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पर्सनल लोन के फायदे

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कब पर्सनल लोन लेना बेवकूफी है?

Last updated: जनवरी 8, 2018 | by दीपेश Leave a Comment

आजकल पर्सनल लोन आसानी से मिल आपको मिल जाता है| कुछ बैंक तो कुछ ही मिनिटों में आपके खाते में पैसे जमा कर देने का दावा करते हैं|

मेरे अनुसार कई मामलों में पर्सनल लोन आपकी काफी मदद कर सकता है|

पर हाँ, पर्सनल लोन एक असंरक्षित लोन (unsecured loan) होता है| इसलिए ब्याज दर भी काफी ज्यादा होती है| अब लोन का भुगतान भी आपको ही करना है|

इसलिए हर स्तिथि में पर्सनल लोन लेना अच्छा विकल्प नहीं है|

इस पोस्ट में मैं चर्चा करूंगा की कब पर्सनल लोन अच्छा विकल्प है और कब नहीं| साथ की यह भी देखेंगे की कब पर्सनल लोन लेना बेवकूफी होगा|

 मेरे अनुसार पर्सनल लोन लेना कब एक अच्छा विकल्प हैं?

  • जब आपके पास कोई बहुत ही महंगा लोन चल रहा हो, तो उस लोन को खत्म करने की लिए पर्सनल लोन लेना एक अच्छा विकल्प है| जैसे की आपके क्रेडिट कार्ड पर काफी सारी राशि बकाया है और आपको उस राशि का भुगतान करने में परेशान आ रही है, ऐसी स्तिथि में आप पर्सनल लोन ले सकते हैं|
  • क्रेडिट कार्ड पर आपको तकरीबन 40-45% p.a. ब्याज तक देना पड़ सकता है| साथ ही पूरा भुगतान अन करना पर आपको ब्याज मुक्त क्रेडिट पीरियड भी नहीं मिलता| पर्सनल शायद आपको 12-18% p.a. की लागत पर मिल जाए| साथ ही क्योंकि पर्सनल लोन में EMI होती है, इसको देना थोडा आसान भी हो सकता है| कई बार बैंक भी आपको ऐसा करने का सुझाव देते हैं|
  • किसी आपातकाल या अस्पताल के खर्चे के लिए पर्सनल लोन लेना| ऐसी स्तिथि में आप गणित नहीं लगा सकते| यहाँ भी पर्सनल लोन लेना कोई बुरा विकल्प नहीं है|

पर हाँ हमेशा एक बात का ध्यान रखें| पर्सनल लोन भी चुकाना भी आपको ही पड़ेगा|

SBI से पर्सनल लोन की जानकारी और ब्याज दर आप SBI की वेबसाइट पर पा सकते हैं|

कब पर्सनल लोन लेना अच्छा आईडिया नहीं है?

  • कहीं छुट्टी (vacation) पर जाने के लिए पर्सनल लोन लेना
  • नया फ़ोन या गैजेट खरीदने के लिए पर्सनल लोन लेना
  • घर की साज-सजावट (furnishing) के लिए पर्सनल लोन लेना

मेरे अनुसार इस सभी बातों के लिए आपको पहले से प्लान करना चाहिए और लोन पर निर्भर नहीं रहना चाहिए| साथ ही इसके अलावा और भी बहुत सी बातें है, जिनके लिए पर्सनल लोन लेना कोई अच्छा विकल्प नहीं है|

कुछ बातें आपकी ज़रुरत होती है और कुछ इच्छाएं होती हैं| ज़रुरत के लिए लोन लेना समझ में आता है, इच्छायों के लिए नहीं|

मेरे अनुसार चिकित्सा की लिए खर्चा आपकी ज़रुरत है, एक नया और महंगा फ़ोन लेना आपकी इच्छा| दोनों में अंतर करना सीखें|

ध्यान दें यह मेरी व्यक्तिगत राय है|

आप शायद इन बातों से सहमत न हो| और वैसे भी ज़िन्दगी में मौकों की अहमियत लोगों के लिए अलग हो सकती है| जैसे की आपने अपनी बेटी को उसके जम्नदिन के लिए एक अच्छा फ़ोन देने का वादा किया है, पर कुछ खर्चे अचानक आने की वजह से आप अभी इतना खर्चा नहीं कर सकते|

आपके पास दो विकल्प हैं: या तो उसे वह गिफ्ट न दें या फिर लोन लेकर दें| इसका फैसला आप ही कर सकते हैं| ज़िन्दगी में हर बात का फैसला गणित से नहीं होता|

हाँ, बस एक सुझाव हैं, वास्तविकता को पूरी तरह दरकिनार न करें|

कब पर्सनल लोन लेना बेवकूफी है?

जो बातें हमनें ऊपर करीं, उस पर दोराय हो सकती है|

यार अब जिस स्तिथि पर चर्चा करेंगे, उस स्तिथि में पर्सनल लोन लेना किसी बेवकूफी से कम नहीं है|

मैंने कई बार देखा है की लोगों के पास बैंक में फिक्स्ड डिपाजिट होता है और इस इसके बावजूद वह लोग पर्सनल लोन लेने की बात करते हैं|

मान लिए आपके पास 50,000 रुपये की एक FD है| किसी वजह से आपको उस समय 50,000 की ज़रुरत भी है| ऐसी स्तिथि में पर्सनल लोन लेने की बजाय FD को तोडना एक बेहत विकल्प होगा|

ऐसा इसलिए क्योंकि फिक्स्ड डिपाजिट पर आपको 6-8% p.a. का ब्याज मिलेगा| इस ब्याज पर भी आपको टैक्स देना होगा| इसके विपरीत पर्सनल लोन पर आपको 12-18% p.a. तक का ब्याज देना पड़ सकता है|

तो देखें तो आपको 5-7% (टैक्स बे बाद) का ब्याज मिल रहा है और आप 12-18% दे रहे है| हुआ न बेवकूफी|

और यह केवल फिक्स्ड डिपाजिट के साथ ही नहीं है| कोई भी ऐसा निवेश जो की बिना किसी पेनल्टी (या कम पेनल्टी) के साथ आसानी से बेचा जा सकता है| हाँ, उस निवेश को बेचने पर आपको टैक्स देना पड़ सकता है, तो इस बात का भी ध्यान रखें|

कई बार लोग अपना पैसा शेयर बाज़ार में रहने देते हैं और ज़रुरत के लिए पर्सनल लोन लेने की सोचते है| एक बात कभी न भूलें, शेयर बाज़ार में इस बात की कोई गारंटी नहीं है की आपको अच्छे रिटर्न मिलेंगे| पर पर्सनल लोन में एक बात की गारंटी है की आपको काफी ऊंचा ब्याज देना होगा| तो मेरे अनुसार आपको ज़रुरत पड़ने पर अपने शेयर बेच देने चाहिए|

मैंने यह भी देखा है की लोग पर्सनल लोन लेकर उस राशि को शेयर बाज़ार में निवेश करने की सोचते हैं| इससे बड़ी बेवकूफी तो हो ही नहीं सकती|

साथ ही अगर आपके पास कोई एलाईसी पालिसी है या PPF खाता है, तो वहां से भी आप लोन ले सकते हैं| ब्याज दर अनुमान पर्सनल लोन से कम होगी|

पढ़ें: एलआईसी पालिसी से लोन कैसे लें?

पढ़ें: पीपीएफ खाते से लोन कैसे लें?

मेरी राय

पर्सनल लोन की सहायता से आप आसानी से और जल्दी पैसे पा सकते हैं| और कई मामलों में यह काफी लाभकारी भी हो सकता है|

परन्तु सोच समझकर इस सुविधा का लाभ उठाएं| लोन का भुगतान भी आपको ही करना है| अपनी वित्तीय वास्तविकता से दूर न रहे|

अगर समझदारी से काम नहीं लेंगे, तो बादे में आपको परेशानी हो सकती है|

Source: EmiCalculator

चित्र सौजन्य: Pixabay

Filed Under: Financial Planning, Loans Tagged With: sbi पर्सनल लोन, पर्सनल लोन के फायदे, पर्सनल लोन लेना कब बेवकूफी है

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