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सिबिल स्कोर (CIBIL Score) या क्रेडिट स्कोर क्या है?

Last updated: अक्टूबर 3, 2018 | by दीपेश 2 Comments

जब आप लोन लेने जाते हैं, तब बैंक आपकी लोन को लौटाने की योग्यता आंकलन करता है| अगर बैंक आपको सक्षम पाता है, तो आपको लोन दे दिया जाता है| इसके साथ ही बैंक यह भी चेक करता है की आपने अपने पुराने लोन को समय पर चुकाया है या नहीं| इसके लिए वह आपकी क्रेडिट रिपोर्ट और क्रेडिट स्कोर को देखते हैं|

पिछले कुछ समय में आपके क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर की अहमियत भी काफी बढ़ गयी है| अगर आपका सिबिल स्कोर (CIBIL score) कम हो, तो आपको लोन या क्रेडिट कार्ड मिलने में परेशानी हो सकती है या आपको लोन पर ऊंची ब्याज दर देनी पड़ सकती है| 

तो आईये जानते हैं सिबिल स्कोर क्या होता है? सिबिल स्कोर किन बातों पर निर्भर करता है? सिबिल स्कोर कम होने से आपके लोन पर क्या असर पड़ता है?

आप कैसे अपना सिबिल स्कोर आसानी से पता कर सकते हैं? आप अपने सिबिल स्कोर को कैसे सुधार सकते हैं? और अपनी क्रेडिट रिपोर्ट में गलती होने पर आपको क्या करना चाहिए? आईये इन विषयों के बारे में चर्चा करते हैं|

  • क्रेडिट स्कोर क्या है? सिबिल स्कोर क्या है? What is CIBIL Score? (in Hindi)
  • सिबिल स्कोर से आपके लोन पर क्या असर पड़ता है?
  • लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए?
  • सिबिल स्कोर या क्रेडिट स्कोर किन बातों पर निर्भर करता है?
  • किन बातों से आपके क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर पर कोई फर्क नहीं पड़ता?
  • मेरा क्रेडिट स्कोर NA या NH है| इसका क्या मतलब है?
  • आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में क्या जानकारी होती है?
  • सिबिल स्कोर कैसे पता करें? (How to download free credit report?)
  • सिबिल रिपोर्ट में गलती होने पर क्या करें?
  • सिबिल स्कोर कैसे सुधारें? How to improve your credit or CIBIL Score? (in Hindi)

क्रेडिट स्कोर क्या है? सिबिल स्कोर क्या है? What is CIBIL Score? (in Hindi)

क्रेडिट स्कोर एक तरीके से आपके लोन को लौटाने की योग्यता को दर्शाता है| आपने पहले जब भी कोई लोन (होम लोन, पर्सनल लोन, कार लोन, क्रेडिट कार्ड लोन इत्यादि) लिया है, उस लोन को आपने सही समय पर लौटाया है या नहीं|

अब बैंक तो यह साड़ी जानकारी स्वयं नहीं जुटा सकता| इसी लिए वह क्रेडिट इनफार्मेशन कंपनी से यह जानकारी लेता है| ऐसी कंपनी को क्रेडिट ब्यूरो भी कहते हैं|

भारत में ऐसी कई कंपनी हैं| इनमें से प्रमुख हैं:

    1. CIBIL
    2. Experian Credit Information Co. Of India Pvt. Ltd
    3.  Equifax Credit Information Services

यह सभी कंपनी आपके क्रेडिट स्कोर या क्रेडिट रिपोर्ट तैयार करते रखती हैं|

CIBIL इनमें सबसे पुरानी और लोकप्रिय है| सिबिल स्कोर वह क्रेडिट स्कोर है जो की CIBIL तैयार करती है| काफी लोग क्रेडिट स्कोर को सिबिल स्कोर के नाम से ही समझते है|

ध्यान दें यह सभी कंपनी बैंकों और अन्य ऋण देने वाली संस्थानों (credit institution) से साझेदारी करती हैं और वहीँ से आपके लोन के बारे में सारी जानकारी एकत्रित करती हैं|

क्रेडिट स्कोर 300 से 900 के बीच में होता है| जितना ज्यादा है, उतना अच्छा है| 

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सिबिल स्कोर से आपके लोन पर क्या असर पड़ता है?

CIBIL की वेबसाइट के अनुसार 79% लोन उन लोगों दिए जाते हैं, जिनके सिबिल स्कोर 750 से ज्यादा है|

जितना आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है, उतनी ही आपके लोन के पास होने की संभावना बढ़ जाती है|

परन्तु ध्यान दें, लोन पास करते समय बैंक केवल आपके क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर पर ही ध्यान नहीं देते|

और भी बहुत साड़ी चीज़ें देखते हैं| जैसे की आप अपनी कमाई के अनुसार लोन की EMI लौटा सकते हैं या नहीं| आपके और कितने लोन चल रहे हैं|

परन्तु अगर मान कर चलें की और सब सही है, अच्छा क्रेडिट स्कोर होने से आपके लोन के पास होने की संभावना बढती है|

साथ की आपकी ब्याज दर भी आपके क्रेडिट स्कोर पर निर्भर कर सकती है| अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा (ज्यादा) है, तो शायद आपको कम इंटरेस्ट रेट देना हो| कुछ बैंक ऐसा करना शुरू भी कर चुके हैं| 

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लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए?

देखिये बैंकों ने यह जानकारी प्रत्यक्ष रूप से तो नहीं बताई है| परन्तु बैंक आपके सिबिल स्कोर को महत्त्व ज़रूर देते हैं|

जैसा की मैंने ऊपर लिखा है की केवल सिबिल स्कोर के ऊपर ही आपके लोन के पास होने का फैसला नहीं होता| और भी बहुत सारी बातें देखी जाती हैं|

पर ऐसा हो सकता है की बैंक की लोन देने की प्रक्रिया में क्रेडिट स्कोर पर कोई कट-ऑफ (cut-off score) हो, जो की बैंक ने खुल कर ना बतायी हो|

जैसा की ऊपर चर्चा की है, CIBIL की वेबसाइट के अनुसार 79% लोन उन लोगों दिए जाते हैं, जिनके सिबिल स्कोर 750 से ज्यादा है|

जितना ज्यादा सिबिल स्कोर (CIBIL score) है, उतना बेहतर है|
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सिबिल स्कोर  या क्रेडिट स्कोर किन बातों पर निर्भर करता है?

हर क्रेडिट ब्यूरो का आपका क्रेडिट स्कोर कैलकुलेट करने का अलग तरीका होता है और इसीलिए आपका क्रेडिट स्कोर हर कंपनी के अनुसार अलग हो सकता है|

कोई भी क्रेडिट ब्यूरो स्कोर कैलकुलेट करने का तरीका जग-जाहिर नहीं करता| तो आप यह तो नहीं पता की स्कोर कैसे निकाला जाता है| पर हाँ, हम यह जानते है की क्या बातें आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित करती हैं|

  1. आपके लोन या क्रेडिट कार्ड भुगतान का इतिहास: मेरे अनुसार सबसे प्रमुख यही बात है| अगर आपने सारे भुगतान नियमित तौर पर किये हैं, तो इस बात के आपके क्रेडिट या सिबिल स्कोर पर अच्छा असर पड़ेगा| इसके विपरीत अगर ऐसा नहीं है, तो आपके क्रेडिट स्कोर पर बुरा असर पड़ेगा|
  2. क्रेडिट सीमा का अधिक उपयोग: अगर आपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग किया है, तो आपको पता होगा की आपके कार्ड में एक क्रेडिट लिमिट होती है| इसका मतलब आप उस क्रेडिट कार्ड पर अधिकतम इतना खर्चा कर सकते हैं (इतनी राशि बकाया हो सकती है)| अगर आप लिमिट का अधिक उपयोग करते हैं, तो यह आपके सिबिल स्कोर पर बुरा प्रभाव डाल सकता है|
  3. क्रेडिट कार्ड या पर्सनल लोन ज्यादा होना: क्रेडिट कार्ड और पर्सनल लोन असंरक्षित लोन (unsecured loan) होते हैं| होम लोन और कार लोन संरक्षित लोन (secured loan) होते हैं| अगर असंरक्षित लोन की मात्रा और संरक्षित लोन की मात्रा में संतुलन नहीं है (असंरक्षित लोन के मात्रा संरक्षित लोन से काफी ज्यादा है), तो आपके स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा|
  4. हाल में ही बहुत सारे नए खाते खोलना: अगर आपने हाल में ही बहुत सारे लोन या क्रेडिट कार्ड खाते खोले है या उनके लिए आवेदन किया है, तो इसका मतलब माना जाता है, की आपको ऋण की बहुत ज़रुरत है| अब यह बात आपके स्कोर पर नकरात्मक सर डाल सकती है|

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किन बातों से आपके क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर पर कोई फर्क नहीं पड़ता?

कुछ ग़लतफ़हमियों से भी बचें|

आपकी पढाई (education), लिंग (gender), धर्म (religion), जाति (caste) का आपके क्रेडिट स्कोर पर कोई फर्क नहीं पड़ता|

साथ ही आपने अपने सेविंग्स अकाउंट (बचत खाता), फिक्स्ड डिपाजिट, इन्वेस्टमेंट और इंश्योरेंस में कुछ भी किया हो, इस बात से भी कोई सिबिल स्कोर पर कोई फ़र्क नहीं पड़ता|

ध्यान रखें क्रेडिट स्कोर केवल आपके ऋण के प्रति व्यवहार (Credit behaviour) पर निर्भर करता है| और किसी बात पर नहीं|

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मेरा क्रेडिट स्कोर NA या NH है| इसका क्या मतलब है?

अगर आपका क्रेडिट स्कोर NA या NH है, इसका मतलब है:

  1. आपने पहले कोई लोन या क्रेडिट कार्ड नहीं लिया है| इस वजह से आपके लोन या क्रेडिट कार्ड के भुगतान का कोई इतिहास नहीं है| No Credit History
  2. आपने पिछले 2-3 सालों में अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल नहीं किया है| साथ ही लोन न होने की स्तिथि में किसी मासिक किश्त हाँ भुगतान भी नहीं किया है|

वैसे तो क्रेडिट स्कोर NA या NH होने कोई बुरी बात नहीं है, परन्तु कई बार आपको क्रेडिट कार्ड या लोन लेने में परेशानी हो सकती है|

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आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में क्या जानकारी होती है?

आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में प्रमुखतः 5 प्रकार की जानकारी होती है|

  1. आपका क्रेडिट स्कोर (CIBIL Score)
  2. आपके बारें में जानकारी: नाम, जन्म तिथि, PAN, पासपोर्ट नंबर की जानकारी, आपके पते और फोन नंबर के जानकारी
  3. आपके रोजगार की जानकारी: आपकी आय की जानकारी, यह जानकारी क्रेडिट ब्यूरो आपके द्वारा क्रेडिट कार्ड और लोन के आवेदन में भरी जानकारी से प्राप्त करता है| यह सारी जानकारी बैंक प्रदान करते हैं|
  4. आपके सारे लोन/क्रेडिट कार्ड खातों की जानकारी: आपके लोन/क्रेडिट कार्ड खातों में कितना बैलेंस हैं, बैंक के नाम, किस तरह का लोन है, खाता खुलने की तारिख, पिछले भुगतान के तारी और पिछले तीन साल के भुगतान का रिकॉर्ड आदि|
  5. पूछताछ की जानकारी (enquiry for your credit report): जब भी आप लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं, तो उस समय बैंक आपकी क्रेडिट रिपोर्ट या क्रेडिट स्कोर के लिए CIBIL से या किसी अन्य क्रेडिट ब्यूरो से पूछताछ करता है| यह सब भी आपकी क्रेडिट रिपोर्ट में दर्ज होता है| ध्यान दे, आपको लोन मिले या न मिले, यह जानकारी आपकी रिपोर्ट में दर्ज हो जाती है|

ध्यान दें जब बैंक आपके स्कोर के लिए क्रेडिट ब्यूरो से इन्क्वारी करते है, उसे हार्ड इन्क्वारी (Hard Enquiry) कहते हैं| जब आप खुद अपन स्कोर को पता करने के इन्क्वारी करते हैं, तो उसे सॉफ्ट इन्क्वारी (Soft Enquiry) कहते हैं| बहुत सारी हार्ड इन्क्वारी(hard enquiry)  होने पर आपके क्रेडिट स्कोर पर नकरात्मक प्रभाव पड़ता है|

आपको अपने क्रेडिट रिपोर्ट को समझने में अधिक मदद चाहिए तो आप इस लिंक पर जा कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं| अंग्रेजी में पढ़ना चाहें, तो आप और भी विस्तार से जानकारी इस लिंक  पा सकते हैं|

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सिबिल स्कोर कैसे पता करें? (How to download free credit report?)

अब आप अपना क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर अब फ्री में पा सकते हैं| भारतीय रिज़र्व बैंक (Reserve Bank of India) की पालिसी के तहत अब आप एक कैलेंडर वर्ष (जनवरी से दिसम्बर) में एक बार अपनी क्रेडिट रिपोर्ट क्रेडिट रिपोर्ट बिना पैसा दिया (फ्री क्रेडिट रिपोर्ट) डाउनलोड कर सकते हैं| इस बारे में विस्तार से जानकारी के लिए इस पोस्ट को पढ़ें|

ध्यान दे आप हर क्रेडिट इनफार्मेशन कंपनी से वर्ष में एक बार क्रेडिट रिपोर्ट (और क्रेडिट स्कोर) डाउनलोड कर सकते हैं|

आप इस लिंक (https://www.cibil.com/freecreditscore/) पर जाएँ| आपको अपने बारें में कुछ जानकारी देनी होगी| उसके बाद आप अपनी रिपोर्ट डाउनलोड कर सकते हैं और अपना क्रेडिट स्कोर चेक कर सकते हैं|

अगर आपको एक वर्ष में एक से ज्यादा बार यह रिपोर्ट चाहिए, तब आप सिबिल की वेबसाइट पर जा कर यह स्कोर प्राप्त कर सकते हैं|आपको अपने बारे में जानकारी देनी होगी और 550 रुपये का भुगतान करना होगा| आप अपना क्रेडिट स्कोर इस लिंक पर प्राप्त कर सकते हैं|

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सिबिल रिपोर्ट में गलती होने पर क्या करें?

ध्यान दे क्रेडिट इनफार्मेशन कंपनी यह सारी जानकारी एकत्रित करती है| बैंक आपके लोन या क्रेडिट कार्ड के बारे में यह जानकारी इन कंपनी को प्रदान करता है|

बस क्रेडिट स्कोर यह कंपनी अपने आप निकालती है| हालांकि ध्यान दें की क्रेडिट स्कोर भी बैंक द्वारा प्रदान की हुई जानकारी पर ही निकाला जाता है|

अगर क्रेडिट रिपोर्ट चेक करने पर आपको कोई गलत जानकारी दिखती है| जैसे की, ऐसा कोई क्रेडिट कार्ड या लोन जो आपने कभी लिया ही न हो| या कोई क्रेडिट कार्ड या लोन जिसको आपने बंद कर दिया हो, पर उस पर बकाया राशि दिखा रहा हो|

या फिर आपने तो भुगतान समय पर किया हो, पर आपकी रिपोर्ट में देरी से भुगतान दिखा रहा हो| या फिर कोई और गलती|

यह मुमकिन है की ऐसी ही किसी गलती की वजह से आपका क्रेडिट स्कोर कम हो और आपको लोन लेने में परेशानी हो रही हो|

तो ऐसी स्तिथि में आपको क्या करना चाहिए?

हर क्रेडिट इनफार्मेशन कंपनी में ऐसी समस्यायों को सुलझाने के लिए एक प्रक्रिया होती है| जैसे की CIBIL में भी विवाद समाधान (Dispute Resolution) की प्रक्रिया है|

आप सिबिल की वेबसाइट पर जा कर अपने विवाद को रजिस्टर कर सकते हैं| आप तकरीबन 30 दिन में इस विवाद को सुलझने की उम्मीद कर सकते हैं| 

cibil dispute resolution in hindi

ध्यान दे सिबिल या कोई भी क्रेडिट इनफार्मेशन कंपनी अपने आप यह जानकारी अपडेट नहीं कर सकती| उनको यह जानकारी बैंक या ऋण संस्थान से मिलनी चाहिए|

तो आपका सिबिल से लड़ने से कोई फायदा नहीं होगा| जब तक बैंक आपकी जानकारी को सही नहीं कर देता, तब तक सिबिल कुछ भी नहीं कर सकता| इसीलिए सिबिल से बिना बात लड़ने पर अपना समय बर्बाद न करें|

साथ ही अपने बैंक से संपर्क करें, उनको पूरी बात समझायें और उनसे सिबिल को सही जानकारी प्रदान करने की विनती करें| हाँ, बैंक से लड़ने पर आपका काम शायद जल्दी हो सकता है|

इस बारे में अधिक जानकारी के लिए आप सिबिल के वेबसाइट पर जा कर इस लिंक पर पा सकते हैं|

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सिबिल स्कोर कैसे सुधारें? How to improve your credit or CIBIL Score? (in Hindi)

अब आपने अपनी क्रेडिट रिपोर्ट और स्कोर को चेक कर लिया है| आपने यह पाया की आपका स्कोर अच्छा नहीं है|

तो अब आप क्या करेंगे? कैसे सुधारेंगे अपना क्रेडिट स्कोर?

आईये देखते हैं की आपके पास क्या हैं विकल्प|

सबसे पहले तो यह चेक करिए की कहीं आपका यह कम स्कोर बैंक की गलती की वजह से तो नहीं है| और ऐसा हो सकता है| ऐसी स्तिथि में, जैसा की मैंने ऊपर चर्चा करी है, आपको विवाद समाधान प्रक्रिया (dispute resolution process) का पालन करना होगा|

साथ ही ऐसी गलतियों के बारे में पता करने के लिए अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को समय-समय पर चेक करते रहे|

अगर आपकी गलतियों की वजह से स्कोर कम है, तो अपने वर्ताव में कुछ बदलाव लाने होंगे|

सबसे ज़रूरी बात, अपना लोन की EMI या क्रेडिट कार्ड बिल का बिल समय पर भरें|

लोन और क्रेडिट कार्ड के लिए सोच समझ कर आवेदन करें| जैसा की हमनें देखा है की जब आप आवेदन करते हैं, तब बैंक आपके क्रेडिट स्कोर और रिपोर्ट के लिए आवेदन करता है| इसे हार्ड इन्क्वारी (hard enquiry) कहते हैं| कुछ ही समय में ज्यादा हार्ड इन्क्वारी आपके स्कोर को नकारात्मक तरीके से प्रभावित करती है|

असंरक्षित (unsecured loan) और संरक्षित लोन (secured loan) में कोई संतुलन बना कर रखें|

आपका क्रेडिट लोन 2-4 दिन में ठीक नहीं होगा| इसे ठीक होने में समय लगता है| आप सही आदतों पर टिके रहें| धीरे-धीरे सिबिल स्कोर भी अच्छा हो जाएगा|

अगर आपका स्कोर NA या NH है, तो एक और समस्या है| शायद आपको इस वजह से क्रेडिट कार्ड या लोन ही ना मिले| बिना क्रेडिट कार्ड या लोन का आप अपनी क्रेडिट हिस्ट्री (credit history) कैसे बनायेंगे| ऐसी स्तिथि में आप फिक्स्ड डिपाजिट की सहायता से क्रेडिट कार्ड (credit card against fixed deposit) ले सकते हैं और धीरे-धीरे अपनी क्रेडिट हिस्ट्री बना सकते हैं|

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 Source: PersonalFinancePlan.in

Frequently Asked Questions on CIBIL website (in Hindi)

FAQs on Dispute Resolution (in Hindi)

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Filed Under: Financial Planning, Loans Tagged With: सिबिल रिपोर्ट ऑनलाइन, सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए, सिबिल स्कोर कैसे सुधारें, सिबिल स्कोर क्या है, सिबिल स्कोर चेक, सिबिल स्कोर फ्री

Reader Interactions

Comments

  1. Deepak yadav says

    अक्टूबर 29, 2018 at 2:15 अपराह्न

    Dear dipesh sir,

    Me flip cart se agar koi purchase karta hu jisa debit card{ (ATM) k through 6 month k liye EMI par payment hota he to kya mera civil score par iska koi impact rahega?

    प्रतिक्रिया
    • दीपेश says

      अक्टूबर 30, 2018 at 6:47 पूर्वाह्न

      दीपक जी,
      आपके CIBIL स्कोर पर कोई असर नहीं पड़ेगा|

      प्रतिक्रिया

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