सोने में निवेश करने की लिए आपको केवल सोने की सिक्के या सोने के आभूषण खरीदने की ज़रुरत नहीं है| कुछ और भी तरीके हैं सोने या गोल्ड में निवेश करने के|
आप गोल्ड म्यूच्यूअल फण्ड खरीद सकते हैं या Sovereign Gold Bond (गोल्ड बांड) भी खरीद सकते हैं|
आईये इस पोस्ट में गोल्ड बांड के बारे में विस्तार से जानते हैं|
सॉवरेन गोल्ड बांड (Sovereign Gold Bond) के बारे में कुछ अहम् बातें
- गोल्ड बांड में आपको 2.5% प्रति वर्ष का ब्याज मिलता है| सोने के किसी और निवेश के तरीके में आपको ब्याज नहीं मिलता|
- अगर आप निवेश करना चाहते हैं, तो आपको कम से कम एक यूनिट (1 gram) खरीदनी होगी|
- आप एक 1 वर्ष (अप्रैल से मार्च) में अधिकतम 4 किलो सोने के बराबर (4000 यूनिट) गोल्ड बांड खरीद सकते हैं|
- गोल्ड बांड भारत सरकार द्वारा जारी किये जाते हैं| इसलिए आपको अपने पैसे के बारे में चिंता करने की कोई ज़रुरत नहीं है| गोल्ड बांड में भारत सरकार की गारंटी होती है|
- गोल्ड बांड की एक यूनिट एक ग्राम सोने के सामान होती है|
- गोल्ड बांड 8 वर्ष बाद मेच्योर होते हैं| 8 वर्ष बाद आपको उस समय के सोने के मूल्य के अनुसार पैसा लौटा दिया जाएगा|
- हालांकि गोल्ड बांड 8 वर्ष में मेच्योर होते हैं, आपके पास पांचवें, छठे और सांतवें वर्ष में निर्धारत समय पर अपने बांड वापिस दे कर अपना पैसा ले सकते हैं|
- आप गोल्ड बांड को गिरवी रख कर गोल्ड लोन भी ले सकते हैं|
- गोल्ड बांड स्टॉक एक्सचेंज पर भी लिस्ट किये जायेंगे| वहाँ से भी आप गोल्ड बांड खरीद या बेच सकते हैं|
एक उदहारण की सहायता से समझते हैं
मान लिए आपने 100 यूनिट गोल्ड बांड खरीदे| इसका मतलब आपने 100 ग्राम सोना खरीदा| खरीदने के समय सोने के मूल्य 2,800 रुपये प्रति ग्राम (28,000 रुपये तोला) चल रहा था| आपने कुल मिला कर 2.8 लाख रुपये का निवेश किया|
आपको हर वर्ष 2.8 लाख X 2.5% = 7,000 रुपये का ब्याज मिलेगा| ध्यान दें आपको हर 6 महीने पर 3,500 रुपये का ब्याज मिलेगा|
8 वर्ष बाद, आपको उस समय के सोने के मूल्य के अनुसार पैसा लौटा दिया जाएगा| मान लिए उस समय सोने के मूल्य 30,000 रुपये तोला है| ऐसे में आपको 100 gram सोने के लिए 100X3,000 = 3 लाख रुपये मिलेंगे| अगर सोने का मूल्य 26,000 रुपये तोला होता है, तो आपको 2.6 लाख रुपये मिलेंगे|
सोने के दाम में उतार चढ़ाव का रिस्क आपको ही उठाना पड़ता है|
गोल्ड बांड बेचने पर टैक्स कितना देना होता है?
गोल्ड बांड के ब्याज पर आपको अपने टैक्स ब्रैकेट के अनुसार टैक्स देना होता है|
अगर आप गोल्ड बांड सरकार को वापिस देते हैं (8 वर्ष बाद मेच्योर होने पर या उससे पहले), तब आपको होने वाले मुनाफे पर कुछ भी टैक्स नहीं देना होगा| जैसे की आपने 2.8 लाख के निवेश किया था और आपको 8 वर्ष बाद 3 लाख रुपये वापिस मिलते हैं, तब आपको इस राशि पर टैक्स देने की ज़रुरत नहीं है|
अगर आप गोल्ड बांड को स्टॉक एक्सचेंज पर बेचते हैं, तब आपको टैक्स देना होगा| अगर आप 3 वर्ष से पहले बेचते हैं, तो आपको मुनाफे पर अपने टैक्स स्लैब के अनुसार टैक्स देना होगा| अगर आप 3 वर्ष के बाद बेचते हैं, तो आपको 20% (indexation के बाद) टैक्स देना होगा|
सॉवरेन गोल्ड बांड (Sovereign Gold Bond) कैसे खरीदें?
भारत सरकार समय-समय पर सॉवरेन गोल्ड बांड ज़ारी करती है|
आप अपने बैंक की सहायता से या फिर अपने broker की सहायता से गोल्ड बांड खरीद सकते हैं| आप ऑनलाइन भी आवेदन कर सकते हैं|
अगर चाहें तो, स्टॉक एक्सचेंज पर भी सॉवरेन गोल्ड बांड खरीद या बेच सकते हैं|
आप भारतीय स्टेट बैंक की वेबसाइट पर गोल्ड बांड के बारें में अधिक जानकारी पा सकते हैं|
प्रातिक्रिया दे