, तो आप होम लोन कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर सकते हैं|

इसीलिए पहले बिल्डर या विक्रेता से negotiate (खरीद फरोख्त) करें और उसके बाद बैंक से|

अगर आप भारतीय स्टेट बैंक के होम लोन की जानकारी और ब्याज दर जानना चाहते हैं, तो इस लिंक पर जा कर पा सकते हैं| अन्यथा अगर आपको सभी बैंक के होम लोन रेट जानना चाहते हैं, तो सभी होम लोन रेट की जानकारी के लिए इस लिंक पर जाएँ|

#2 अग्रिम भुगतान (Down Payment) देने के लिए तैयार रहे

इस बात का ध्यान रखें की आपके मकान के पूरे मूल्य का लोन नहीं मिलेगा| प्रॉपर्टी के बाजार मूल्य (market value) का 75-85% ही आपको लोन के रूप में मिलेगा। इसके अलावा पंजीकरण आदि के लिए भी खर्चा आएगा|

बची राशि का इंतज़ाम आपको ही करना होगा| और क्योंकि राशी बड़ी है, आपको इसके लिए पहले से ही तय्यारी करनी होगी|

तो, यदि आप निकट भविष्य में एक घर खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो अग्रिम भुगतान (down payment) और ऐसे खर्चों के लिए अब बचत करना प्रारंभ करें।

#3 दूसरे मकान के लिए होम लोन कर लाभ बदल गए हैं

अगर आपके पास पहले से ही एक घर है और दूसरा खरीदने की योजना बना रहे हैं तो यह बहुत महत्वपूर्ण है।

आम धारणा यह है, की आप दूसरे घर (let-out property) के लिए लिए गए लोन पर जो भी ब्याज देते हैं, उस पर टैक्स बेनिफिट (Section 24) ले सकते हैं|

यह वित्त वर्ष 2017 (पिछले साल) तक सही था लेकिन अब और नहीं। 2017 के बजट में, हाउस प्रॉपर्टी से आय से होने वाली हानि का उपयोग करके जो आप कर लाभ ले सकते हैं, उस लाभ को 2 लाख प्रति वर्ष तक सीमित कर दिया गया है|

यह आपकी सभी आवासीय संपत्तियों के लिए है। इससे पहले, let-out प्रॉपर्टी पर ऐसी कोई सीमा नहीं थी। 2 लाख रुपये की सीमा केवल उस घर ले लिए थी जिसमें आप रहते हैं|

Income from House Property= Net Annual Value (i.e. Rental Income – Municipal Taxes) – Standard Deduction – Interest paid on Housing Loans

घर संपत्ति से आय = शुद्ध वार्षिक मूल्य ( किराये की आय – नगरपालिका कर) –  स्टैंडर्ड कटौती –  होम लोन  पर ब्याज का भुगतान ।

अगर यह आय आपकी शून्य से कम है (loss under Income from House Property), मतलब आपको नुक्सान हुआ है और आप इस नुक्सान को अपनी आमदनी से एडजस्ट कर सकते हैं| ज़ाहिर है, जितना नुकसान आप दिखाएँगे, उतनी ही आपकी कर योग्य आय कम हो जायेगी और आपको कम टैक्स देना होगा|

क्योंकि होम लोन की राशि ज्यादा होती है, ब्याज आपको आसानी से नुकसान में ले जा सकता है| काफी लोग इस बात का फायदा उठाया करते थे| परन्तु अब नहीं| अब केवल 2 लाख रुपये तक ही लाभ ले सकते हैं|

आप इस पहलु के बारे में गहराई से इस पोस्ट (अंग्रेजी) में पढ़ सकते हैं|

हालांकि आपको अगले 8 वर्षों में सेट-ऑफ के लिए नुक्सान को carry forward करने की अनुमति है, परन्तु इसका इतना फायदा भी नहीं है।

#4 आपको मासिक किश्त देनी होगी

यदि आप एक निर्माणाधीन संपत्ति के लिए योजना बना रहे हैं, तो आपको कुछ महीनों या वर्षों के लिए मासिक किश्त (EMI) और किराया दोनों का भुगतान करना होगा। आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि क्या  आप एक ही समय में दोनों का भुगतान सकते हैं।

आपको यह भी देखना होगा कि आप Pre-EMI या Full-EMI के लिए जाना चाहते हैं।

अगर आप बना हुआ घर भी ले रहे है, तब भी आपकी EMI आपके किराए (जहाँ आप अभी तक रह रहे थे) से काफी ज्यादा हो सकती है

यह सुनिश्चित करें की आप ऐसा कर सकते हैं, वरना  बाद में काफी परेशानी हो सकती है|

अगर आपको मासिक किश्त का पता लगाना है, तो आप होम लोन कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर सकते हैं|

#5 लोन लेने के चक्कर में कुछ भी ना खरीद लें, बैंक अधिकारियों से भी रहे सावधान

लोन लेते समय बैंक आपको विभिन्न प्रकार के इंश्योरेंस प्लान बेचने की कोशिश करेंगे| इन सबसे बचें|

बैंक को ऐसे उत्पाद बेचने पर काफी कमीशन मिलता है और बैंक कर्मचारियों के बिक्री लक्ष्य (sales target) भी पूरे होते हैं| मैं यह नहीं कह रहा हूं कि आपको जीवन बीमा या दुर्घटना बीमा की ज़रुरत नहीं है|

बिलकुल हो सकती है| आपके पास हर समय पर्याप्त बीमा होना चाहिए।

परन्तु आपको यह उत्पाद बैंक से खरीदने का ज़रुरत नहीं है| इसकी दो वजह हैं| पहला तो बैंक से लेने पर आपको बहुत महंगा पडेगा| दूसरा यह की शायद वह प्लान आपकी ज़रुरत के अनुसार न हो

आप एक साधारण टर्म इंश्योरेंस प्लान ले सकते हैं और इसे बैंक को assign कर सकते हैं। बैंक से बीमा खरीदने की कोई जरूरत नहीं है ।

हाँ एक बात और, बैंक आपको ऐसी योजनाओं को खरीदने के लिए मजबूर नहीं कर सकते। कई बार आपसे कहा जा सकता है, की अगर आप उनसे इंश्योरेंस प्लान नहीं खर्रीदेंगे तो आपको लोन नहीं मिलेगा| यह गलत है|

आप बैंक अधिकारियों से ऐसा लिख कर (लिखित में) देने को कहें|

#6 सोचें, समझें और फिर फैसला करें

लोगों को आकर्षित करने के लिए बैंक कई नए प्रकार के लोन ऑफर ले कर आ रहे हैं। आपको यह देखने की ज़रूरत है कि क्या ये उत्पाद आपके लिए उपयोगी हैं या आप सुविधाओं का पूरा उपयोग करने में सक्षम होंगे या नहीं।

यह पता करने की कोशिश करें की आपकी कितनी बचत होगी| अगर आप MS Excel का उपयोग करना जानते हैं, तो यह काम आप भी आसानी से कर सकते हैं|

अन्यथा, अपनी बचत का पता लगाने के लिए मित्र या एडवाइजर की सहायता  ले सकते है|

उसके बाद ही फैसला करें|

Source: EMICalculator

Filed Under: Financial Planning, Loans Tagged With: sbi होम लोन की जानकारी, भारतीय स्टेट बैंक होम लोन, सभी होम लोन रेट, होम लोन की ब्याज दर, होम लोन कैलकुलेटर

Primary Sidebar

HindiFinance

Subscribe on Youtube




Join our Newsletter
Enter your email address and click on the Get Instant Access button.
Thank you for subscribing.
Something went wrong.
I agree to have my personal information transfered to MailChimp ( more information )
We respect your privacy

For any guest posts or advertising queries, please write to us at hindifinance@gmail.com

Popular Posts

  • अटल पेंशन योजना की पूरी जानकारी (Atal Pension Yojana in Hindi) (2022)
  • सुकन्या समृद्धि योजना की पूरी जानकारी (Sukanya Samriddhi Yojana 2019)
  • नेशनल पेंशन स्कीम (एनपीएस) के बारें में पूरी जानकारी (Complete Information about NPS in Hindi)
  • PPF खाते के बारे में पूरी जानकारी (Complete Information about PPF Account in Hindi)
  • कौन से हैं 5 सबसे अच्छे टर्म इंश्योरेंस प्लान (Best Term Life Insurance Plan)?

(c) Copyright 2025 www.HindiFinance.com | Privacy Policy