पिछले कुछ समय में काफी निवेशकों में नियमित आय (regular) के लिए इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड के डिविडेंड विकल्प (Dividend option of Equity Mutual Fund Scheme) में निवेश करना शुरू किया है|
हर म्यूच्यूअल फण्ड स्कीम में निवेश के दो विकल्प होते हैं: Growth और Dividend
Dividend विकल्प के तहत आपको समय-समय पर dividend मिलता है| Growth विकल्प में कोई dividend नहीं मिलता| इन विकल्पों के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप इस पोस्ट को पढ़ सकते हैं|
मेरे अनुसार नियमित आय के लिए इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड के dividend option में निवेश करना एक बुरा विकल्प है| आपको इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड के dividend विकल्प में निवेश नहीं करना चाहिए|
इस पोस्ट में मैं कारणों पर चर्चा करूंगा|
#1 Dividend मिलने की कोई गारंटी नहीं होती
नियमों के अनुसार dividend केवल मुनाफे में ही दिया जा सकता है| तो अगर शेयर बाज़ार गिर रहा है, तो हो सकता है की फण्ड मेनेजर के पास dividend देने के लिए मुनाफा ही ना हों| इसलिए आप dividend पर भरोसा नहीं कर सकते|
#2 Dividend देना फण्ड मेनेजर की मर्ज़ी है, आपका अधिकार नहीं
वैसे तो फण्ड मेनेजर dividend देने की कोशिश करेंगे, पर अगर आपको dividend नहीं मिलता, तो आप कुछ कर नहीं सकते|
मेरा मतलब है की अगर किसी वजह से फण्ड dividend की घोषणा नहीं करता, तो आप कुछ नहीं कर सकते| यह भी हो सकता है की आपकी उम्मीद से कम dividend की घोषणा हो|
हाँ, चाहें तो, आप अपने निवेश को बेच सकते हैं|
#3 Dividend आपके पैसे से ही आता है
कुछ लोगों में धारणा है की dividend मुफ्त की कमाई है| ऐसा बिलकुल नहीं है|
जितना डिविडेंड मिलता है, उतनी ही मात्र से आपके निवेश का मूल्य कम हो जाता है||
सच में देखें तो, टैक्स की वजह से मूल्य ज्यादा कम हो जाता है|
मान लिए आपके फण्ड का NAV 50 रुपये चल रहा है और फण्ड 2 रुपये के dividend की घोषणा करता है, तो डिविडेंड मिलते ही आपके फण्ड का NAV 50 रुपये से घट कर 48 रुपये हो जाएगा|
#4 Dividend पर टैक्स भी देना पड़ता है
म्यूच्यूअल फण्ड के dividend पर टैक्स के बारे में जानने से पहले एक बात का ध्यान रखें|
Dividend पर आप टैक्स नहीं देते, परन्तु म्यूच्यूअल फण्ड आपकी तरफ से टैक्स भरता है| परन्तु टैक्स आता आपके पैसे से ही है|
समझ लिए, म्यूच्यूअल फण्ड टैक्स काट कर आपको पैसे देता है| ऐसे टैक्स को Dividend Distribution Tax (DDT) कहते हैं| उसके बाद मिले हुए dividend पर आपको कोई टैक्स नहीं देना होता|
आईये देखते हैं की यह कैसे काम करता है|
म्यूच्यूअल फण्ड दो प्रकार के होते हैं| इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड (equity mutual fund) और डेब्ट म्यूच्यूअल फण्ड (debt mutual fund)
इस पोस्ट में मैं प्रमुख तौर पर इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड के बारे में ही बात कर रहा हूँ|
इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड (Equity Mutual Fund)
वित्तीय वर्ष 2018 (मार्च 31 2018) तक मिलने वाले dividend पर कोई टैक्स नहीं लगेगा| परन्तु FY 2019 (1 अप्रैल 2018) से मिलने वाले dividend पर आपको 10% टैक्स देना होगा| इसके ऊपर सरचार्ज (12%) or Cess (4%) भी लेगा| तो कुल मिला कर आपका टैक्स हुआ 11.65%.
सच में देखें तो आपका टैक्स और भी ज्यादा हुआ|
फण्ड के आपके दिए गए dividend पर 10% टैक्स देना है|
आपको 100 रुपये का dividend देने के लिए फण्ड को 100/(1-10%) = 111.11 रुपये बांटने होंगे|
साथ ही जो 11.11 रुपये का Dividend Distribution Tax देना है, उस पर 12% का सरचार्ज और 4% सेस लगेगा| कुल मिला कर आपका टैक्स हुआ, 12.94 रुपये|
तो समझ लिए की अगर आपके हाथ में 100 रुपये का dividend आया, तो आपके फण्ड का NAV 112.94 रुपये से कम हो जाएगा| 12.94 रुपये गए टैक्स में|
अगर आपने Dividend option की जगह Growth option में निवेश किया होता तो:
वित्तीय वर्ष 2019 से इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड बेचने पर होने वाले long term capital gain पर भी 10% टैक्स देना है|
परन्तु यहाँ पर आपको सरचार्ज नहीं देना होता|
तो कुल मिलकर आपको टैक्स देना होता है 10.4%| Dividend पर आपको 11.65% टैक्स देना पड़ रहा है|
Growth option में दो और फायदे हैं:
- आपको हर वित्तीय वर्ष 1 लाख रुपये तक के long term capital gain पर कोई टैक्स नहीं देना होता|
- साथ ही अगर आपकी कुल इनकम (LTCG हटाने के बाद) 2.5 लाख (या 3 लाख रुपये) से कम है, तो ऐसी कमी को भी आप LTCG की मात्रा में से कम कर सकते हैं|
- मान लिए आप 40 वर्ष के हैं और आपकी कुल आय 1 लाख रुपये है| आपको इक्विटी फण्ड बेचने पर कुल मिला कर 5 लाख रुपये का LTCG हुआ| अब क्यूंकि आप आय 2.5 लाख से 1.5 लाख रुपये कम है, तो आपको कुल मिला कर 5 लाख – 1.5 लाख – 1 लाख = 2.5 रुपये के मुनाफे पर ही 10% टैक्स देना होगा|
- Dividend पर तो म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी ही टैक्स काट लेती है| इसलिए वहां पर कोई रियायत नहीं है|
मेरे अनुसार dividend के लिए इंतज़ार करने से बेहतर विल्कल्प है की आप म्यूच्यूअल फण्ड के Growth option में निवेश करें| जब आपको पैसे की ज़रुरत है, तब आप अपने निवेश को बेच कर पैसे निकाल सकते हैं|
उससे भी ज़रूरी बात, अगर आपको नियमित आय चाहिए, तो इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड के बजाय डेब्ट म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करें| इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड में केवल वही पैसा निवेश होना चाहिए, जो की आप लम्बी अवधि तक नहीं निकालेंगे|
मैंने Dividend वाले म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश किया है? अब मैं क्या करूं?
यह निर्णय बहुत सी बातों पर निर्भर करता है|
आपका फाइनेंसियल एडवाइजर आपके पोर्टफोलियो के देख कर आपको सही राय दे सकता है|
पर हाँ, अब इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड के dividend विकल्प में निवेश करना कोई अच्छा आईडिया नहीं है| आगे से तो निवेश न ही करें|
जो आप निवेश कर चुके हैं, उस निवेश को आप एक वर्ष पूरा होने के बाद (जब आपका exit load वाला पीरियड पूरा हो जाए), आप उस निवेश को Dividend से Growth में शिफ्ट कर सकते हैं|
ध्यान दें मैं यह नहीं कह रहा हूँ की नियमित आय की लिए इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड के Growth आप्शन में निवेश करें| वह भी गलत होगा| मैं बस यह कह रहा हूँ की Growth आप्शन Dividend विकल्प से बेहतर हैं|
डेब्ट म्यूच्यूअल फण्ड (Debt Mutual Fund) की dividend स्कीम के बारे में मेरी राय
Dividend पर 25% टैक्स (DDT) लगता है| इसके ऊपर सरचार्ज (12%) or Cess (4%) भी लेगा| तो कुल मिला कर आपका टैक्स हुआ 29.12%|
अगर इक्विटी फण्ड के तरह ही गणना करें, आपके हाथ में 100 रुपये का dividend आया, तो आपके फण्ड का NAV कम हो जाएगा 138.82 रुपये से|
3 वर्ष से पहले डेब्ट म्यूच्यूअल फण्ड बेचने पर आपको मुनाफे पर अपने टैक्स ब्रैकेट के अनुसार टैक्स देना होता है|
3 वर्ष के बाद बेचें पर मुनाफे पर 20% टैक्स होता है| पर यहाँ आपको indexation का बेनिफिट मिलता है|
आपको नियमित आय की ज़रुरत है और आप 10% या 20% टैक्स ब्रैकेट में आते हैं, तो आपको dividend विकल्प में निवेश करने की ज़रुरत नहीं है|
अगर आप 30% टैक्स ब्रैकेट में आते हैं और आपको नियमित आय की ज़रुरत है, तो आप dividend विकल्प के बारे में सोच सकते हैं|
यहाँ भी आपका फाइनेंसियल एडवाइजर आपके पोर्टफोलियो के देख कर आपको सही राय दे पायेगा|
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