आजकल की भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी में कब क्या हो जाये कुछ पता नहीं होता|
इसके लिए एक पर्याप्त हेल्थ कवरेज (health insurance) बहुत ही जरूरी होता है ।लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती होने पर पैसे की कमी पड़ सकती है और ऐसे बड़े खर्चे आपकी आर्थिक स्तिथि को कमज़ोर कर सकते हैं|
आज मैं इस पोस्ट में हेल्थ इंश्योरेंस से जुड़ी कुछ मिथ्याओं और health इंश्योरेंस न लेने के कुछ बहानों पर चर्चा करूँगा|
#1 मैं अभी फिट हूँ और मुझे Health Insurance की ज़रुरत नहीं है
ध्यान रखें अभी कुछ भी हो सकता है| आप कितने हीत हो, एक्सीडेंट (दुर्घटना) तो हो ह सकता है| ऐसे केस में अस्पताल का बिल कैसे भरेंगे| अगर health insurance नहीं है, ओ सारा बिल जेब से भरना होगा|
ध्या रखें की आप बीमा तभी ख़रीदे जब आपको जरुरत नहीं हो| क्योंकि जब आपको ज़रुरत हगी तब इंश्योरेंस कंपनी आपको बेचेगी नहीं|
एक बात मैंने गौर करी है, जब आप फिट होते हैं, तब इंश्योरेंस आसानी से मिल जाया है| जैसे ही कोई बीमारी हुई, इंश्योरेंस लेने में बहु परेशानी होती है|
#2 मेरे पास पहले से employer ग्रुप हेल्थ कवर है,मुझे personal हेल्थ प्लान की जरुरत नहीं है
काफी लोगो से मै यह सुनता हूँ । क्या आप भी ऐसा सोचते है ?
चलिए में आपसे कुछ सवाल पूछता हूँ, आपको अपने सवाल का जवाब शायद खुद ही मिल जाएगा|
1– क्या आपका employer कवर आपके परिवार को भी कवर करता है? क्या सिर्फ सिर्फ 2 या 3 लाख का कवर आपके परिवार के लिए काफी है ?
2 – यदि आपका एम्प्लॉयर अगले साल कवर कम करता है या फिर लागत में कटौती करने के लिए पूरी तरह से स्वास्थ्य कवर हटा देता है, तब आप क्या करेगे?
3 – आप अपनी जॉब (job) change करते हैं पर नयी जगह कोई health कवर नहीं है?
4– आपने अपनी job छोड़ दी है और आपको दूसरी जगह अगले हफ्ते से जाना है| आप (या आपके परिवार में कोई) उस बीच बीमार पड़ जाता है| सारा बिल आपको देना होगा|
5– Employer cover तो केवल रिटायरमेंट तक होगा| उसके बाद क्या होगा?
हमेशा ध्यान रखें, अगर आपको कोई गंभीर बीमारी हो गयी, तो शायद आप चाह कर भी health insurance न खरीद पायेंगे| और अगर खरीद भी पाएं, तो प्रीमियम बहुत जज्यादा हो सकता है|
#3 अगर मै अपने इंश्योरेंस प्लान में claim करता हूँ, तो अगले साल से मेरा प्प्रीमियम बढ़ जाएगा
ऐसा नहीं है| इंश्योरेंस कंपनी चाह कर भी ऐसा नहीं कर सकती क्योंकि IRDA (insurance regulator) ऐसा करने की अनुमति नहीं देता|
केवल claim करने की वजह से आपका प्रीमियम नहीं बढेगा|
पर ध्यान रखें, आयु के साथ आपका प्रीमियम बढ़ सकता है| साथ ही इंश्योरेंस कंपनी की underwriting पालिसी में बदलाव पर भी प्रीमियम बढ़ सकता है| परन्तु ऐसा होने पर आपके आयु वर्ग (age group) में सबका प्रीमियम बढ़ेगा (केवल आपका नहीं)|
#4 सस्ता सबसे अच्छा
ऐसा बिल्कुल नहीं है|
स्वास्थ्य बीमा (health insurance) और जीवन बीमा (Life insurance) में बहुत अंतर होता है|
Health insurance plan की coverage काफी अलग हो सकती है| इसीलिए प्रीमियम में भी काफी अंतर हो सकता है|
अगर आपके प्लान का प्रीमियम काफी कम है, तो उसकी एक वजह यह भी हो सकती है की उसकी coverage कम है या उसमें कुछ कम features हों|
सोच समझ कर पालिसी लें|
#5 सभी तरह के दवाई के खर्चे insurance कवर करेगा
आपका health इंश्योरेंस प्लान अस्पताल का सारा खर्च नहीं उठता|
Health insurance होने के बावजूद आपको कुछ खर्चा खुद उठाना होगा|
मैंने इस बारे में विस्तार से इस पोस्ट में लिखा है| ज़रूर पढ़ें|
#6 2-4 साल बाद सब कुछ कवर किया जाता है
पहले से मौजूद बीमारियों को waiting period के खत्म होने के बाद कवर किया जाता है।
परन्तु अगर बीमा कंपनी को पता चलता है कि आपने पॉलिसी खरीदते समय पूरी तरह से अपनी स्वास्थ्य स्थिति का खुलासा नहीं किया है, तो वह कभी भी आपके दावे को अस्वीकार कर सकता है (प्रतीक्षा अवधि के बाद भी)| और बीमा कंपनी सही भी है|
Source: www.PersonalFinancePlan.in
Image Credit: Flickr
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